राजस्थान: अस्पताल में होगा जन्म कुंडली और मंत्रों से इलाज

Written by Mahendra Narayan Singh Yadav | Published on: July 13, 2018
राजस्थान में अस्पतालों में डॉक्टरों और जांच सुविधाओं का इंतजाम भले ही न हो पाया हो, लेकिन अब उनमें ज्योतिषियों को बैठाने की व्यवस्था जरूर की जा रही है।



जयपुर में एक ऐसा अस्पताल बन रहा है जहां मरीजों का इलाज उसकी कुंडली के जरिए ज्योतिषी करेंगे। अस्पताल में डॉक्टरों की तरह ज्योतिषी बैठेंगे जो कुंडली और मंत्रों के जरिए मरीजों का उपचार करेंगे। ये अस्पताल इस साल दिसंबर तक तैयार हो जाने की उम्मीद है।

जयपुर के वैशाली नगर में भारतीय प्राच्य ज्योतिष शोध संस्थान चलाने वाले ज्योतिषी पंडित अखिलेश शर्मा अब ये जन्म कुंडली वाला अस्पताल तैयार कर रहे हैं। पंडित अखिलेश की इस परियोजना में 22 लोग शामिल हैं और हैरानी की बात है कि इसमें 10 डॉक्टर भी शामिल हैं। ज्योतिषी और वेदाचार्य भी इस टीम में शामिल हैं।
 
ज्योतिष को मेडिकल साइंस के साथ मिलाकर एक कोर्स भी तैयार किया जा रहा है जिसे एस्ट्रो-मेडिकल साइंस नाम दिया गया है। अस्पताल में इसका प्रशिक्षण भी दिया जाएगा।
 
पत्रिका में छपी खबर के अनुसार, पं. अखिलेश शर्मा का कहना है कि इस अस्पताल में आने वाले मरीज की कुंडली भी मंगाई जाएगी और अगर उसके पास कुंडली नहीं होगी तो जन्मस्थान, तिथि और जन्म समय के आधार पर कांउटर पर उसकी कुंडली बनवाई जाएगी। कुंडली के आधार पर मरीज के रोग की पहचान की जाएगी और उसका इलाज सुझाया जाएगा। मरीजों के उपचार में अथर्ववेद के मंत्रों का इस्तेमाल होगा।

नईदुनिया ने खबर दी है कि पूरी तरह से अंधविश्वास को बढ़ावा देने वाले इस अस्पताल का निर्माण वास्तुशिल्प के आधार पर किया जा रहा है। इसमें मरीजों को दक्षिण दिशा में सिर करके लिटाया जाएगा। इसके पीछे तर्क दिया जा रहा है कि इससे मरीज को अधिक से अधिक ऊर्जा मिलेगी।
पंडित अखिलेश शर्मा बताते हैं कि बनारस हिंदू विश्वविद्यालय में ज्योतिष का एक ओपीडी शुरू हो चुका है और उनकी कोशिश ज्योतिष को विज्ञान का दर्जा दिलाने की है। शर्मा का दावा है कि अब तक उन्होंने मरीजों की एक हजार से ज्यादा कुंडलियों और उनकी मेडिकल रिपोर्टों का अध्ययन किया है और परिणाम शत-प्रतिशत सही पाए हैं। उनका दावा है कि कुंडली से ही मरीज के रोग की पहचान हो जाएगी और उसे मेडिकल जांचों की जरूरत नहीं पड़ेगी।

हैरानी की बात है कि इस परियोजना का समर्थन जयपुर के एक सरकारी अस्पताल के प्रिंसिपल सर्जन डॉ विनोद कुमार अत्रे भी करते हैं। डॉ अत्रे का कहना है कि उन्होंने कुछ सैंपल में निश्चित पैरामीटर का अध्ययन किया जिसके परिणाम काफी आश्चर्यजनक रहे हैं। उन्होंने अपनी रिपोर्ट सरकार को भी भेजी है।

वसुंधरा राजे सरकार पहले भी ऐसे अंधविश्वास बढ़ाने वाले काम करती रही हैं। उन्होंने देश की सीमा की सुरक्षा के लिए 21 पुरोहितों की मदद से एक विशाल राष्ट्र रक्षा यज्ञ भी कराया था। इतना ही नहीं, वो तंत्र-मंत्र अकादमी बनाने की भी घोषणा कर चुकी हैं जिसमें जादू-टोना सिखाया जाएगा।
 
 

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