कर्नाटक में कांग्रेस-जेडीएस सरकार के 13 विधायकों के विधानसभा से इस्तीफा देने के बाद राजनैतिक रस्साकशी का दौर शुरु हो गया है। कांग्रेस मौजूदा संकट के लिए भाजपा और केन्द्र सरकार पर आरोप लगा रही है। वहीं भाजपा, कांग्रेस के आरोपों से इंकार कर रही है। इसी बीच सूत्रों के अनुसार, भाजपा की राज्य ईकाई ने भी अपने विधायकों के लिए होटल में 30 कमरे बुक कराए हैं।
माना जा रहा है कि मौजूदा राजनैतिक खींचतान के चलते भाजपा को भी अपने किले में सेंध लगने का डर है। जिसके चलते ही भाजपा अपने विधायकों को एकजुट रखने का प्रयास कर रही है। खबर के अनुसार, भाजपा ने बेंगलुरु के डोड्डाबल्लापुर रोड पर स्थित रमादा होटल में 30 कमरे बुक किए हैं। इसी बीच खबर आयी है कि कर्नाटक सरकार के 21 कांग्रेसी मंत्रियों ने स्वेच्छा से मंत्री पद छोड़ दिया है। पूर्व सीएम और कांग्रेसी नेता सिद्धारमैया ने यह जानकारी दी है। ऐसी खबरें हैं कि बागी विधायकों को मंत्री बनाने की पेशकश की जा सकती है।
इस बीच जिन विधायकों के इस्तीफा देने की खबरें हैं, उन्हें चार्टर्ड प्लेन से राज्य के बाहर ले जाया गया है। सीएम एचडी कुमारास्वामी के देश से बाहर होने के दौरान पैदा हुए इस सियासी संकट के लिए कांग्रेस ने बीजेपी को जिम्मेदार ठहराया है।
कांग्रेस मीडिया विभाग के प्रमुख रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कर्नाटक की स्थिति के लिए बीजेपी को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि देश में खरीद-फरोख्त की राजनीति का एक नया प्रतीमान सामने आया है। उन्होंने पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए कहा, भारत में शरारतपूर्ण रूप से दुष्प्रचार कर हॉर्स ट्रेडिंग का नया तरीका सामने आया है, जिसका अंग्रेजी में शॉर्ट फॉर्म ‘मोदी’ है।” सुरजेवाला ने कहा कि कर्नाटक में बीजेपी विधायकों को खरीदने की कोशिश कर रही है, लेकिन सरकार पूरी तरह सुरक्षित है।
राज्य में जारी सियासी हलचल के बीच कांग्रेस महासचिव और कर्नाटक के प्रभारी केसी वेणुगोपाल देर शाम बेंग्लुरू पहुंच गए हैं। उन्होंने कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं के साथ बैठक कर स्थिति की जानकारी ली। वहीं राज्य में पैदा हुए हालात को लेकर दिल्ली में कांग्रेस मुख्यालय में वरिष्ठ नेताओं की अहम बैठक हुई। इस बैठक में मोतीलाल वोरा, मल्लिकार्जुन खड़गे, पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम, गुलामनबी आजाद, अहमद पटेल, ज्योतिरादित्य सिंधिया, दीपेंद्र हुड्डा समते कई बड़े नेता मौजूद रहे।
बैठक के बाद कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि कर्नाटक में जिन विधायकों के इस्तीफा देने की खबर है वे सभी कांग्रेस से लंबे समय से जुड़े हुए हैं और हमें विश्वास है कि वो पार्टी के साथ रहेंगे और पार्टी का समर्थन करेंगे। खड़गे ने बताया कि जमीनी हकीकत को समझने के लिए वह बेंगलुरू जा रहे हैं।
गौरतलब है कि कर्नाटक में सियासी संकट ऐसे समय खड़ा हुआ है, जब राज्य के सीएम देश से बाहर अमेरिका में हैं। वह रविवार को वापस लौटेंगे। इस बीच बीजेपी नेता और केंद्रीय मंत्री सदानंद गौड़ा ने कहा कि अगर राज्यपाल बीजेपी को सरकार बनाने के लिए बुलाते हैं तो हम तैयार हैं। वहीं राज्य बीजेपी के बड़े नेता बीएस येदियुरप्पा ने कहा है कि वह हालात पर नजर रखे हुए हैं और आगे की स्थिति को देखते हुए कोई फैसला लेंगे।
