नई दिल्ली। केरल में डेमोक्रेटिक यूथ फेडरेशन ऑफ इंडिया के एक नेता ने बृहस्पतिवार को चुनाव आयोग में शिकायत देकर कोविड-19 वैक्सीन प्रमाणपत्र से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तस्वीर हटाने की मांग की।

मिधुन शाह ने कहा कि राज्य में आदर्श आचार संहिता लागू है, जहां 6 अप्रैल को एक ही चरण में मतदान है। उन्होंने कहा कि पीएम की तस्वीर से मतदाता प्रभावित हो सकते हैं, इसलिए हम आप से अनुरोध करते हैं कि प्रमाणपत्र पर से मोदी की तस्वीर हटाई जाए।
मिधुन शाह ने चुनाव आयोग को लिखे एक पत्र में कहा कि, "राज्य में मुफ्त कोविड-19 वैक्सीन के प्रमाण पत्र पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का फोटो और उनके भाषण के अंश हैं। जैसा कि यह चुनाव प्रक्रिया को प्रभावित कर सकता है, मैं आपसे इसे हटाने के लिए आवश्यक कदम उठाने का अनुरोध करता हूं।"
मिधुन शाह ने कहा "डेमोक्रेटिक यूथ फेडरेशन ऑफ इंडिया के राज्य-समन्वयक के रूप में, मुझे आज सुबह वैक्सीन की पहली खुराक मिली। मैं प्रधान मंत्री की रंगीन फोटो और उसमें शब्दों को देखकर हैरान था। मुझे लगता है कि यह आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन है और इसलिए चुनाव आयोग ने इसे हटाने की मांग की।"
तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) ने भी चुनाव आयोग से इस संबंध में शिकायत की थी और उसके अनुसार उसने 24 घंटे के भीतर पश्चिम बंगाल के मुख्य निर्वाचन अधिकारी से रिपोर्ट मांगी है।
चुनाव आयोग ने पहले ही राज्य में आदर्श आचार संहिता का पालन करने के लिए पेट्रोल पंप और अन्य एजेंसियों को प्रधानमंत्री की तस्वीरों के साथ होर्डिंग हटाने का निर्देश दिया है।

मिधुन शाह ने कहा कि राज्य में आदर्श आचार संहिता लागू है, जहां 6 अप्रैल को एक ही चरण में मतदान है। उन्होंने कहा कि पीएम की तस्वीर से मतदाता प्रभावित हो सकते हैं, इसलिए हम आप से अनुरोध करते हैं कि प्रमाणपत्र पर से मोदी की तस्वीर हटाई जाए।
मिधुन शाह ने चुनाव आयोग को लिखे एक पत्र में कहा कि, "राज्य में मुफ्त कोविड-19 वैक्सीन के प्रमाण पत्र पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का फोटो और उनके भाषण के अंश हैं। जैसा कि यह चुनाव प्रक्रिया को प्रभावित कर सकता है, मैं आपसे इसे हटाने के लिए आवश्यक कदम उठाने का अनुरोध करता हूं।"
मिधुन शाह ने कहा "डेमोक्रेटिक यूथ फेडरेशन ऑफ इंडिया के राज्य-समन्वयक के रूप में, मुझे आज सुबह वैक्सीन की पहली खुराक मिली। मैं प्रधान मंत्री की रंगीन फोटो और उसमें शब्दों को देखकर हैरान था। मुझे लगता है कि यह आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन है और इसलिए चुनाव आयोग ने इसे हटाने की मांग की।"
तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) ने भी चुनाव आयोग से इस संबंध में शिकायत की थी और उसके अनुसार उसने 24 घंटे के भीतर पश्चिम बंगाल के मुख्य निर्वाचन अधिकारी से रिपोर्ट मांगी है।
चुनाव आयोग ने पहले ही राज्य में आदर्श आचार संहिता का पालन करने के लिए पेट्रोल पंप और अन्य एजेंसियों को प्रधानमंत्री की तस्वीरों के साथ होर्डिंग हटाने का निर्देश दिया है।