जयपुर। राजस्थान में कांग्रेस की सरकार बन गई है। इस बीच बहुजन समाज पार्टी के एक विधायक चर्चाओं में हैं। ये विधायक हैं भरतपुर की नगर विधानसभा से बसपा प्रत्याशी वाजिब अली। दरअसल वाजिब अली एक सक्सेसफुल बिजनेसमैन हैं जो चुनाव लड़ने के लिए ऑस्ट्रेलिया से आये थे। वाजिब अली चुनाव लड़े भी और जीते भी।
वाजिब अली की कहानी दूसरे नेताओँ से अलग है। वे शिक्षा के क्षेत्र में काम करते हैं औऱ ऑस्ट्रेलिया में 18 कॉलेज चलाते हैं। वाजिब अली चाहते हैं कि मेवात के क्षेत्र में शिक्षा के प्रति जागरूकता आये और पिछड़ापन दूर हो। वाजिब अली ने शिक्षा के क्षेत्र में क्रांति लाने के लिये सियासी रास्ता चुना है। वाजिब अली के सामने भारतीय जनता पार्टी से अनीता सिंह और काँग्रेस से मुरारीलाल तथा समाजवादी पार्टी की तरफ से नीम सिंह ने चुनाव लड़ा था।
इंडियाटाइम्स से बात करते हुए वाजिब अली ने बताया कि छह साल पहले जब वह ऑस्ट्रेलिया से अपने गांव आए थे तो क्षेत्र की स्थिति देखकर काफी दुखी हुए। उऩ्होंने इस पर विचार करना शुरू किया कि वे अपने समुदाय की सेवा किस तरह से कर सकते हैं ताकि उनके क्षेत्र का पिछड़ापन दूर हो। उन्होंने खुद ऑस्ट्रेलिया से उच्च शिक्षा प्राप्त की है और अपने कॉलेज भी चला रहे हैं। ऐसे में उऩ्होंने राजनीति में आने का फैसला किया।
वाजिब अली ने कहा कि मैं लोगों की जीवनशैली में बदलाव लाना चाहता था खासतौर पर अपने क्षेत्र की जनता के। मेरा क्षेत्र राजस्थान के सबसे पिछड़े इलाकों में से है। आप देख सकते हैं कि मेवात हरियाणा के सबसे पिछड़े इलाकों में से है इसी तरह मेरा इलाका है। ऐसे में मैंने सोचना शुरू किया कि यहां अपने समुदाय के लिए बहुत कुछ किया जा सकता है।
आरामदायक जीवनशैली छोड़कर चुनाव क्यों लड़ा इसके बारे में पूछे जाने पर वाजिब अली कहते हैं कि आपके पास बदलाव की क्षमता है। शिक्षा ही एकमात्र रास्ता है जिससे बदलाव लाया जा सकता है। ऐसे में स्वास्थ्य औऱ शिक्षा दो ऐसे क्षेत्र हैं जिनपर काम कर बदलाव लाया जा सकता है।
वाजिब अली की कहानी दूसरे नेताओँ से अलग है। वे शिक्षा के क्षेत्र में काम करते हैं औऱ ऑस्ट्रेलिया में 18 कॉलेज चलाते हैं। वाजिब अली चाहते हैं कि मेवात के क्षेत्र में शिक्षा के प्रति जागरूकता आये और पिछड़ापन दूर हो। वाजिब अली ने शिक्षा के क्षेत्र में क्रांति लाने के लिये सियासी रास्ता चुना है। वाजिब अली के सामने भारतीय जनता पार्टी से अनीता सिंह और काँग्रेस से मुरारीलाल तथा समाजवादी पार्टी की तरफ से नीम सिंह ने चुनाव लड़ा था।
इंडियाटाइम्स से बात करते हुए वाजिब अली ने बताया कि छह साल पहले जब वह ऑस्ट्रेलिया से अपने गांव आए थे तो क्षेत्र की स्थिति देखकर काफी दुखी हुए। उऩ्होंने इस पर विचार करना शुरू किया कि वे अपने समुदाय की सेवा किस तरह से कर सकते हैं ताकि उनके क्षेत्र का पिछड़ापन दूर हो। उन्होंने खुद ऑस्ट्रेलिया से उच्च शिक्षा प्राप्त की है और अपने कॉलेज भी चला रहे हैं। ऐसे में उऩ्होंने राजनीति में आने का फैसला किया।
वाजिब अली ने कहा कि मैं लोगों की जीवनशैली में बदलाव लाना चाहता था खासतौर पर अपने क्षेत्र की जनता के। मेरा क्षेत्र राजस्थान के सबसे पिछड़े इलाकों में से है। आप देख सकते हैं कि मेवात हरियाणा के सबसे पिछड़े इलाकों में से है इसी तरह मेरा इलाका है। ऐसे में मैंने सोचना शुरू किया कि यहां अपने समुदाय के लिए बहुत कुछ किया जा सकता है।
आरामदायक जीवनशैली छोड़कर चुनाव क्यों लड़ा इसके बारे में पूछे जाने पर वाजिब अली कहते हैं कि आपके पास बदलाव की क्षमता है। शिक्षा ही एकमात्र रास्ता है जिससे बदलाव लाया जा सकता है। ऐसे में स्वास्थ्य औऱ शिक्षा दो ऐसे क्षेत्र हैं जिनपर काम कर बदलाव लाया जा सकता है।