भाजपा महासचिव (संगठन) बीएल संतोष ने एक वेंटीलेटर की तस्वीर पोस्ट की (बाकायदा गैर सरकारी पीएम केयर्स के सरकारी लोगो के साथ) और दावा किया कि कुल मिलाकर इनकी संख्या इतनी होगी जितनी 65 साल में देश में खरीदे गए हैं। वैसे, 65 साल में किसी प्रधानमंत्री ने पीएम केयर्स नाम का कटोरा भी नहीं टांगा था। पर वह अलग मुद्दा है।
कल से यह ट्वीट दनादन रीट्वीट किए जा रहे हैं और इसे पीएम केयर्स के खातों का ऑडिट सीएजी से कराने की मांग के जवाब के रूप में प्रस्तुत किया जा रहा है।
ट्वीटर पर ही यूएसएआईडी (यूनाइटेड एजेंसी फॉर इंटरनेशनल डेवलपमेंट) इंडिया ने दूसरी तस्वीर पोस्ट की हैं और लिखा है कि यह 100 वेंटीलेटर की पहली खेप है। यानी एक से 65 साल की बराबरी और ट्वीट दर ट्वीट तथा 100 चुपचाप। पीएम केयर्स चंदे का पैसा है। कुल मिलाकर एक गैर जरूरी ट्रस्ट के रूप में इकट्ठा किया गया। जो कोविड के लिए खास है। और जो सेवा करने का काम करते ही हैं वे बिना किसी शोर सराबे के 100 वेंटीलेटर को पहली खेप बता रहे हैं। शायद इसलिए कि उनके पास अच्छे प्रचारक नहीं हैं। पीएम केयर्स और यूएसएआईडी के वेंटीलेटर एक ही दिन आने का कारण मुझे पता नहीं है पर आरोप लगाने वाले ने यह आरोप भी लगा ही दिया है कि यूएसएआईडी के वेंटीलेटर पर पीएम केयर्स का स्टीकर चिपका दिया गया!
यह कितना सच है राम जाने पर तीन महीने बाद एक वेंटीलेटर दिखाकर 50,000 खरीदने का दावा बिहार को एक लाख 25 हजार करोड़ का हवाई पैकेज देने के बाद किया जाएगा तो बात गले उतरे उसके लिए तरल कहां मिलेगा? ऐसा नहीं है कि यूएसएआईडी के वेंटीलेटर पीएम केयर्स के माध्यम से बंटने हैं या दोनों एक हैं। यूएसएआईडी ने अपने वेंटीलेटर्स रेड क्रॉस सोसाइटी को दिए हैं। अब होगा यह कि प्रचारक पूरा मजमा लूट लेंगे और जिनकी प्रचार एजेंसी कमजोर होगी वो सिर्फ काम करेंगे माफ कीजिएगा चुनाव लड़ेंगे अरे नहीं चुनाव भी तो वही लड़ रहे हैं जिनका प्रचार तगड़ा है। मतलब हुआ - काम वही जो प्रचार करें। गोदी मीडिया की जय हो।
फ्री प्रेस जर्नल में आज प्रकाशित जयदेव कलामुर की खबर के अनुसार इंडियन एक्सप्रेस ने अप्रैल में खबर छापी थी कि देश में जून तक 50,000 (और) वेंटीलेटर की जरूरत पड़ेगी। हिन्दू ने खबर छापी थी कि स्वास्थ्य मंत्रालय के अधिकारियों ने कहा कि देश भर में 40,000 नए वेंटीलेटर लगाए जाएंगे। खबर का लिंक कमेंट बॉक्स में। फ्री प्रेस जर्नल में आज प्रकाशित जयदेव कलामुर की खबर के अनुसार इंडियन एक्सप्रेस ने अप्रैल में खबर छापी थी कि देश में जून तक 50,000 (और) वेंटीलेटर की जरूरत पड़ेगी। हिन्दू ने खबर छापी थी कि स्वास्थ्य मंत्रालय के अधिकारियों ने कहा कि देश भर में 40,000 नए वेंटीलेटर लगाए जाएंगे।
इस खबर से लगता है कि पीएम केयर्स से संबंधित दावा और बाकी सब ट्वीट वेंटीलेटर की एक ही खेप से संबंधित है। इस पूरे मामसे में मुझे अपनी तरफ से जो कहना था वह कह चुका बाकी जो है सो सामने है आप भी समझने की कोशिश कीजिए कि माजरा है क्या? आगे कुछ और पता चला तो यहां या अलग पोस्ट में बताउंगा। देश चाहे जितना बदल जाए सत्यमेव जयते नहीं बदलेगा।
