दक्षिणपंथी समूहों और खासतौर पर भाजपा के नेताओं के द्वारा बनायी गए खतरनाक 'लव जिहाद' एजेंडे को सप्ताहांत के भीतर एक और राज्य सरकार का समर्थन मिल गया है। अब हरियाणा सरकार ने अब कहा है कि वह जल्द ही 'लव जिहाद' की जाँच के लिए एक कानून ला सकती है। राज्य के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के अनुसार, "केंद्र और राज्य सरकार लव जिहाद मामले को बहुत गंभीरता से ले रहे हैं...। कानूनी प्रावधानों पर विचार किया जा रहा है ताकि दोषी बच न सके और किसी निर्दोष को सजा न हो।"
हरियाणा सरकार के गृहमंत्री अनिल विज ने कहा कि यह लव जिहाद एक ऐसी बीमारी है जिसका इलाज रूरी है। द इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक, विज ने कहा, 'यह लव जिहाद....से ठीक करना जरूरी है, जिससे हम युवा लड़कियों को बचा सकते हैं।
विज और खट्टर की 'लव जिहाद' विरोधी यह घोषणा उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की हिंदू-मुस्लिम जोड़ों को चेतावनी के बात सामने आयी है। शनिवार को यूपी के मुख्यमंत्री ने एक चुनावी रैली मं घोषमा की थी कि उनकी सरकार लव जिहाद की घटनाओं को रोकने के लिए एक सख्त कानून लाने के लिए काम कर रही है।
उत्तर प्रदेश महिलाओं के खिलाफ अपराध, बलात्कार, हत्या, छेड़छाड़ और दलितों के खिलाफ अपराध जैसे मामलों के लिए सुर्खियों में रहा है, जैसे ही राज्य सरकार पर इस बात के लिए दबाव बढ़ रहा है कि ये मामले क्यों बढ़ रहे हैं तो मुख्यमंत्री ने लव जिहाद पर बात करने शुरु कर दिया है।
इस मुद्दे पर उनकी लेटेस्ट घोषणा आगामी उपचानावों के लिए जौनपुर में आयोजित रैली में सामने आई जब उन्होंने कहा, मैं उन लोगों को चेतावनी देना चाहता हूं जो पचान छिपाते हैं और हमारी बहनों के सम्मान के साथ खेलते हैं। उन्होंने अंतर्जातीय और अंतर्धामिक जोड़ों को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर आप अपना रास्ता नहीं बदलते हैं तो आपका राम नाम सत्य हो जाएगा।
हरियाणा सरकार ने एक कदम आगे बढ़कर घोषणा की है कि लव जिहाद के खिलाफ एक कानून पर गंभीरता से विचार किया जा रहा है।
उत्तर प्रदेश और हरियाणा दोनों राज्यों के राजनेता लव जिहाद की बात करते हैं। उनके अनुसार अगर पुरुष मुस्लिम होता है और हिंदू महिला से शादी का इरादा रखता है तो यह लव जिहाद है। अगर कोई हिंदू पुरुष मुस्लिम महिला से शादी करना चाहता है तो उसे लव जिहाद नहीं कहा जाता है। अब हरियाणा सरकार हिंदू-मुस्लिम जोड़ों के खिलाफ कानूनी प्रावधानों पर विचार कर रही है, इससे और सांप्रदायिक नफरत पैदा होगी, वह दोनों राज्यों में पहले से मौजूद संकट को और बढ़ा देगी।
खट्टर ने फरीदाबाद के बल्लभगढ़ में निकिता तोमर की हत्या को भी लव जिहाद से जोडकर देखा, इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक करनाल की एक रैली में उन्होंने कहा “इस (बल्लभगढ़) घटना की कड़ी निंदा की जानी चाहिए। इस घटना को लव जिहाद मुद्दे से जोड़कर देखा जा रहा है ।।। केंद्र और राज्य सरकार दोनों ही लव जिहाद मुद्दे को बहुत गंभीरता से ले रहे हैं और कानूनी सलाह ली जा रही है ताकि ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो। कानूनी प्रावधानों पर विचार किया जा रहा है ताकि दोषी बच न सके और किसी निर्दोष को सजा न हो ”
26 अक्टूबर को 21 वर्षीय निकिता तोमर की उसके कॉलेज के एक पूर्व सहपाठी के द्वारा गोली मारकर हत्या कर दी गई थी और इसके बाद जैसे ही सीसीटीवी में कैद यह घटना सोशल मिडिया पर वायरल हुई तो राज्य सरकार में महिला सुरक्षा पर सवाल खड़े होने लगे। हालांकि जैसे ही आरोपियों को गिरफ्तार किया गया और उनकी पहचान तौसीफ और रेहान के रूप में हुई तो 'लव जिहाद' का खेल शुरु हो गया और उन्हें एक मुठभेड़ में मार गिराने की मांग शुरू हो गई। इसके बाद नफरत फैलाने वालों ने लव जिहाद की हवा फैलाकर जनता के गुस्से को दूर किया और सरकार से लव जिहाद के लिए कानून की आवश्यकता की बात कही।
निकिता के परिवार ने पीछा करने और हत्या को 'लव जिहाद' का मामला भी कहा है, 2018 में परिवार ने हरियाणा पुलिस के खिलाफ मुख्य आरोपी के खिलाफ अपहरण का आरोप लगाते हुए शिकायत दर्ज कराई थी। हालांकि उस मुद्दे को 'सुलझा लिया गया'। हरियाणा पुलिस आयुक्त ने मीडिया के हवाले से कहा कि "निकिता के परिवार ने तौसीफ के खिलाफ अपहरण का मामला दर्ज किया था, लेकिन बाद में उन्होंने कहा था कि वे कार्रवाई नहीं करना चाहते हैं।" यह अभी भी स्पष्ट नहीं है कि परिवार ने अपनी बेटी की सुरक्षा के लिए उस मामले का पीछा क्यों नहीं किया, हालांकि मंत्री अनिल विज ने बाद में कहा था कि उन पर मामला वापस लेने का दबाव डाला गया था।
