UPSC ने एग्जाम में पूछीं रिजर्वेशन की बुराइयां...

Written by Sabrangindia Staff | Published on: August 14, 2018
नई दिल्ली. UPSC द्वारा रविवार को असिस्टेंट कमांडेंट का एग्जाम आयोजित कराया गया. इस एग्जाम का एक सवाल चर्चा का विषय बना हुआ है. यूपीएससी ने एग्जाम में पूछा कि क्या आरक्षण नागरिक गतिशीलता का दमन करता है. परीक्षा में इस विषय पर निबंध लिखवाया गया था. यूपीएससी के इस सवाल पर लोग एग्जाम सेट करने वालों की मंशा पर सवाल उठा रहे हैं. ऐसे में सवाल उठ रहे हैं कि संविधान में आरक्षण का प्रावधान है. लोगों का सवाल है कि क्या यूपीएससी ऐसे सवाल के जरिए आरक्षित वर्ग के छात्रों की शिनाख्त करना चाहता है या संविधान प्रदत्त आरक्षण यूपीएससी को रास नहीं आ रहा.

आरक्षण के मामले पर सुप्रीम कोर्ट या सरकार ही कोई निर्णय ले सकते हैं. ऐसे में यूपीएससी का यह सवाल चर्चा का विषय बना हुआ है. आरक्षण का मुद्दा इन दिनों सुर्खियों में बना हुआ है. इस परीक्षा के एक दिन पहले ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक इंटरव्यू के दौरान कहा था कि जातिगत आरक्षण खत्म नहीं होगा. यूपीएससी द्वारा सीपीएफ असिस्टेंट कमांडेंट की परीक्षा रविवार को देश भर के विभिन्न केंद्रों पर हुई थी जिसमें आरक्षण संबंधी सवाल 300 शब्दों में पूछा गया था.

यह सवाल दूसरी पाली में हुए एग्जाम में पूछ गया था. इस एग्जाम मेंआर्थिक विकास आरक्षण, नॉन परफार्मिंग पार्लियामेंट, धर्मिक कट्टरता, कृषि संबंधी छूट व शिक्षा से जुड़े टॉपिक थे. इसके अलावा नोटबंदी से कालेधन पर नियंत्रण संबंधी सवाॉल का जवाब 200 शब्दों में लिखने के लिए दिया गया था. क्या आरक्षण नागरिक गतिशीलता का दमन करता है? इस सवाल पर सोशल मीडिया यूजर्स कड़ी प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं. इसमें यूपीएससी का पेपर सेट करने वालों की मंशा पर सवाल किए जा रहे हैं.

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