कल से यह ट्वीट दनादन रीट्वीट किए जा रहे हैं और इसे पीएम केयर्स के खातों का ऑडिट सीएजी से कराने की मांग के जवाब के रूप में प्रस्तुत किया जा रहा है।
ट्वीटर पर ही यूएसएआईडी (यूनाइटेड एजेंसी फॉर इंटरनेशनल डेवलपमेंट) इंडिया ने दूसरी तस्वीर पोस्ट की हैं और लिखा है कि यह 100 वेंटीलेटर की पहली खेप है। यानी एक से 65 साल की बराबरी और ट्वीट दर ट्वीट तथा 100 चुपचाप। पीएम केयर्स चंदे का पैसा है। कुल मिलाकर एक गैर जरूरी ट्रस्ट के रूप में इकट्ठा किया गया। जो कोविड के लिए खास है। और जो सेवा करने का काम करते ही हैं वे बिना किसी शोर सराबे के 100 वेंटीलेटर को पहली खेप बता रहे हैं। शायद इसलिए कि उनके पास अच्छे प्रचारक नहीं हैं। पीएम केयर्स और यूएसएआईडी के वेंटीलेटर एक ही दिन आने का कारण मुझे पता नहीं है पर आरोप लगाने वाले ने यह आरोप भी लगा ही दिया है कि यूएसएआईडी के वेंटीलेटर पर पीएम केयर्स का स्टीकर चिपका दिया गया!
यह कितना सच है राम जाने पर तीन महीने बाद एक वेंटीलेटर दिखाकर 50,000 खरीदने का दावा बिहार को एक लाख 25 हजार करोड़ का हवाई पैकेज देने के बाद किया जाएगा तो बात गले उतरे उसके लिए तरल कहां मिलेगा? ऐसा नहीं है कि यूएसएआईडी के वेंटीलेटर पीएम केयर्स के माध्यम से बंटने हैं या दोनों एक हैं। यूएसएआईडी ने अपने वेंटीलेटर्स रेड क्रॉस सोसाइटी को दिए हैं। अब होगा यह कि प्रचारक पूरा मजमा लूट लेंगे और जिनकी प्रचार एजेंसी कमजोर होगी वो सिर्फ काम करेंगे माफ कीजिएगा चुनाव लड़ेंगे अरे नहीं चुनाव भी तो वही लड़ रहे हैं जिनका प्रचार तगड़ा है। मतलब हुआ - काम वही जो प्रचार करें। गोदी मीडिया की जय हो।
फ्री प्रेस जर्नल में आज प्रकाशित जयदेव कलामुर की खबर के अनुसार इंडियन एक्सप्रेस ने अप्रैल में खबर छापी थी कि देश में जून तक 50,000 (और) वेंटीलेटर की जरूरत पड़ेगी। हिन्दू ने खबर छापी थी कि स्वास्थ्य मंत्रालय के अधिकारियों ने कहा कि देश भर में 40,000 नए वेंटीलेटर लगाए जाएंगे। खबर का लिंक कमेंट बॉक्स में। फ्री प्रेस जर्नल में आज प्रकाशित जयदेव कलामुर की खबर के अनुसार इंडियन एक्सप्रेस ने अप्रैल में खबर छापी थी कि देश में जून तक 50,000 (और) वेंटीलेटर की जरूरत पड़ेगी। हिन्दू ने खबर छापी थी कि स्वास्थ्य मंत्रालय के अधिकारियों ने कहा कि देश भर में 40,000 नए वेंटीलेटर लगाए जाएंगे।
इस खबर से लगता है कि पीएम केयर्स से संबंधित दावा और बाकी सब ट्वीट वेंटीलेटर की एक ही खेप से संबंधित है। इस पूरे मामसे में मुझे अपनी तरफ से जो कहना था वह कह चुका बाकी जो है सो सामने है आप भी समझने की कोशिश कीजिए कि माजरा है क्या? आगे कुछ और पता चला तो यहां या अलग पोस्ट में बताउंगा। देश चाहे जितना बदल जाए सत्यमेव जयते नहीं बदलेगा।