नई दिल्ली। बीते पांच साल सत्ता में रहने के बाद नरेंद्र मोदी एक बार फिर से प्रधानमंत्री बनने के लिए तैयार हैं। चुनाव में बीजेपी को प्रचंड बहुमत मिला है। बीजेपी की दोबारा जीत के बाद ही मुस्लिमों पर हमले की कई घटनाएं सामने आ रही हैं। तीन दिन बाद मोदी दोबारा प्रधानमंत्री पद की शपथ लेंगे लेकिन इससे पहले ही कई राज्यों से खूनखराबे और मुस्लिमों पर हमले की खबरें सामने आ रही हैं। बिहार के बेगूसराय में मुस्लिम युवक को गोली मारने के बाद अब ताजा मामला दिल्ली से सटे गुरुग्राम से सामने आया है।
गुरुग्राम में शनिवार को एक मुस्लिम युवक की पिटाई इसलिए कर दी गई क्योंकि उसने पारंपरिक टोपी पहनी थी और उसने धार्मिक नारे लगाने से इनकार कर दिया था। पीड़ित युवक का नाम बरकत आलम है जो मूल रूप से बिहार का रहने वाला है।
मोहम्मद बरकत आलम (25) ने पुलिस में दाखिल एक शिकायत में आरोप लगाया है कि चार लड़के सदर बाजार लेन में उससे मिले और उन्होंने उससे पारंपरिक टोपी हटाने के लिए कहा। इसी क्रम में उस लड़के के साथ मार-पीट भी की गई। आलम गुरुग्राम के जैकबपुरा इलाके में रहता है। काफी समय बीत जाने के बाद जब पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की तो मुस्लिम समुदाय के लोगों ने मस्जिद के सामने प्रदर्शन शुरू कर रास्ते को जाम कर दिया। उसके बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने पीड़ित युवक को सेक्टर 10 के सरकारी अस्पताल में एडमिट कराया। इलाज के बाद पीड़ित युवक को सिटी थाने ले जाया गया।
आलम ने शिकायत में कहा है, "आरोपियों ने मुझे धमकी दी और कहा कि इलाके में टोपी पहनने की इजाजत नहीं है। उन्होंने टोपी उतार ली और मुझे थप्पड़ मारा। उन्होंने भारत माता की जय का नारा लगाने के लिए कहा। उनके कहने पर मैंने नारा लगाया। उसके बाद उन्होंने मुझे जय श्रीराम बोलने के लिए भी मजबूर किया, जिसे मैंने इनकार कर दिया। उसके बाद आरोपियों ने एक लाठी लेकर मेरे पैर और पीठ पर पीटा।"
गुरुग्राम में शनिवार को एक मुस्लिम युवक की पिटाई इसलिए कर दी गई क्योंकि उसने पारंपरिक टोपी पहनी थी और उसने धार्मिक नारे लगाने से इनकार कर दिया था। पीड़ित युवक का नाम बरकत आलम है जो मूल रूप से बिहार का रहने वाला है।
मोहम्मद बरकत आलम (25) ने पुलिस में दाखिल एक शिकायत में आरोप लगाया है कि चार लड़के सदर बाजार लेन में उससे मिले और उन्होंने उससे पारंपरिक टोपी हटाने के लिए कहा। इसी क्रम में उस लड़के के साथ मार-पीट भी की गई। आलम गुरुग्राम के जैकबपुरा इलाके में रहता है। काफी समय बीत जाने के बाद जब पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की तो मुस्लिम समुदाय के लोगों ने मस्जिद के सामने प्रदर्शन शुरू कर रास्ते को जाम कर दिया। उसके बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने पीड़ित युवक को सेक्टर 10 के सरकारी अस्पताल में एडमिट कराया। इलाज के बाद पीड़ित युवक को सिटी थाने ले जाया गया।
आलम ने शिकायत में कहा है, "आरोपियों ने मुझे धमकी दी और कहा कि इलाके में टोपी पहनने की इजाजत नहीं है। उन्होंने टोपी उतार ली और मुझे थप्पड़ मारा। उन्होंने भारत माता की जय का नारा लगाने के लिए कहा। उनके कहने पर मैंने नारा लगाया। उसके बाद उन्होंने मुझे जय श्रीराम बोलने के लिए भी मजबूर किया, जिसे मैंने इनकार कर दिया। उसके बाद आरोपियों ने एक लाठी लेकर मेरे पैर और पीठ पर पीटा।"