वाराणसी। उत्तर प्रदेश के वाराणसी में हाथरस कांड के विरोध में स्थानीय नागरिकों के द्वारा जमकर प्रदर्शन किया गया। इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने वाराणसी के कैंट चौराहा पर इस वीभत्स गैंगरेप और हत्याकांड के विरोध में कफन सेल लगाया।

सेल के प्रमुख हरीश मिश्रा ने बताया कि यह सेल योगी सरकार के नाकामी का वह प्रतीक हैं जिसे देख कर मनुष्य की आत्मा रो रही हैं। तो वहीं दूसरी तरफ प्रदेश के लोगो के लिए यह संदेश है कि लोग अब योगी सरकार से सवाल करने में डरते है जो इस प्रदेश की कायरता दर्शाता है।
उन्होंने आगे कहा कि योगी सरकार की बदनीयती ने अनाज से सस्ता कफ़न कर दिया है जबसे भाजपा सरकार है तब से कफ़न के धंधे में तेज़ी आई है लोग कभी नोटबन्दी में मरते हैं तो कभी CAA NRC में मरते हैं, कभी कोरोना जैसे आपदा में बिना इलाज मरते है तो कभी बलात्कार से मासूम बच्चियों की मौत होती है।
हरीश ने आगे कहा, 'चारो तरफ लोग मर रहे हैं कोई बेरोजगारी में मर रहा है तो कोई भुखमरी से जिससे यह साबित होता है। प्रदेश में सारे उद्योग धंधे से ज्यादा कफ़न का धंधा आसमान छू रहा है। इसी क्रम कल बलरामपुर, बुलंदशहर, आजमगढ़ के बच्ची के साथ हुए बलात्कार का भी जमकर विरोध किया गया है।'
इस विरोध प्रदर्शन में हरीश मिश्रा, निक्की यादव, मणीन्द्र मिश्रा मंटू , अतुल राज पांडेय, रंजीत सेठ, रविन्द्र वर्मा, देवी प्रसाद यादव, आकाश बाल्मीकि, आदित्य कुमार, जगदीश कन्नौजिया, आदर्श सैनी, अभिषेक गुप्ता, रितेश यदुवंशी, गोपाल गुप्ता, रफीक खान, अजय सरोज, हिमांशु राठौर सहित तमाम लोग शामिल थे।

सेल के प्रमुख हरीश मिश्रा ने बताया कि यह सेल योगी सरकार के नाकामी का वह प्रतीक हैं जिसे देख कर मनुष्य की आत्मा रो रही हैं। तो वहीं दूसरी तरफ प्रदेश के लोगो के लिए यह संदेश है कि लोग अब योगी सरकार से सवाल करने में डरते है जो इस प्रदेश की कायरता दर्शाता है।
उन्होंने आगे कहा कि योगी सरकार की बदनीयती ने अनाज से सस्ता कफ़न कर दिया है जबसे भाजपा सरकार है तब से कफ़न के धंधे में तेज़ी आई है लोग कभी नोटबन्दी में मरते हैं तो कभी CAA NRC में मरते हैं, कभी कोरोना जैसे आपदा में बिना इलाज मरते है तो कभी बलात्कार से मासूम बच्चियों की मौत होती है।
हरीश ने आगे कहा, 'चारो तरफ लोग मर रहे हैं कोई बेरोजगारी में मर रहा है तो कोई भुखमरी से जिससे यह साबित होता है। प्रदेश में सारे उद्योग धंधे से ज्यादा कफ़न का धंधा आसमान छू रहा है। इसी क्रम कल बलरामपुर, बुलंदशहर, आजमगढ़ के बच्ची के साथ हुए बलात्कार का भी जमकर विरोध किया गया है।'
इस विरोध प्रदर्शन में हरीश मिश्रा, निक्की यादव, मणीन्द्र मिश्रा मंटू , अतुल राज पांडेय, रंजीत सेठ, रविन्द्र वर्मा, देवी प्रसाद यादव, आकाश बाल्मीकि, आदित्य कुमार, जगदीश कन्नौजिया, आदर्श सैनी, अभिषेक गुप्ता, रितेश यदुवंशी, गोपाल गुप्ता, रफीक खान, अजय सरोज, हिमांशु राठौर सहित तमाम लोग शामिल थे।