उत्तराखंड : डीएम नहीं पहुंची तो फाड़ दिया ज्ञापन, कृषि कानूनों के खिलाफ हंगामा

Written by sabrang india | Published on: December 15, 2020
उत्तराखंड के रुद्रपुर में तीन नए कृषि कानून रद करने की मांग को लेकर सोमवार को कलक्ट्रेट पर किसानों ने धरना दिया। ज्ञापन लेने एडीएम धरना स्थल पर पहुंचे तो किसान डीएम को ज्ञापन सौंपने की मांग पर अड़ गए। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि 10 मिनट में डीएम रंजना राजगुरु नहीं आई तो ज्ञापन फाड़ दिया जाएगा। तय समय पर डीएम नहीं पहुंचीं तो किसान संगठन के प्रदेश अध्यक्ष परमजीत सिंह ने मांग पत्र को गुस्से में फाड़ दिया और जिला प्रशासन, केंद्र व राज्य सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर रोष जताया।



कृषि कानून के विरोध में सोमवार को गांधी पार्क में हुई सभा में कहा गया कि कृषि कानून पारित कर सरकार ने पूंजीवादी घरानों को किसानों को लूटने व उन्हें जमीन से बेदखल करने की खुली छूट दे दी है। इंकलाबी मजदूर संगठन ने कहा कि कृषि कानूनों से किसानों की हालत ठेका मजदूरों जैसी होगी। इसके बाद किसानों व कांग्रेस कार्यकर्ता रैली की शक्ल में डीडी चौक होते हुए नैनीताल रोड से कलक्ट्रेट पहुंचे। जहां पर उन्होंने धरना देते हुए प्रधानमंत्री एवं राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन लेकर कानून निरस्त की मांग की। ज्ञापन लेने एडीएम जगदीश चंद्र कांडपाल पहुंचे तो उन्होंने डीएम को ही ज्ञापन देने की बात कही। डीएम रंजना राजगुरु के 10 मिनट में नहीं पहुंचने पर ज्ञापन फाड़ दिया गया।

धरने पर पूर्व कैबिनेट मंत्री तिलक राज बेहड़, पूर्व पालिकाध्यक्ष मीना शर्मा, कांग्रेस महानगर अध्यक्ष जगदीश तनेजा, हरीश पनेरु, हिमांशु गावा, सुखदेव सिंह, हरजिदर सिंह आदि शामिल थे।

गांधी पार्क में किसानों ने लोगों से रिलायंस जिओ और रिलायंस पेट्रोल पंप के बहिष्कार करने का एलान किया। यातायात व्यवस्था एवं सुरक्षा व्यवस्था बनाए रखने के लिए गांधी पार्क और कलेक्ट्रेट में पुलिस एवं पीएसी तैनात थी। किसानों के वापस होने तक कलक्ट्रेट में पुलिस तैनात रही।

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