हरियाणा सरकार के गृहमंत्री अनिल विज ने कहा कि यह लव जिहाद एक ऐसी बीमारी है जिसका इलाज रूरी है। द इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक, विज ने कहा, 'यह लव जिहाद....से ठीक करना जरूरी है, जिससे हम युवा लड़कियों को बचा सकते हैं।
विज और खट्टर की 'लव जिहाद' विरोधी यह घोषणा उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की हिंदू-मुस्लिम जोड़ों को चेतावनी के बात सामने आयी है। शनिवार को यूपी के मुख्यमंत्री ने एक चुनावी रैली मं घोषमा की थी कि उनकी सरकार लव जिहाद की घटनाओं को रोकने के लिए एक सख्त कानून लाने के लिए काम कर रही है।
उत्तर प्रदेश महिलाओं के खिलाफ अपराध, बलात्कार, हत्या, छेड़छाड़ और दलितों के खिलाफ अपराध जैसे मामलों के लिए सुर्खियों में रहा है, जैसे ही राज्य सरकार पर इस बात के लिए दबाव बढ़ रहा है कि ये मामले क्यों बढ़ रहे हैं तो मुख्यमंत्री ने लव जिहाद पर बात करने शुरु कर दिया है।
इस मुद्दे पर उनकी लेटेस्ट घोषणा आगामी उपचानावों के लिए जौनपुर में आयोजित रैली में सामने आई जब उन्होंने कहा, मैं उन लोगों को चेतावनी देना चाहता हूं जो पचान छिपाते हैं और हमारी बहनों के सम्मान के साथ खेलते हैं। उन्होंने अंतर्जातीय और अंतर्धामिक जोड़ों को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर आप अपना रास्ता नहीं बदलते हैं तो आपका राम नाम सत्य हो जाएगा।
हरियाणा सरकार ने एक कदम आगे बढ़कर घोषणा की है कि लव जिहाद के खिलाफ एक कानून पर गंभीरता से विचार किया जा रहा है।
उत्तर प्रदेश और हरियाणा दोनों राज्यों के राजनेता लव जिहाद की बात करते हैं। उनके अनुसार अगर पुरुष मुस्लिम होता है और हिंदू महिला से शादी का इरादा रखता है तो यह लव जिहाद है। अगर कोई हिंदू पुरुष मुस्लिम महिला से शादी करना चाहता है तो उसे लव जिहाद नहीं कहा जाता है। अब हरियाणा सरकार हिंदू-मुस्लिम जोड़ों के खिलाफ कानूनी प्रावधानों पर विचार कर रही है, इससे और सांप्रदायिक नफरत पैदा होगी, वह दोनों राज्यों में पहले से मौजूद संकट को और बढ़ा देगी।
खट्टर ने फरीदाबाद के बल्लभगढ़ में निकिता तोमर की हत्या को भी लव जिहाद से जोडकर देखा, इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक करनाल की एक रैली में उन्होंने कहा “इस (बल्लभगढ़) घटना की कड़ी निंदा की जानी चाहिए। इस घटना को लव जिहाद मुद्दे से जोड़कर देखा जा रहा है ।।। केंद्र और राज्य सरकार दोनों ही लव जिहाद मुद्दे को बहुत गंभीरता से ले रहे हैं और कानूनी सलाह ली जा रही है ताकि ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो। कानूनी प्रावधानों पर विचार किया जा रहा है ताकि दोषी बच न सके और किसी निर्दोष को सजा न हो ”
26 अक्टूबर को 21 वर्षीय निकिता तोमर की उसके कॉलेज के एक पूर्व सहपाठी के द्वारा गोली मारकर हत्या कर दी गई थी और इसके बाद जैसे ही सीसीटीवी में कैद यह घटना सोशल मिडिया पर वायरल हुई तो राज्य सरकार में महिला सुरक्षा पर सवाल खड़े होने लगे। हालांकि जैसे ही आरोपियों को गिरफ्तार किया गया और उनकी पहचान तौसीफ और रेहान के रूप में हुई तो 'लव जिहाद' का खेल शुरु हो गया और उन्हें एक मुठभेड़ में मार गिराने की मांग शुरू हो गई। इसके बाद नफरत फैलाने वालों ने लव जिहाद की हवा फैलाकर जनता के गुस्से को दूर किया और सरकार से लव जिहाद के लिए कानून की आवश्यकता की बात कही।
निकिता के परिवार ने पीछा करने और हत्या को 'लव जिहाद' का मामला भी कहा है, 2018 में परिवार ने हरियाणा पुलिस के खिलाफ मुख्य आरोपी के खिलाफ अपहरण का आरोप लगाते हुए शिकायत दर्ज कराई थी। हालांकि उस मुद्दे को 'सुलझा लिया गया'। हरियाणा पुलिस आयुक्त ने मीडिया के हवाले से कहा कि "निकिता के परिवार ने तौसीफ के खिलाफ अपहरण का मामला दर्ज किया था, लेकिन बाद में उन्होंने कहा था कि वे कार्रवाई नहीं करना चाहते हैं।" यह अभी भी स्पष्ट नहीं है कि परिवार ने अपनी बेटी की सुरक्षा के लिए उस मामले का पीछा क्यों नहीं किया, हालांकि मंत्री अनिल विज ने बाद में कहा था कि उन पर मामला वापस लेने का दबाव डाला गया था।