अडानी की बिजली, बांग्लादेश में उजाला और झारखंड में किसानों पर पुलिस की लाठी

Published on: April 21, 2017
गोड्डा। बीजेपी और नरेंद्र मोदी के बेहद करीबी उद्योगपति गौतम अडानी झारखंड के गोड्डा में एक पावर प्लांट लगाना चाहते हैं। इसमें पैदा होने वाली 1600 मेगावाट बिजली बांग्लादेश को बेची जाएगी। इसके लिए अडानी और बांग्लादेश बिजली बोर्ड के बीच जून 2015 में समझौता हुआ है। उस दौरान नरेंद्र मोदी ढाका यात्रा पर गए थे।


 
इस पावर प्लांट के लिए कोयला भी झारखंड से ही आएगा। विपक्ष का आरोप है कि इस पावर प्लांट से झारखंड को धुआं और विस्थापन के अलावा कुछ नहीं मिलने वाला। 
 
इस पावर प्लांट के लिए अडानी को एक हजार एकड़ से ज्यादा जमीन चाहिए। लेकिन वह जमीन सिंचित है और बहुफसली है। लिहाजा किसान वाजिब मुआवजा चाहते हैं। वहीं किसानों का एक समुदाय तो किसी भी कीमत पर अपनी जमीन छोड़ने को तैयार नहीं है। 
 
गोड्डा में इन दिनों किसानों का एक जबर्दस्त आंदोलन अडानी और झारखंड सरकार के खिलाफ चल रहा है। सरकार इस आंदोलन पर जबर्दस्त दमन कर रही है। इस प्रोजेक्ट में अडानी का 20,000 करोड़ रुपए फंसा है और झारखंड सरकार के सचिव कह रहे हैं कि इसी साल जून तक उस पर काम शुरू हो जाएगा।  
 
अनिश्चितकालीन सत्याग्रह स्थल के आसपास समरूआ व सोनडीहा आदि गांव के पास बुधवार को जमीन की माप करने जिला प्रशासन की टीम पहुंची। इसकी सूचना ग्रामीणों को मिली। इसके बाद सैकड़ों की संख्या में ग्रामीण पारंपरिक हथियार कुल्हाड़ी, फरसा व डंडा आदि पहुंचे और अडाणी कंपनी, जमीन मापी करने पहुंची जिला प्रशासन व पुलिस पदाधिकारियों की टीम को खदेड़ दिया। इसके साथ ही मोतिया से बक्सरा तक (10) निकाली गई महारैली में लोगों ने 'अडानी कम्पनी वापस जाओ' का नारा बुलंद किया।
 
संपादन- भवेंद्र प्रकाश

Courtesy: National Dastak

 

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