बिहार की नीतीश सरकार में आपराधिक मामले थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। ताजा खबर समस्तीपुर की है यहां बदमाशों ने भगवान रविदास के मंदिर के साथ तोड़फोड़ की। इस घटना के बाद दलित और ओबीसी समाज के लोग दहशत में हैं। पीड़ित लोगों ने पुलिस प्रशासन से न्याय की गुहार भी लगाई लेकिन अब तक कोई मामला दर्ज नहीं किया गया है। वहीं इन बदमाशों ने गांव के लोगों का हुक्का पानी भी बंद करा दिया है। गांव की आटा चक्की में गेंहू पीसने पर समाज के लोगों पर पाबंदी लगा दी है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, यह मामला उजियारपुर थाना स्थित सूरजपुर गावं का है। जहां बीते साल 28 दिसंबर को गांव के रामचंद्र की गाय मर गई थी। इसके बाद रामचंद्र ने गाय को दफ़न करने के लिए रविदास परिवार को बुलाया। लेकिन रुपये की लेन-देन के चलते बात नहीं बनी और रविदास समाज के लोगों ने गाय को उठाने से इनकार कर दिया। इससे नाराज रामचंद्र और गांव के कुछ अन्य बदमाशों ने भगवान रविदास की अस्थायी तौर पर बने मंदिर को क्षतिग्रस्त कर दिया। इतना ही नहीं बदमाशों ने इन सभी एससी-एसटी परिवारों का हुक्का पानी भी बंद कर दिया।
जानकारी के मुताबिक रविदास के खेतों में पटवन पर रोक लगा दी है। आटा चक्की में गेंहू पीसने पर पाबंदी लगा दी गई है। घटना के बाद पीड़ित समुदाय के द्वारा सड़क जाम किया गया। घटना की सूचना के बाद पुलिस मौके पर पहुंच गई, जिसके बाद स्थानीय मुखिया ने पूरे मामले को पंचायत कर निपटाने की बात कही।
पीड़ित समुदाय का कहना है की पंचायत नहीं होने के बाद वो स्थानीय थाना, अनुसूचित जाति /जनजाति थाने को भी लिखितमें शिकायत की। लेकिन घटना के दस दिन से ज्यादा बीत जाने के बाद भी न तो पुलिस के द्वारा मामला दर्ज किया गया है और न ही किसी तरह की कोई कार्रवाई की गई है। इस घटना के बाद से दलित परिवार दहशत में है और न्याय की गुहार लगा रहे है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, यह मामला उजियारपुर थाना स्थित सूरजपुर गावं का है। जहां बीते साल 28 दिसंबर को गांव के रामचंद्र की गाय मर गई थी। इसके बाद रामचंद्र ने गाय को दफ़न करने के लिए रविदास परिवार को बुलाया। लेकिन रुपये की लेन-देन के चलते बात नहीं बनी और रविदास समाज के लोगों ने गाय को उठाने से इनकार कर दिया। इससे नाराज रामचंद्र और गांव के कुछ अन्य बदमाशों ने भगवान रविदास की अस्थायी तौर पर बने मंदिर को क्षतिग्रस्त कर दिया। इतना ही नहीं बदमाशों ने इन सभी एससी-एसटी परिवारों का हुक्का पानी भी बंद कर दिया।
जानकारी के मुताबिक रविदास के खेतों में पटवन पर रोक लगा दी है। आटा चक्की में गेंहू पीसने पर पाबंदी लगा दी गई है। घटना के बाद पीड़ित समुदाय के द्वारा सड़क जाम किया गया। घटना की सूचना के बाद पुलिस मौके पर पहुंच गई, जिसके बाद स्थानीय मुखिया ने पूरे मामले को पंचायत कर निपटाने की बात कही।
पीड़ित समुदाय का कहना है की पंचायत नहीं होने के बाद वो स्थानीय थाना, अनुसूचित जाति /जनजाति थाने को भी लिखितमें शिकायत की। लेकिन घटना के दस दिन से ज्यादा बीत जाने के बाद भी न तो पुलिस के द्वारा मामला दर्ज किया गया है और न ही किसी तरह की कोई कार्रवाई की गई है। इस घटना के बाद से दलित परिवार दहशत में है और न्याय की गुहार लगा रहे है।