बुलंदशहर. गोकशी के शक में हिंसक भीड़ के हाथों मारे गए इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह के बेटे अभिषेक ने कहा, मुझे पापा ने अच्छा इंसान बनने की सलाह दी। हमेशा धर्म के नाम पर होने वाली हिंसा से दूर रहने को कहा। लेकिन आज इस हिंदू-मुस्लिम विवाद ने मेरे पापा की जान ले ली। कल किसी और के पिता को मारा जाएगा।
![](/sites/default/files/inspector-subodh.jpg?434)
सोमवार को चिंगरावठी इलाके में गोकशी के शक में हिंसक प्रदर्शन हुआ था। जिसमें एक युवक भी मारा गया। पुलिस ने मामले में दो एफआईआर दर्ज की हैं। पहली स्लॉटर हाउस और दूसरी हिंसा को लेकर। इसमें 27 नामजद और 60 अज्ञात आरोपी हैं। मामले में अब तक दो की गिरफ्तारी हुई है।
सुबोध ग्रेटर नोएडा में हुए अखलाक हत्याकांड की जांच में शामिल थे। वे 28 सितंबर 2015 से 9 नवंबर 2015 तक इस मामले में जांच अधिकारी रहे थे। 28 सितंबर 2015 को ग्रेटर नोएडा के बिसाहड़ा गांव में कुछ युवकों ने अखलाक की हत्या कर दी थी। हमलावरों ने अखलाक के घर में गोमांस की अफवाह पर धावा बोलकर उनकी हत्या कर दी थी। सुबोध उस केस के जांच अधिकारी होने के साथ ही गवाह भी थे। सुबोध की बहन ने भी आऱोप लगाया है कि अखलाक केस की वजह से ही षड़यंत्र रचकर उनकी हत्य की गई है।
सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा- बुलंदशहर में पुलिस और ग्रामीणों के बीच संघर्ष में इंस्पेक्टर की मौत का समाचार बेहद दुखद है। उन्हें भावपूर्ण श्रद्धांजलि। भाजपा के शासन में प्रदेश अराजकता के दौर से गुजर रहा है। वहीं, आजम खान ने कहा- अगर वहां मवेशियों के शव मिले हैं, तो पुलिस को मामले की निष्पक्ष जांच करनी चाहिए। क्यों कि जिस क्षेत्र में यह हिंसा हुई वहां, मुस्लिम आबादी नहीं है।
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सोमवार को चिंगरावठी इलाके में गोकशी के शक में हिंसक प्रदर्शन हुआ था। जिसमें एक युवक भी मारा गया। पुलिस ने मामले में दो एफआईआर दर्ज की हैं। पहली स्लॉटर हाउस और दूसरी हिंसा को लेकर। इसमें 27 नामजद और 60 अज्ञात आरोपी हैं। मामले में अब तक दो की गिरफ्तारी हुई है।
सुबोध ग्रेटर नोएडा में हुए अखलाक हत्याकांड की जांच में शामिल थे। वे 28 सितंबर 2015 से 9 नवंबर 2015 तक इस मामले में जांच अधिकारी रहे थे। 28 सितंबर 2015 को ग्रेटर नोएडा के बिसाहड़ा गांव में कुछ युवकों ने अखलाक की हत्या कर दी थी। हमलावरों ने अखलाक के घर में गोमांस की अफवाह पर धावा बोलकर उनकी हत्या कर दी थी। सुबोध उस केस के जांच अधिकारी होने के साथ ही गवाह भी थे। सुबोध की बहन ने भी आऱोप लगाया है कि अखलाक केस की वजह से ही षड़यंत्र रचकर उनकी हत्य की गई है।
सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा- बुलंदशहर में पुलिस और ग्रामीणों के बीच संघर्ष में इंस्पेक्टर की मौत का समाचार बेहद दुखद है। उन्हें भावपूर्ण श्रद्धांजलि। भाजपा के शासन में प्रदेश अराजकता के दौर से गुजर रहा है। वहीं, आजम खान ने कहा- अगर वहां मवेशियों के शव मिले हैं, तो पुलिस को मामले की निष्पक्ष जांच करनी चाहिए। क्यों कि जिस क्षेत्र में यह हिंसा हुई वहां, मुस्लिम आबादी नहीं है।