आगरा: भूख हड़ताल पर संजलि की मां, SC/ST आयोग के अध्यक्ष के सामने लगे योगी-मोदी मुर्दाबाद के नारे

Written by Sabrangindia Staff | Published on: December 24, 2018
आगरा में संजलि हत्याकांड के बाद गांव लालऊ में दहशत का माहौल है। इसकी वजह यह है कि हमलावरों की गिरफ्तारी तो दूर उनके बारे में अभी तक कोई सुराग तक नहीं मिला है। घटना से सहमे ग्रामीणों ने बड़ा फैसला किया है। उन्होंने कहा कि पहले संजलि के हत्यारे गिरफ्तार किए जाएंगे, इसके बाद ही हम बेटियों को स्कूल भेजेंगे। 

मामले की जांच के लिए लालऊ गांव पहुंचे अनुसूचित जाति आयोग के अध्यक्ष रामशंकर कठेरिया को लोगों के विरोध का सामना करना पड़ा। संजलि की मांग अनीता ने मुआवजे की राशि ठुकराते हुए हत्यारों को फांसी पर चढ़ाने की मांग की है। इसके साथ ही वे हत्यारों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर भूख हड़ताल पर बैठ गई हैं। रामशंकर कठेरिया के सामने ही लोगों ने योगी- मोदी मुर्दाबाद के नारे लगाए। 

लालऊ गांव के 100 से अधिक परिवारों ने शुक्रवार को कहा कि अगर पुलिस हत्यारों का पता लगाकर उन्हें नहीं पकड़ पाती है, तो हमारी बेटियां घर पर ही बैठी रहेंगी। आखिर उन्हें भेजें भी तो किस भरोसे, जैसे संजलि को जलाया वैसे ही हमारी बेटी को भी जला दिया तो कौन जिम्मेदार होगा? आखिर हत्यारे अभी खुले घूम रहे हैं। 

संजलि के पिता हरेंद्र ने कहा कि उन्होंने बेटियों की फीस भरने के लिए कर्ज तक लिया, कभी हिम्मत नहीं टूटी लेकिन अब डर लग रहा है, अभी बेटियों को स्कूल नहीं भेजेंगे। अगर संजलि के हत्यारे नहीं पकड़े गए तो उसकी बीएससी में पढ़ने वाली बड़ी बहन अंजलि की पढ़ाई आगे नहीं बढ़ पाएगी। संजलि की छोटी बहन गांव के ही स्कूल में पढ़ती है, यह घर के पास है, थोड़े दिन बाद उसे भेज सकते हैं।

संजलि की मां अनीता ने भी यही कहा कि हम सभी से कहते हैं कि बेटा-बेटी में फर्क न करो, बेटियों को भी पढ़ाओ, लेकिन अब कैसे कहें? अगर किसी मामले में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सख्ती दिखाएं तो पुलिस 24 घंटे में हत्यारों को ढूंढ निकालती है, फिर हमारी बिटिया के मामले में देरी क्यों हो रही है? 


गांव लालऊ की कल्पना, सोनिया, रानी, राखी का कहना था कि पूरे गांव ने यह फैसला लिया है कि  पहले हत्यारों की गिरफ्तारी, फिर बेटियों की पढ़ाई। लालऊ के पूर्व प्रधान भूपेंद्र सिंह का कहना है कि घटना से गांव ही नहीं, आसपास की बेटियां भी बुरी तरह भयभीत हैं। मलपुरा के पूर्व प्रधान सुख सिंह का कहना है कि ऐसी वीभत्स घटना पहली बार हुई है, हर शख्स सहमा हुआ है, फिर बेटियों को स्कूल किसके भरोसे भेज दें।

संजलि जिस एसी इंटर कॉलेज की दसवीं कक्षा में पढ़ती थी, उस पर दूसरे दिन भी ताला लटका रहा। पूरा स्कूल गम में डूबा है। छात्राएं सहमी हुई हैं। इस स्कूल में 40 छात्राएं लालऊ गांव से ही आती हैं। उन्होंने एलान कर दिया है कि संजलि के हत्यारे पकड़े जाने तक स्कूल नहीं आएंगी।

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