पुलवामा हमले के शहीदों के लिए प्रधानमंत्री राहत कोष में 110 करोड़ रुपए देने की पेशकश करने वाले मुर्तजा अली इन दिनों सुर्खियों में हैं. मुर्तजा अली ने इसके अलावा सात सितारा मल्टी स्पेशिलयलिटी हॉस्पिटल भी बनाने की भी बात कही है. जो 250 करोड़ रुपये की लागत से बनेगा. इस हॉस्पिटल के लिए पचास बीघा जमीन भी उन्होंने खरीदी है. साथ ही वे देश के 151 बेरोजगार युवाओं को मुफ्त में ट्रक भी देने जा रहे हैं जिनकी कीम करीब 40 करोड़ रुपये होगी.
मुर्तजा अली बतौर साइंटिस्ट काम करते हैं. उनका कहना है कोटा में मेडिकल फेसिलिटी तो है, लेकिन दिल्ली-मुंबई जैसे बड़े शहरों जैसी नहीं। बड़े अस्पतालों में इलाज का खर्च भी आम आदमी के बजट से बाहर होता है। इसलिए कोटा में 300 बेड वाला हॉस्पिटल बनाएंगे। नदीपार क्षेत्र में हॉस्पिटल बनाने के लिए दिल्ली-मुंबई के टॉप हास्पिटल्स से बात चल रही है। हॉस्पिटल संचालन में जो खर्च आएगा उसी के अनुसार इलाज का शुल्क तय होगा।
दैनिक भास्कर की रिपोर्ट के मुताबिक मुर्तजा अली ने कहा कि इसके लिए ट्रस्ट बनाने की भी योजना है। इन्फ्रास्ट्रक्चर पर होने वाला खर्च वो खुद वहन करेंगे। 3 साल में हॉस्पिटल शुरू करने का टारगेट है। इसके अलावा वहां पर जो जमीन बचेगी उसमें स्कूल भी खोलने की योजना है।
इसके अलावा मुर्तजा अली देशभर में 151 बेरोजगार युवाओं को रोजगार से जोड़ने के लिए मुफ्त में ट्रक देंगे। इस पर आने वाला 40 करोड़ रुपए का खर्च भी वे खुद ही उठाएंगे। इसके लिए उन्होंने 151 युवाओं व खुद के नाम से ट्रक बुक किए हैं जो इसी महीने मुंबई में केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी की मौजूदगी में सौंपे जाएंगे।
जरूरतमंद युवाओं से इसके एवज में कोई राशि नहीं ली जाएगी। हालांकि जिनकी पारिवारिक स्थिति ठीक-ठाक है उनसे 1 प्रतिशत का नाम मात्र शुल्क लिया जाएगा। इन ट्रकों से होने वाली पूरी आय युवकों को ही दी जाएगी।
3 साल का करार किया जाएगा, जिसके तहत अगर 12 घंटे से ज्यादा समय तक ट्रक खड़ा रहा तो उस व्यक्ति को 4 हजार रुपए प्रतिदिन की दर से भुगतान किया जाएगा। तीन साल बाद वो व्यक्ति ट्रक अपने नाम करा सकता है। इन ट्रकों पर विज्ञापन लगाकर 40 करोड़ की लागत को रिकवर किया जाएगा।
मुर्तजा अली बतौर साइंटिस्ट काम करते हैं. उनका कहना है कोटा में मेडिकल फेसिलिटी तो है, लेकिन दिल्ली-मुंबई जैसे बड़े शहरों जैसी नहीं। बड़े अस्पतालों में इलाज का खर्च भी आम आदमी के बजट से बाहर होता है। इसलिए कोटा में 300 बेड वाला हॉस्पिटल बनाएंगे। नदीपार क्षेत्र में हॉस्पिटल बनाने के लिए दिल्ली-मुंबई के टॉप हास्पिटल्स से बात चल रही है। हॉस्पिटल संचालन में जो खर्च आएगा उसी के अनुसार इलाज का शुल्क तय होगा।
दैनिक भास्कर की रिपोर्ट के मुताबिक मुर्तजा अली ने कहा कि इसके लिए ट्रस्ट बनाने की भी योजना है। इन्फ्रास्ट्रक्चर पर होने वाला खर्च वो खुद वहन करेंगे। 3 साल में हॉस्पिटल शुरू करने का टारगेट है। इसके अलावा वहां पर जो जमीन बचेगी उसमें स्कूल भी खोलने की योजना है।
इसके अलावा मुर्तजा अली देशभर में 151 बेरोजगार युवाओं को रोजगार से जोड़ने के लिए मुफ्त में ट्रक देंगे। इस पर आने वाला 40 करोड़ रुपए का खर्च भी वे खुद ही उठाएंगे। इसके लिए उन्होंने 151 युवाओं व खुद के नाम से ट्रक बुक किए हैं जो इसी महीने मुंबई में केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी की मौजूदगी में सौंपे जाएंगे।
जरूरतमंद युवाओं से इसके एवज में कोई राशि नहीं ली जाएगी। हालांकि जिनकी पारिवारिक स्थिति ठीक-ठाक है उनसे 1 प्रतिशत का नाम मात्र शुल्क लिया जाएगा। इन ट्रकों से होने वाली पूरी आय युवकों को ही दी जाएगी।
3 साल का करार किया जाएगा, जिसके तहत अगर 12 घंटे से ज्यादा समय तक ट्रक खड़ा रहा तो उस व्यक्ति को 4 हजार रुपए प्रतिदिन की दर से भुगतान किया जाएगा। तीन साल बाद वो व्यक्ति ट्रक अपने नाम करा सकता है। इन ट्रकों पर विज्ञापन लगाकर 40 करोड़ की लागत को रिकवर किया जाएगा।