तमिलनाडु के एक टीवी चैनल के 29 वर्षीय रिपोर्टर मोसेस की रविवार की रात को हत्या कर दी गई। वह तमिलनाडु के कुंद्राथुर में सरकारी जमीन की अवैध बिक्री और गांजा की बिक्री को लेकर रिपोर्टिंग कर रहे थे।
कुंद्राथुर चेन्नई के बाहरी इलाके में एक उपनगर है और कांचीपुरम जिले के अंतर्गत आता है और पुथु नेल्लोर गांव इलाके के रहने वाले मोसेस स्थानीय समस्याओं पर अपनी रिपोर्टिंग किया करते थे। मोसेस पहले से ही धमकियों का सामना कर रहे थे, इस बीच एक जोड़े ने उन्हें रास्ते में रोका और दरांती से हमला कर उसे लहूलुहान कर दिया। इसके बाद सोमंगलम पुलिस ने अवैध भूमि बिक्री और गांजा बिक्री में शामिल एक गिरोह के चार सदस्यों को मौत के मामले में गिरफ्तार किया है।
'द न्यूज मिनट' की रिपोर्ट के अनुसार, तमिलियन चैनल पर सिरप्पु पारावई (विशेष ध्यान) शो के माध्यम से इस क्षेत्र में असामाजिक तत्वों को अंडरकवर ऑपरेशन के जरिए उजागर करते थे। पिछले हफ्ते उन्होंने इस क्षेत्र में एक गिरोह द्वारा किए गए गांजे की बिक्री की सूचना दी थी, तब से वह इस समूह से खतरों का सामना कर रहे थे।
तमिलियन टीवी के मुख्य संवाददाता और वर्किंग जर्नलिस्ट्स यूनियन के राज्य अध्यक्ष सगयराज ने कहा, 'रविवार की रात एक जोड़े ने मोसेस को उसके घर से निकलते समय रोका और उससे कुछ रास्ते पूछे। इसके बाद उसपर हमला कर दिया, फिर जब वह चिल्लाने लगा तो उसके पिता भागकर बाहर आए कि क्या हुआ है। जैसे ही वह बाहर निकले तो आरोपी वहां से भाग गए।
इस हमले में मोसेस के सिर और हाथ में गंभीर चोट लगी और उन्हें तुरंत क्रोपेट सरकारी अस्पताल में भर्ती किया गया। हालांकि गंभीर चोटों और खून की कमी के कारण उनकी मौत हो गई।
मोसेस के पिता ने द न्यूज मिनट से बात करते हुए बताया, 'मेरा बेटा हमेशा क्षेत्र में चल रहे मुद्दों को लेकर मुखर रहता था। पहले एक गिरोह द्वारा जमीन हड़पने की समस्या थी और वह वहां गया था और उसने इसके बारे में सूचना दी थी।
उन्होंने आगे बताया, 'तब से हम समस्याओं का सामना कर रहे हैं और पिछले हफ्ते गांजा की बिक्री करने वाले गिरोह की सूचना दी थी। इसके बाद से धमकियां मिलने लगीं तो पुलिस स्टेशन गए और उन्हें धमकियों के बारे में सूचना दी लेकिन लिखित शिकायत नहीं दी। इस हमले का यही कारण है।
हालांकि, सगयराज ने कहा कि पुलिस को कार्रवाई करनी चाहिए थी और रिपोर्टर को सुरक्षा प्रदान करनी चाहिए थी। उन्होंने यह भी मांग की कि सरकार मुआवजे के रूप में 25 लाख रुपये और तत्काल परिजनों को सरकारी नौकरी प्रदान करे। उन्होंने कहा कि तमिलनाडु सरकार को पत्रकारों की सुरक्षा के लिए एक कानून बनाना चाहिए।
इस बीच सोमंगलम पुलिस ने शिकायत दर्ज कर ली है और मामले की जांच जारी है।
तमिलनाडु महिला पत्रकार फोरम ने कहा “रिपोर्टर मूसा जो गांजा की बिक्री और भूमि अतिक्रमण को कवर कर रहे थे, उन्हें पुथु नेल्लोर में मार दिया गया है। हम इसकी कड़ी निंदा करते हैं। हम तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एडप्पादी के पलानीस्वामी से अनुरोध करते हैं कि वे आरोपियों के खिलाफ त्वरित कार्रवाई करें। इस हत्या के लिए पुलिस जिम्मेदार है क्योंकि मूसा ने शिकायत दी थी कि उसकी जान को खतरा है और अभी भी पुलिस विभाग की ओर से कोई कार्रवाई नहीं की गई है।”
