प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी अपने लिए तो अमेरिकी राष्ट्रपति वाला सर्व सुविधायुक्त एयरफोर्स वन खरीद रहे हैं लेकिन क्या वह एयर इंडिया के 100 से भी ज्यादा विमानों के मेंटनेंस पर ध्यान दे रहे हैं?
आश्चर्य की बात है। केरल में हुई एयर इंडिया के विमान दुर्घटना में अब तक किसी न्यूज़ चैनल या अखबार ने एयर इंडिया के विमानों के रख रखाव यानी मेंटेनेंस का मुद्दा नही उठाया? दरअसल कोरोना काल मे लगभग महीने भर से भी अधिक समय तक उड़ान बाधित रही थी।
जुलाई महीने में फेडरल एविएशन एडमिनिस्ट्रेशन (एफएए) द्वारा सभी बोइंग 737 विमान में तकनीकी खराबी का अंदेशा भी जताया था। यह जो विमान दुर्घटनाग्रस्त हुआ है वह भी बोइंग 737-800 ही है। इस मॉडल का विमान 2010 में भी दुर्घटनाग्रस्त हो चुका है। तब 158 लोग मारे गए थे।
यह विमान भी 13.7 साल पुराना है, अधिक समय तक सेवा लेने के कारण विमानों में कई प्रकार की तकनीकी समस्याएं आने लगती हैं और इस वजह से भी कई बार विमान हादसे का शिकार हो जाता है।
हम जानते हैं कि जमीन पर खड़े एयरक्राफ्ट के मेंटिनेंस में बहुत अधिक लागत आती है। बड़ा सवाल यह है कि क्या एयर इंडिया अपने विमानों का सही ढंग से मेंटेनेंस कर पा रहा है?
पिछले साल खबर आई थी कि एयर इंडिया को अपने 127 विमानों के बेड़े में मजबूरन 20 विमानों का परिचालन बंद करना पड़ा है क्योंकि उसके पास इन विमानों के इंजन को बदलने को लेकर कोष की कमी है।
3 जून 2019 को एयर इंडिया के एक यात्री विमान में भारी चूक का खुलासा हुआ जब विमान में एक छेद होना पाया गया। 225 यात्रियों को लेकर उड़े इस विमान ने जैसे ही सैन फ्रांसिस्को में लैंडिंग की, वैसे ही इस विमान को मेंटेनेंस टीम द्वारा घेर लिया गया। अमेरिका में हुई इस घटना से हमारा सिर शर्म से झुक गया।
25 अप्रैल 2019 को एयर इंडिया के बोइंग 777 विमान में मरम्मत के दौरान अचानक आग लग गई, यह तो हालत है एयर इंडिया के विमानों की? अब ऐसे में इन विमानों के मेंटनेंस की जरूरत है या मोदी के लिए एयरफोर्स वन की?
आश्चर्य की बात है। केरल में हुई एयर इंडिया के विमान दुर्घटना में अब तक किसी न्यूज़ चैनल या अखबार ने एयर इंडिया के विमानों के रख रखाव यानी मेंटेनेंस का मुद्दा नही उठाया? दरअसल कोरोना काल मे लगभग महीने भर से भी अधिक समय तक उड़ान बाधित रही थी।
जुलाई महीने में फेडरल एविएशन एडमिनिस्ट्रेशन (एफएए) द्वारा सभी बोइंग 737 विमान में तकनीकी खराबी का अंदेशा भी जताया था। यह जो विमान दुर्घटनाग्रस्त हुआ है वह भी बोइंग 737-800 ही है। इस मॉडल का विमान 2010 में भी दुर्घटनाग्रस्त हो चुका है। तब 158 लोग मारे गए थे।
यह विमान भी 13.7 साल पुराना है, अधिक समय तक सेवा लेने के कारण विमानों में कई प्रकार की तकनीकी समस्याएं आने लगती हैं और इस वजह से भी कई बार विमान हादसे का शिकार हो जाता है।
हम जानते हैं कि जमीन पर खड़े एयरक्राफ्ट के मेंटिनेंस में बहुत अधिक लागत आती है। बड़ा सवाल यह है कि क्या एयर इंडिया अपने विमानों का सही ढंग से मेंटेनेंस कर पा रहा है?
पिछले साल खबर आई थी कि एयर इंडिया को अपने 127 विमानों के बेड़े में मजबूरन 20 विमानों का परिचालन बंद करना पड़ा है क्योंकि उसके पास इन विमानों के इंजन को बदलने को लेकर कोष की कमी है।
3 जून 2019 को एयर इंडिया के एक यात्री विमान में भारी चूक का खुलासा हुआ जब विमान में एक छेद होना पाया गया। 225 यात्रियों को लेकर उड़े इस विमान ने जैसे ही सैन फ्रांसिस्को में लैंडिंग की, वैसे ही इस विमान को मेंटेनेंस टीम द्वारा घेर लिया गया। अमेरिका में हुई इस घटना से हमारा सिर शर्म से झुक गया।
25 अप्रैल 2019 को एयर इंडिया के बोइंग 777 विमान में मरम्मत के दौरान अचानक आग लग गई, यह तो हालत है एयर इंडिया के विमानों की? अब ऐसे में इन विमानों के मेंटनेंस की जरूरत है या मोदी के लिए एयरफोर्स वन की?