इतिहास
February 13, 2017
गोलवलकर के महिमामंडन से उठते प्रश्न
गोलवलकर
संघ के सुप्रीमो जनाब मोहन भागवत की सूबा मध्य प्रदेश की बैतुल की यात्रा पिछले दिनों सूर्खियों में रही, जहां वह हिन्दू सम्मेलन को संबोधित करने पहुंचे थे। सूर्खियों की असली वजह रही बैतुल जेल की उनकी भेंट जहां वह उस बैरक में विशेष तौर पर गए, जहां संघ के सुप्रीमो गोलवलकर कुछ माह तक बन्द रहे। इस यात्रा की चन्द तस्वीरें भी शाया हुई हैं।...
January 30, 2017
तुम्हें ने हमें लंबे समय तक परेशान किया है। हमें तुम्हारी जरूरत नहीं। तुम भाड़ में जाओ।
महात्मा गांधी की हत्या की 68वीं बरसी पर उनके प्रपौत्र तुषार गांधी ने अब भी इस उथलपुथल भरे देश के राष्ट्रपिता के तौर पर बरकरार बापू के प्रति मौजूदा सरकार और संघ परिवार के व्यवहार का एक जायजा लिया है।
तुमने हमें 1947 में फाइनल सॉल्यूशन की इजाजत नहीं दी। तुम हिंदू राष्ट्र और हमारे बीच आ गए। हमने...
January 27, 2017
..जो शख्स तुम से पहले यहाँ तख़्त नशीन था....
उसको भी खुदा होने पे इतना ही यकीन था
- हबीब जालिब
भक्तगणों का - अर्थात वही बिरादरी जो ढ़ाई साल से लगातार सुर्खियों में रहती आयी है - जवाब नहीं !
अपने आराध्य को इस कदर नवाज़ते रहते हैं गोया आनेवाली पीढ़ियों को लगने लगे कि ऐसा शख्स कभी हुआ न हो। वैसे टेक्नोलोजी की तरक्की ने उनके लिए यह बेहद आसान भी हो गया है...
January 22, 2017
22 जनवरी सुप्रसिद्ध मार्क्सवादी विचारक -लेखक अंतोनियो ग्राम्शी (1891 -1937) का जन्मदिन है .उन्हें सजा देते हुए इटली की फासिस्ट हुकूमत के कोर्ट कहा था -' for twenty years we must stop this brain from working ' (हमें इस दिमाग को 20 साल तक काम करने से रोक देना चाहिए).
यह 1928 की बात है .ग्राम्शी तब इटली की संसद के सदस्य भी थे ....
January 13, 2017
नई दिल्ली। तिलका माँझी उर्फ जाबरा पहाड़िया को देश के प्रथम स्वतंत्रता संग्रामी और शहीद कहा जाता है। तिलका माँझी ने अंग्रेज़ी शासन की बर्बरता और जघन्य कार्यों के विरुद्ध ज़ोरदार तरीके से आवाज़ उठायी थी। उन्होने किशोर अवस्था से ही अपने परिवार तथा जाति पर अंग्रेज़ी शासन का अत्याचार देखा था। उस समय गरीब आदिवासियों की भूमि, खेती, पर अंग्रेज़ी शासक अपना अधिकार जमाए हुए थे। आदिवासियों और पर्वतीय सरदारों...
January 4, 2017
नई दिल्ली। देशभक्ति का ढिंढोरा पीटने वाले राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ यानि आरएसएस की दुखती रग पर जब इतिहासकार प्रोफेसर इरफान हबीब ने हाथ रखा तो उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज करा दी गई। लेकिन इसके बावजूद भी इरफान हबीब आजादी की लड़ाई में आरएसएस की भूमिका पर उठाए सवालों पर कायम हैं। उनका कहना है कि मैं लोकतंत्र में जीने वाला इंसान हूं, इसलिए जो सही था मैंने वही कहा। अगर मैं गलत हूं तो संघ सबूतों के साथ...
January 1, 2017
"वो सिर्फ 500 थे, लेकिन दिल में जज़्बा था कि जातिवाद को हराना है.. वे जान पर खेल गए, कई तो कट मरे, पर आख़िरकार... भीमा कोरेगांव के मैदान से पेशवा की फ़ौज भाग गई। 1818 को इसी दिन महार सैनिकों ने पेशवाई को हराकर भारत को जातिमुक्त और लोकतांत्रिक बनाने की दिशा में पहला ऐतिहासिक क़दम बढ़ाया"
वरिष्ठ पत्रकार दिलीप मंडल की यह लाइन दलितों के...
December 28, 2016
A response to a Scroll.in article about Hindutva's distorted reading of medieval Indian history.
Image credit: Wikimedia Commons
The unlikeliest of events set off bitter historical debates in India. Last week, it was the name actors Kareena Kapoor and Saif Ali Khan gave their newborn child. What should have been a purely personal decision became an occasion for Hindutva...
December 27, 2016
The recent paper in the ICHR journal is yet another attempt in the long history of Hindu-ising the remains of the Indus Valley Civilisation.
The Indian Council for Historical Research’s Hindi journal, Itihaas, in its latest issue carries a so-called research paper that identifies the famous “Dancing Girl” bronze statue from Mohenjo-daro with the Hindu goddess...
December 25, 2016
"On the night before Christmas, we’ll all be about. While the people are sleeping, we’ll realise our clout. We’ll expropriate goods from the stores, ‘cos that’s fair. And distribute them widely, to those who need care".
Can we reclaim Christmas for the masses? Credit: Grace Wilson/STRIKE! magazine.
It’s no surprise to discover...