माना जा रहा है कि मौजूदा राजनैतिक खींचतान के चलते भाजपा को भी अपने किले में सेंध लगने का डर है। जिसके चलते ही भाजपा अपने विधायकों को एकजुट रखने का प्रयास कर रही है। खबर के अनुसार, भाजपा ने बेंगलुरु के डोड्डाबल्लापुर रोड पर स्थित रमादा होटल में 30 कमरे बुक किए हैं। इसी बीच खबर आयी है कि कर्नाटक सरकार के 21 कांग्रेसी मंत्रियों ने स्वेच्छा से मंत्री पद छोड़ दिया है। पूर्व सीएम और कांग्रेसी नेता सिद्धारमैया ने यह जानकारी दी है। ऐसी खबरें हैं कि बागी विधायकों को मंत्री बनाने की पेशकश की जा सकती है।
इस बीच जिन विधायकों के इस्तीफा देने की खबरें हैं, उन्हें चार्टर्ड प्लेन से राज्य के बाहर ले जाया गया है। सीएम एचडी कुमारास्वामी के देश से बाहर होने के दौरान पैदा हुए इस सियासी संकट के लिए कांग्रेस ने बीजेपी को जिम्मेदार ठहराया है।
कांग्रेस मीडिया विभाग के प्रमुख रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कर्नाटक की स्थिति के लिए बीजेपी को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि देश में खरीद-फरोख्त की राजनीति का एक नया प्रतीमान सामने आया है। उन्होंने पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए कहा, भारत में शरारतपूर्ण रूप से दुष्प्रचार कर हॉर्स ट्रेडिंग का नया तरीका सामने आया है, जिसका अंग्रेजी में शॉर्ट फॉर्म ‘मोदी’ है।” सुरजेवाला ने कहा कि कर्नाटक में बीजेपी विधायकों को खरीदने की कोशिश कर रही है, लेकिन सरकार पूरी तरह सुरक्षित है।
राज्य में जारी सियासी हलचल के बीच कांग्रेस महासचिव और कर्नाटक के प्रभारी केसी वेणुगोपाल देर शाम बेंग्लुरू पहुंच गए हैं। उन्होंने कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं के साथ बैठक कर स्थिति की जानकारी ली। वहीं राज्य में पैदा हुए हालात को लेकर दिल्ली में कांग्रेस मुख्यालय में वरिष्ठ नेताओं की अहम बैठक हुई। इस बैठक में मोतीलाल वोरा, मल्लिकार्जुन खड़गे, पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम, गुलामनबी आजाद, अहमद पटेल, ज्योतिरादित्य सिंधिया, दीपेंद्र हुड्डा समते कई बड़े नेता मौजूद रहे।
बैठक के बाद कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि कर्नाटक में जिन विधायकों के इस्तीफा देने की खबर है वे सभी कांग्रेस से लंबे समय से जुड़े हुए हैं और हमें विश्वास है कि वो पार्टी के साथ रहेंगे और पार्टी का समर्थन करेंगे। खड़गे ने बताया कि जमीनी हकीकत को समझने के लिए वह बेंगलुरू जा रहे हैं।
गौरतलब है कि कर्नाटक में सियासी संकट ऐसे समय खड़ा हुआ है, जब राज्य के सीएम देश से बाहर अमेरिका में हैं। वह रविवार को वापस लौटेंगे। इस बीच बीजेपी नेता और केंद्रीय मंत्री सदानंद गौड़ा ने कहा कि अगर राज्यपाल बीजेपी को सरकार बनाने के लिए बुलाते हैं तो हम तैयार हैं। वहीं राज्य बीजेपी के बड़े नेता बीएस येदियुरप्पा ने कहा है कि वह हालात पर नजर रखे हुए हैं और आगे की स्थिति को देखते हुए कोई फैसला लेंगे।