नई दिल्ली। हिंदू सेना प्रमुख विष्णु गुप्ता ने दिल्ली के एलजी को एक्टर कमल हासन के खिलाफ कोर्ट में मामला चलाने के लिए अर्जी भेजी है। 6 अप्रैल को तमिलनाडु में विधानसभा चुनाव हो रहे हैं ऐसे में अगर एलजी ने कमल हासन पर नाथूराम गोडसे को पहला हिंदू आतंकवादी कहने के मामले में कोर्ट में ट्रायल चलाने की इजाजत दी तो यह राजनीतिक मुद्दा बन सकता है।
2019 में विष्णु गुप्ता ने दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट में कमल हासन के नाथूराम गोडसे को भारत का पहला आतंकवादी कहने के मामले में कोर्ट में केस दायर किया था। इस मामले में अभी भी कमल हासन पर ट्रायल नहीं शुरू हो पाया है। ट्रायल को शुरू करने के लिए एलजी की इजाजत की जरूरत है और इसीलिए विष्णु गुप्ता ने एलजी को पत्र लिखकर कमल हासन के खिलाफ ट्रायल शुरू कराने की इजाजत मांगी है। पटियाला हाउस कोर्ट इस मामले में अगली सुनवाई 4 जून को करेगा।
विष्णु गुप्ता का कहना है कि कमल हासन ने जानबूझकर हिंदू भावनाओं को आहत करने के लिए नाथूराम गोडसे को आजाद भारत का पहला आतंकवादी कहा। जिस एक्टर के लोग हेयर स्टाइल तक को फॉलो करते हैं, अगर वह ऐसा बयान देता है तो इससे दो धर्मों के लोगों के बीच में वैमनस्य और दंगे भड़क सकते हैं। विष्णु गुप्ता ने आजतक से बात करते हुए कहा कि ऐसे में कमल हासन के इस गैर जिम्मेदार बयान के बाद उनके खिलाफ कोर्ट में मामला चलाया जाना जरूरी है।
दिल्ली में किसी भी कोर्ट में अगर किसी व्यक्ति के खिलाफ कोई शिकायत दर्ज की जाती है और उस पर कोर्ट में अर्जी दाखिल की जाती है तो कोर्ट तभी उस मामले में ट्रायल शुरू कर सकता है जब उपराज्यपाल उस व्यक्ति पर ट्रायल चलाने की इजाजत देता है।
2019 से अब तक पटियाला हाउस कोर्ट में कमल हासन के खिलाफ दाखिल की गई अर्जी पर एलजी और दिल्ली सरकार की मंजूरी ना होने के कारण ट्रायल शुरू नहीं हो सका है। दिल्ली में जेएनयू मामले में कन्हैया कुमार और बाकी आरोपियों पर भी कई साल ट्रायल इसीलिए शुरू नहीं हो पाया क्योंकि इस मामले में दिल्ली सरकार के गृह मंत्रालय ने इसकी इजाजत नहीं दी थी। हालांकि कुछ दिनों पहले गृह मंत्रालय की तरफ से इसकी इजाजत मिलने के बाद जेएनयू मामले में ट्रायल की शुरुआत हो चुकी है।
2019 में विष्णु गुप्ता ने दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट में कमल हासन के नाथूराम गोडसे को भारत का पहला आतंकवादी कहने के मामले में कोर्ट में केस दायर किया था। इस मामले में अभी भी कमल हासन पर ट्रायल नहीं शुरू हो पाया है। ट्रायल को शुरू करने के लिए एलजी की इजाजत की जरूरत है और इसीलिए विष्णु गुप्ता ने एलजी को पत्र लिखकर कमल हासन के खिलाफ ट्रायल शुरू कराने की इजाजत मांगी है। पटियाला हाउस कोर्ट इस मामले में अगली सुनवाई 4 जून को करेगा।
विष्णु गुप्ता का कहना है कि कमल हासन ने जानबूझकर हिंदू भावनाओं को आहत करने के लिए नाथूराम गोडसे को आजाद भारत का पहला आतंकवादी कहा। जिस एक्टर के लोग हेयर स्टाइल तक को फॉलो करते हैं, अगर वह ऐसा बयान देता है तो इससे दो धर्मों के लोगों के बीच में वैमनस्य और दंगे भड़क सकते हैं। विष्णु गुप्ता ने आजतक से बात करते हुए कहा कि ऐसे में कमल हासन के इस गैर जिम्मेदार बयान के बाद उनके खिलाफ कोर्ट में मामला चलाया जाना जरूरी है।
दिल्ली में किसी भी कोर्ट में अगर किसी व्यक्ति के खिलाफ कोई शिकायत दर्ज की जाती है और उस पर कोर्ट में अर्जी दाखिल की जाती है तो कोर्ट तभी उस मामले में ट्रायल शुरू कर सकता है जब उपराज्यपाल उस व्यक्ति पर ट्रायल चलाने की इजाजत देता है।
2019 से अब तक पटियाला हाउस कोर्ट में कमल हासन के खिलाफ दाखिल की गई अर्जी पर एलजी और दिल्ली सरकार की मंजूरी ना होने के कारण ट्रायल शुरू नहीं हो सका है। दिल्ली में जेएनयू मामले में कन्हैया कुमार और बाकी आरोपियों पर भी कई साल ट्रायल इसीलिए शुरू नहीं हो पाया क्योंकि इस मामले में दिल्ली सरकार के गृह मंत्रालय ने इसकी इजाजत नहीं दी थी। हालांकि कुछ दिनों पहले गृह मंत्रालय की तरफ से इसकी इजाजत मिलने के बाद जेएनयू मामले में ट्रायल की शुरुआत हो चुकी है।