दीपावली पर पटाखों से होने वाले प्रदूषण के खतरे को देखते हुए सुप्रीम कोर्ट ने अपने फैसले में पटाखे फोड़ने के लिए टाइम तय तो कर दिया लेकिन भारतीय जनता पार्टी के एक सांसद ने तुरंत ही इस आदेश का पालन न करने का ऐलान कर डाला।
सुप्रीम कोर्ट के आदेश को न मानने की घोषणा करने वाले भाजपा सांसद है डॉ चिंतामणि मालवीय जो कि मध्यप्रदेश से उज्जैन के सांसद हैं। इस तरह से डॉ मालवीय ने सांसद के रूप में ली शपथ का भी उल्लंघन कर दिया है।
सुप्रीम कोर्ट ने अपने आदेश में पटाखों पर पूरी तरह से पाबंदी लगाने से तो इन्कार किया लेकिन यह जरूर कह दिया कि दीवाली पर शाम 8 बजे से 10 बजे के बीच ही पटाखे छोड़े जा सकते हैं, लेकिन यही बात भारतीय जनता पार्टी के सांसद को पसंद नहीं आई।
डॉ चिंतामणि मालवीय ने अपनी फेसबुक प्रोफाइल और फेसबुक पेज पर खुलेआम ऐलान कर दिया है कि वो परंपरागत तरीके से ही दीवाली मनाएंगे और रात 10 बजे लक्ष्मी पूजन के बाद ही पटाखे फोड़ेंगे।
उज्जैन के भाजपा सांसद डॉ चिंतामणि मालवीय ने अपनी पोस्ट में ये ऐलान भी कर दिया है कि वे हिंदू परंपरा में किसी की भी दखलंदाजी हरगिज बर्दाश्त नहीं कर सकते और अपनी धार्मिक परंपराओ के लिए उन्हें जेल भी जाना पड़े तो वे खुशी-खुशी जेल जाएंगे।
23 अक्टूबर को ही सुप्रीम कोर्ट ने दोपहर में बड़ा फैसला देते हुए पटाखे जलाने को समय निर्धारित किया। सुप्रीम कोर्ट ने अपने फैसले में कहा कि दीपावली के मौके पर रात 8 से 10 बजे और नए साल के जश्न में रात 11.15 से रात 12.15 तक ही पटाखे जलाए जाएंगे।इसके बाद भाजपा सांसद चिंतामणि मालवीय ने सुप्रीम कोर्ट का आदेश न मानने का खुलेआम ऐलान करके बता दिया कि न संविधान को मानते हैं और न अदालत को।
सुप्रीम कोर्ट के आदेश को न मानने की घोषणा करने वाले भाजपा सांसद है डॉ चिंतामणि मालवीय जो कि मध्यप्रदेश से उज्जैन के सांसद हैं। इस तरह से डॉ मालवीय ने सांसद के रूप में ली शपथ का भी उल्लंघन कर दिया है।
सुप्रीम कोर्ट ने अपने आदेश में पटाखों पर पूरी तरह से पाबंदी लगाने से तो इन्कार किया लेकिन यह जरूर कह दिया कि दीवाली पर शाम 8 बजे से 10 बजे के बीच ही पटाखे छोड़े जा सकते हैं, लेकिन यही बात भारतीय जनता पार्टी के सांसद को पसंद नहीं आई।
डॉ चिंतामणि मालवीय ने अपनी फेसबुक प्रोफाइल और फेसबुक पेज पर खुलेआम ऐलान कर दिया है कि वो परंपरागत तरीके से ही दीवाली मनाएंगे और रात 10 बजे लक्ष्मी पूजन के बाद ही पटाखे फोड़ेंगे।
उज्जैन के भाजपा सांसद डॉ चिंतामणि मालवीय ने अपनी पोस्ट में ये ऐलान भी कर दिया है कि वे हिंदू परंपरा में किसी की भी दखलंदाजी हरगिज बर्दाश्त नहीं कर सकते और अपनी धार्मिक परंपराओ के लिए उन्हें जेल भी जाना पड़े तो वे खुशी-खुशी जेल जाएंगे।
23 अक्टूबर को ही सुप्रीम कोर्ट ने दोपहर में बड़ा फैसला देते हुए पटाखे जलाने को समय निर्धारित किया। सुप्रीम कोर्ट ने अपने फैसले में कहा कि दीपावली के मौके पर रात 8 से 10 बजे और नए साल के जश्न में रात 11.15 से रात 12.15 तक ही पटाखे जलाए जाएंगे।इसके बाद भाजपा सांसद चिंतामणि मालवीय ने सुप्रीम कोर्ट का आदेश न मानने का खुलेआम ऐलान करके बता दिया कि न संविधान को मानते हैं और न अदालत को।