उत्तर प्रदेश में एक बार फिर मॉब लिंचिंग का मामला सामने आया है लेकिन इस बार कोई दलित या मुस्लिम नहीं बल्कि सत्तर वर्षीय बुजुर्ग ब्राह्मण भीड़ के हमले का शिकार हुआ है।
![](/sites/default/files/mob-lynching_6.jpg?295)
बलरामपुर जिले में एक 70 साल के बुजुर्ग को पहले तो भीड़ ने बुरी तरह पीटा, फिर उनका मुंडन कर मुंह पर कालिख लगाकर सडकों पर घुमाया। बुजुर्ग पर बीमार गाय को छोड़ने का आरोप लगाकर यह हमला किया गया।
जानकारी के मुताबिक बलरामपुर के लक्ष्मनपुर भवनियापुर में कैलाशनाथ नाम का एक 70 साल का बुजुर्ग रहता है। बुजुर्ग कैलाशनाथ ने एक गाय को पाल रखा था। कैलाशनाथ की गाय बीमार चल रही थी, जिसके इलाज के लिए वह गुरूवार को जुआथान श्रीनगर ले जा रहा था।
लेकिन 70 वर्षीय बुजुर्ग के उम्र का तकाजा कहें या कोई चूक कि कैलाशनाथ के हाथ से अचानक गाय की रस्सी छूट गई और गाय सड़क पर भागने लगी। जिसके बाद बुजुर्ग किसी तरह गाय के पीछे पीछे दौड़ता हुआ पहुंचा और उसे पकड़ लिया।
बुजुर्ग गाय को पकड़ कर राहत की सांस लेता कि इसी बीच पास के ही अचानपुर नंदनगर गांव के कुछ लोगों ने बुजुर्ग कैलाशनाथ को पकड़ लिया और गाय को आवारा छोड़ने का आरोप लगाने लगे। भीड़ ने गाय को छोड़ने का आरोप लगाते हुए आक्रोश में आकर बुजुर्ग की बुरी तरह पिटाई कर दी।
इतना ही नहीं आक्रोशित भीड़ ने बुजुर्ग का सिर तक मुड़वा दिया। बुजुर्ग के चेहरे पर कालिख तक पोती और जंजीर से गाय के संग बांधकर पुरी बाजार में घुमाया। फिर गड्ढे में धकेल दिया।
भीड़ की पिटाई से बुजुर्ग कैलाश नाथ का हाथ टूट गया। जिसके बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती करवाया गया। बुजुर्ग कैलाशनाथ शुक्ला को गंभीर चोटें आई हैं।
वहीं इस बारे में उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस आरोपियों को बचा रही है। उन्होंने एसपी को प्रार्थना पत्र देकर कार्रवाई की मांग की है।
इस मामले में पर एसपी राजेश राय का कहाना है कि दोषियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी।
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बलरामपुर जिले में एक 70 साल के बुजुर्ग को पहले तो भीड़ ने बुरी तरह पीटा, फिर उनका मुंडन कर मुंह पर कालिख लगाकर सडकों पर घुमाया। बुजुर्ग पर बीमार गाय को छोड़ने का आरोप लगाकर यह हमला किया गया।
जानकारी के मुताबिक बलरामपुर के लक्ष्मनपुर भवनियापुर में कैलाशनाथ नाम का एक 70 साल का बुजुर्ग रहता है। बुजुर्ग कैलाशनाथ ने एक गाय को पाल रखा था। कैलाशनाथ की गाय बीमार चल रही थी, जिसके इलाज के लिए वह गुरूवार को जुआथान श्रीनगर ले जा रहा था।
लेकिन 70 वर्षीय बुजुर्ग के उम्र का तकाजा कहें या कोई चूक कि कैलाशनाथ के हाथ से अचानक गाय की रस्सी छूट गई और गाय सड़क पर भागने लगी। जिसके बाद बुजुर्ग किसी तरह गाय के पीछे पीछे दौड़ता हुआ पहुंचा और उसे पकड़ लिया।
बुजुर्ग गाय को पकड़ कर राहत की सांस लेता कि इसी बीच पास के ही अचानपुर नंदनगर गांव के कुछ लोगों ने बुजुर्ग कैलाशनाथ को पकड़ लिया और गाय को आवारा छोड़ने का आरोप लगाने लगे। भीड़ ने गाय को छोड़ने का आरोप लगाते हुए आक्रोश में आकर बुजुर्ग की बुरी तरह पिटाई कर दी।
इतना ही नहीं आक्रोशित भीड़ ने बुजुर्ग का सिर तक मुड़वा दिया। बुजुर्ग के चेहरे पर कालिख तक पोती और जंजीर से गाय के संग बांधकर पुरी बाजार में घुमाया। फिर गड्ढे में धकेल दिया।
भीड़ की पिटाई से बुजुर्ग कैलाश नाथ का हाथ टूट गया। जिसके बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती करवाया गया। बुजुर्ग कैलाशनाथ शुक्ला को गंभीर चोटें आई हैं।
वहीं इस बारे में उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस आरोपियों को बचा रही है। उन्होंने एसपी को प्रार्थना पत्र देकर कार्रवाई की मांग की है।
इस मामले में पर एसपी राजेश राय का कहाना है कि दोषियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी।