अयोध्या मामले पर फैसला आज, सुरक्षा चाकचौबंद, शांति बनाए रखने की अपीलें जारी

Published on: November 9, 2019
रामजन्म भूमि बाबरी मस्जिद मामले में उच्चतम न्यायालय के ऐतिहासिक फैसले से पहले अयोध्या में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है। जमीन से आसमान तक पुलिस निगरानी की व्यवस्था की गयी है। शहर के हर चौराहे पर सीसीटीवी कैमरे लगाये गये हैं। आसमान से ड्रोन कैमरे चप्पे-चप्पे पर नजर रखे हुए हैं। वहीं दूसरी तरफ हिंदू और मुस्लिम दोनों ही पक्षों द्वारा कोर्ट के निर्णय का सम्मान रखने व सौहार्द बनाए रखने की अपील की जा रही है। 



सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस जस्टिस रंजन गोगोई की अगुवाई में पांच सदस्यीय बेंच ने इस मामले में लगातार 40 दिनों तक सुनवाई कर फैसला सुरक्षित रख लिया था। इसके साथ ही सुप्रीम कोर्ट व समाचार प्रसारण माध्यमों की नियामक संस्था 'समाचार प्रसारण मानक प्राधिकरण' (एनबीएसए) ने मीडिया कर्मियों से आग्रह किया था कि वे राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद प्रकरण पर समाचार देते समय अत्यधिक सावधानी बरतें तथा सनसनीखेज और भड़काने वाले समाचारों का प्रसारण न करें। 

यूपी सरकार ने एनसीआर के शहरों नोएडा और गाजियाबाद के सभी स्कूलों, कॉलेजों और प्रशिक्षण केन्द्रों को 11 नवंबर तक बंद रखने का आदेश दिया है। दोनों जिलों के जिलाधिकारियों की ओर से जारी आदेश के अनुसार, जनपद गौतम बुध नगर और गाजियाबाद के सभी स्कूलों, उच्च शैक्षणिक संस्थानों, ट्रेनिंग सेंटर 9 से 11 नवंबर तक बंद रहेंगे। फैसले के बाद कानून व्यवस्था व आपसी सौहार्द प्रभावित ना हो, इसके लिए जिला प्रशासन हर संभव तैयारी कर रहा है। जिलाधिकारी ने सोशल मीडिया पर गलत संदेश प्रसारित करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का आदेश दिया है। उन्होंने बताया कि अगर सोशल मीडिया पर कोई ऐसा पोस्ट डालता है, जिससे कानून व्यवस्था प्रभावित हो सकती है, तो उसके खिलाफ गैंगेस्टर व रासुका के तहत कार्रवाई की जाएगी।

अजमेर शरीफ दरगाह के दीवान ने की शांति बनाए रखने की अपील
राजस्थान में अजमेर शरीफ दरगाह के दीवान ने अयोध्या मामले में शनिवार को उच्चतम न्यायालय का फैसला आने के मद्देनजर देशवासियों से न्यायालय के निर्णय का सम्मान करने और शांति एवं सद्भाव बनाए रखने की अपील की है। दरगाह के दीवान जैनुअल आबदीन अली खान ने शुक्रवार को पीटीआई भाषा से कहा, ‘‘मैं हिन्दू—मुस्लिम समुदाय के सभी लोगों और भारतीय नागरिकों से कानून व्यवस्था बनाये रखने तथा न्यायालय के निर्णय का सम्मान करने की अपील करता हूं। यह समय हमारी एकता और भाईचारा दिखाने का है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘पूरी दुनिया हमारी तरफ देख रही है और हम सभी को एकजुटता दिखानी चाहिए और इस फैसले का सम्मानपूर्वक स्वागत करना चाहिए।’’

जामिया मिल्लिया इस्लामिया की अपील- सद्भाभावना बनाए रखें
जामिया मिल्लिया इस्लामिया ने शुक्रवार रात कहा कि विश्वविद्यालय में शनिवार को कोई ‘क्लास’ नहीं होगी। सूत्रों ने बताया कि अयोध्या मामले पर शनिवार को आने वाले फैसले के मद्देनजर एहतियाती उपाय के तहत प्रशासन ने यह फैसला किया है। विश्वविद्यालय ने ट्वीट किया, ‘‘शनिवार और रविवार को जामिया में कोई भी क्लास नहीं ली जाएगी।’’ इस संवेदनशील मुद्दे पर उच्चतम न्यायालय के फैसले से पहले शुक्रवार को विश्वविद्यालय की कुलपति नजमा अख्तर ने शांति और सद्भाव बनाये रखने की अपील की।
 

बाकी ख़बरें