अब क्या बेचोगे साहेब जी ?
टेशन, हॉस्पिटल, हवाई अड्डा बेचे
रेलवे, फाटक, बस अड्डा बेचे।
जंगल, नदिया कार्पोरेट को
पहाड़, कोयले का खड्डा बेचे।
बिक गए तहसीलदार नायब जी
अब क्या बेचोगे साहेब जी ?
स्कूल कॉलेज की फीस बढ़ाकर
मनमाना GST टैक्स लगाकर
बिक गयीं नदियां झील तालाब भी
घाटे का है सौदा बताकर।
कितने में बेचे? यह गायब जी।
अब क्या बेचोगे साहेब जी ?
सेना का ताबूत बेच दिए, वाह
बच्चों की चिक्की भी खा गए, आह
ईमान तो पहले ही बेच दिए थे
अर्थव्यवस्था फिर क्यों है तबाह।
चुप क्यों हो? बोलो कुछ अधिनायक जी
अब क्या बेचोगे साहेब जी ?
टेशन, हॉस्पिटल, हवाई अड्डा बेचे
रेलवे, फाटक, बस अड्डा बेचे।
जंगल, नदिया कार्पोरेट को
पहाड़, कोयले का खड्डा बेचे।
बिक गए तहसीलदार नायब जी
अब क्या बेचोगे साहेब जी ?
स्कूल कॉलेज की फीस बढ़ाकर
मनमाना GST टैक्स लगाकर
बिक गयीं नदियां झील तालाब भी
घाटे का है सौदा बताकर।
कितने में बेचे? यह गायब जी।
अब क्या बेचोगे साहेब जी ?
सेना का ताबूत बेच दिए, वाह
बच्चों की चिक्की भी खा गए, आह
ईमान तो पहले ही बेच दिए थे
अर्थव्यवस्था फिर क्यों है तबाह।
चुप क्यों हो? बोलो कुछ अधिनायक जी
अब क्या बेचोगे साहेब जी ?