नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश के हाथरस में गैंगरेप की घटना के बाद पीड़िता की दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में मौत हो गई। इस घटना को लेकर इंसाफ के लिए भीम आर्मी का अस्पताल में प्रदर्शन जारी है। इस घटना से नाराज भीम आर्मी के प्रमुख चंद्रशेखर आजाद और उनके समर्थकों ने सड़क को जाम किया और हत्यारों को फांसी देने की मांग की।
चंद्रशेखर आजाद ने अपने ट्वीटर हैंडल से लिखा, 'मैं और हमारी पीड़िता बहन का पूरा परिवार अभी सफदरजंग हॉस्पिटल में ही धरने पर बैठे है। अब बर्दाश्त नही होगा, न्याय लेकर रहेंगे।'
इस दौरान एक समाचार चैनल से बातचीत में चंद्रशेखर ने कहा कि हमने एम्स में इलाज की मांग की थी, सफदरजंग में भर्ती करवाया गया। साथ ही उन्होंने अस्पताल प्रशासन पर भी गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि कल रात में उस लड़की की हत्या कर दी गयी। हम पोस्टमार्टम के लिए पैनल या बोर्ड के गठन की मांग करते हैं।
चंद्रशेखर आजाद ने आगे कहा कि घटना की सीबीआई जांच हो, फ़ास्ट ट्रैक कोर्ट में मुकदमा चले पीड़ित परिवार को आवास दें ताकि शहर में रहकर वो न्याय के लिए लड़ सकें। साथ ही उन्होंने एक करोड़ का मुआवजा और एक सरकार नौकरी परिवार को देने की भी मांग की।
भीम आर्मी प्रमुख ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर हमला करते हुए कहा कि अपराधी सीएम की जाति से हैं और पीड़िता मेरी जाति से तो इंसाफ़ कैसे मिलेगा? भीम आर्मी प्रमुख ने कहा कि इस घटना पर अबतक प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री की तरफ से एक भी ट्वीट देखने को नहीं मिला है।
बता दें कि हाथरस में दो हफ्ते पहले रेप और प्रताड़ना का शिकार बनी 20 साल की पीड़िता की दिल्ली के अस्पताल में मंगलवार को मौत हो गई। पीड़िता गंभीर चोटें लगी थीं और उसका ICU में इलाज चल रहा था। कथित रूप से उसके गांव में लगभग दो हफ्तों पहले चार-पांच लोगों ने मिलकर उसका गैंगरेप किया था और प्रताड़नाएं दी थीं। पीड़िता की हालत बहुत बुरी थी, उसके शरीर में कई जगह फ्रैक्चर आए थे और उसकी जीभ काट दी गई थी।
मामले में सभी चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। पीड़िता दलित जाति से थी, वहीं सभी आरोपी कथित रूप से उच्च जाति से संबंध रखते हैं। 20 साल की पीड़िता पर 14 सितंबर को राजधानी दिल्ली से लगभग 200 किमी दूर स्थित हाथरस के एक गांव में हमला किया गया था। आरोपियों ने उसे उसके दुपट्टे से खींचकर खेतों में ले जाया गया था। वो अपने परिवार के साथ घास काट रही थी।
चंद्रशेखर आजाद ने अपने ट्वीटर हैंडल से लिखा, 'मैं और हमारी पीड़िता बहन का पूरा परिवार अभी सफदरजंग हॉस्पिटल में ही धरने पर बैठे है। अब बर्दाश्त नही होगा, न्याय लेकर रहेंगे।'
इस दौरान एक समाचार चैनल से बातचीत में चंद्रशेखर ने कहा कि हमने एम्स में इलाज की मांग की थी, सफदरजंग में भर्ती करवाया गया। साथ ही उन्होंने अस्पताल प्रशासन पर भी गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि कल रात में उस लड़की की हत्या कर दी गयी। हम पोस्टमार्टम के लिए पैनल या बोर्ड के गठन की मांग करते हैं।
चंद्रशेखर आजाद ने आगे कहा कि घटना की सीबीआई जांच हो, फ़ास्ट ट्रैक कोर्ट में मुकदमा चले पीड़ित परिवार को आवास दें ताकि शहर में रहकर वो न्याय के लिए लड़ सकें। साथ ही उन्होंने एक करोड़ का मुआवजा और एक सरकार नौकरी परिवार को देने की भी मांग की।
भीम आर्मी प्रमुख ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर हमला करते हुए कहा कि अपराधी सीएम की जाति से हैं और पीड़िता मेरी जाति से तो इंसाफ़ कैसे मिलेगा? भीम आर्मी प्रमुख ने कहा कि इस घटना पर अबतक प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री की तरफ से एक भी ट्वीट देखने को नहीं मिला है।
बता दें कि हाथरस में दो हफ्ते पहले रेप और प्रताड़ना का शिकार बनी 20 साल की पीड़िता की दिल्ली के अस्पताल में मंगलवार को मौत हो गई। पीड़िता गंभीर चोटें लगी थीं और उसका ICU में इलाज चल रहा था। कथित रूप से उसके गांव में लगभग दो हफ्तों पहले चार-पांच लोगों ने मिलकर उसका गैंगरेप किया था और प्रताड़नाएं दी थीं। पीड़िता की हालत बहुत बुरी थी, उसके शरीर में कई जगह फ्रैक्चर आए थे और उसकी जीभ काट दी गई थी।
मामले में सभी चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। पीड़िता दलित जाति से थी, वहीं सभी आरोपी कथित रूप से उच्च जाति से संबंध रखते हैं। 20 साल की पीड़िता पर 14 सितंबर को राजधानी दिल्ली से लगभग 200 किमी दूर स्थित हाथरस के एक गांव में हमला किया गया था। आरोपियों ने उसे उसके दुपट्टे से खींचकर खेतों में ले जाया गया था। वो अपने परिवार के साथ घास काट रही थी।