कुंद्राथुर चेन्नई के बाहरी इलाके में एक उपनगर है और कांचीपुरम जिले के अंतर्गत आता है और पुथु नेल्लोर गांव इलाके के रहने वाले मोसेस स्थानीय समस्याओं पर अपनी रिपोर्टिंग किया करते थे। मोसेस पहले से ही धमकियों का सामना कर रहे थे, इस बीच एक जोड़े ने उन्हें रास्ते में रोका और दरांती से हमला कर उसे लहूलुहान कर दिया। इसके बाद सोमंगलम पुलिस ने अवैध भूमि बिक्री और गांजा बिक्री में शामिल एक गिरोह के चार सदस्यों को मौत के मामले में गिरफ्तार किया है।
'द न्यूज मिनट' की रिपोर्ट के अनुसार, तमिलियन चैनल पर सिरप्पु पारावई (विशेष ध्यान) शो के माध्यम से इस क्षेत्र में असामाजिक तत्वों को अंडरकवर ऑपरेशन के जरिए उजागर करते थे। पिछले हफ्ते उन्होंने इस क्षेत्र में एक गिरोह द्वारा किए गए गांजे की बिक्री की सूचना दी थी, तब से वह इस समूह से खतरों का सामना कर रहे थे।
तमिलियन टीवी के मुख्य संवाददाता और वर्किंग जर्नलिस्ट्स यूनियन के राज्य अध्यक्ष सगयराज ने कहा, 'रविवार की रात एक जोड़े ने मोसेस को उसके घर से निकलते समय रोका और उससे कुछ रास्ते पूछे। इसके बाद उसपर हमला कर दिया, फिर जब वह चिल्लाने लगा तो उसके पिता भागकर बाहर आए कि क्या हुआ है। जैसे ही वह बाहर निकले तो आरोपी वहां से भाग गए।
इस हमले में मोसेस के सिर और हाथ में गंभीर चोट लगी और उन्हें तुरंत क्रोपेट सरकारी अस्पताल में भर्ती किया गया। हालांकि गंभीर चोटों और खून की कमी के कारण उनकी मौत हो गई।
मोसेस के पिता ने द न्यूज मिनट से बात करते हुए बताया, 'मेरा बेटा हमेशा क्षेत्र में चल रहे मुद्दों को लेकर मुखर रहता था। पहले एक गिरोह द्वारा जमीन हड़पने की समस्या थी और वह वहां गया था और उसने इसके बारे में सूचना दी थी।
उन्होंने आगे बताया, 'तब से हम समस्याओं का सामना कर रहे हैं और पिछले हफ्ते गांजा की बिक्री करने वाले गिरोह की सूचना दी थी। इसके बाद से धमकियां मिलने लगीं तो पुलिस स्टेशन गए और उन्हें धमकियों के बारे में सूचना दी लेकिन लिखित शिकायत नहीं दी। इस हमले का यही कारण है।
हालांकि, सगयराज ने कहा कि पुलिस को कार्रवाई करनी चाहिए थी और रिपोर्टर को सुरक्षा प्रदान करनी चाहिए थी। उन्होंने यह भी मांग की कि सरकार मुआवजे के रूप में 25 लाख रुपये और तत्काल परिजनों को सरकारी नौकरी प्रदान करे। उन्होंने कहा कि तमिलनाडु सरकार को पत्रकारों की सुरक्षा के लिए एक कानून बनाना चाहिए।
इस बीच सोमंगलम पुलिस ने शिकायत दर्ज कर ली है और मामले की जांच जारी है।
तमिलनाडु महिला पत्रकार फोरम ने कहा “रिपोर्टर मूसा जो गांजा की बिक्री और भूमि अतिक्रमण को कवर कर रहे थे, उन्हें पुथु नेल्लोर में मार दिया गया है। हम इसकी कड़ी निंदा करते हैं। हम तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एडप्पादी के पलानीस्वामी से अनुरोध करते हैं कि वे आरोपियों के खिलाफ त्वरित कार्रवाई करें। इस हत्या के लिए पुलिस जिम्मेदार है क्योंकि मूसा ने शिकायत दी थी कि उसकी जान को खतरा है और अभी भी पुलिस विभाग की ओर से कोई कार्रवाई नहीं की गई है।”