बीजेपी शासित त्रिपुरा सरकार के घोटाले की खबर छाप रहे अखबार की गुंडों ने 6000 प्रतियां नष्ट कर डालीं

Written by sabrang india | Published on: November 9, 2020
अगरतला। त्रिपुरा के एक समाचार पत्र में राज्य के कृषि विभाग के कथित भ्रष्टाचार की रिपोर्ट प्रकाशित की गईं थी। इस बीच गोमती जिले के उदयपुर में शनिवार को कुछ लोगों के एक समूह ने बसों में लादकर ले जाए जा रहे अखार की तकरीबन 6000 प्रतियों को नष्ट कर दिया। गोमती के पुलिस अधीक्षक लकी चौहान के मुताबिक, उदयपुर के राधाकिशोरपुर थाने में एक लिखित शिकायत दर्ज कराई गई है, अपराधियों की पहचान की जा रही है। 



दैनिक ‘प्रतिबादी कलम’ के संपादक अनोल रॉय चौधरी ने कहा, ‘सुबह बसों से विभिन्न जिलों में भेजी जा रही करीब 6,000 प्रतियां छीन ली गईं। उनमें से आधे को जला दिया गया और शेष को फाड़कर फेंक दिया गया।’उन्होंने अपनी शिकायत में आरोप लगाया है कि 11 लोगों ने समाचार पत्रों के बंडलों को जबरदस्ती बसों से उतार दिया और उन्हें नष्ट कर दिया।



रॉय ने कहा कि दैनिक समाचार पत्र ने कृषि विभाग में कथित रूप से 150 करोड़ रुपये के घोटाले के संबंध में पिछले तीन दिनों से रिपोर्ट की एक शृंखला प्रकाशित की और यह उसी का परिणाम है। पुलिस अधीक्षक लकी चौहान ने कहा कि जांच जारी है और दोषी लोगों को गिरफ्तार करने में कोई कसर नहीं रखी जाएगी।

इंडियन एक्सप्रेस ने अपनी रिपोर्ट में बताया है कि ये अखबार त्रिपुरा के तीन जिलों में बांटने के लिए भेजे गए थे। इंडियन एक्सप्रेस से बातचीत में अखबार के संपादक अनोल रॉय चौधुरी ने बताया, ‘हमने रिपोर्ट के एक शृंखला प्रकाशित की है, जिसमें कृषि मंत्री प्रणजीत एस। राय का नाम अन्य लोगों के साथ सामने आया है।’

बहरहाल कृषि विभाग के अधिकारियों ने इस मुद्दे पर कोई भी टिप्पणी करने से इनकार कर दिया। अपनी शिकायत में चौधरी ने राजू मजूमदार नाम के व्यक्ति समेत 11 लोगों को अखबार की प्रतियां फाड़ने और जलाने की इस घटना के लिए जिम्मेदार ठहराया है। उन्होंने बताया कि शनिवार को अन्य जगहों पर जा रहीं अखबारों की प्रतियां भी रोकी गई हैं।

उधर अगरतला प्रेस क्लब के पदाधिकारियों ने पुलिस उप-महानिरीक्षक सौमित्र धर से मुलाकात की और इस घटना के लिए दोषी लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है।

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