नई दिल्ली। कई सामाजिक कार्यकर्ताओं और नागरिक समाज के सदस्यों ने देश के राष्ट्रपति को पत्र लिखकर दिल्ली के विशेष पुलिस आयुक्त (अपराध) के एक आदेश बारे में चिंता जताई है जिसमें उन्होंने उत्तर पूर्वी दिल्ली में भड़की हिंसा को लेकर हिंदू आरोपियों की गिरफ्तारी के समय 'उचित देखभाल और सावधानी' बरतने के लिए कहा है।

पत्र में शबनम हाशमी, फादर सेड्रिक प्रकाश, अरुंधति ध्रुव (NAPM), अशोक चौधरी (AIUFWP), देव देसाई (ANHAD), डॉ, राशिद हुसैन (PUCL) समेत कई अन्य मानवाधिकार कार्यकर्ताओं, पत्रकारों, छात्रों और शिक्षकों जैसे करीब 60 कार्यकर्ताओं ने हस्ताक्षर करते हुए कहा है कि मीडिया द्वारा बताया गया है कि दिल्ली हिंसा में शामिल हिंदू युवाओं को गिरफ्तार करने से पहले सावधानी बरतने की सलाह दी गई है।
राष्ट्रपति को लिखे अपने पत्र में, कार्यकर्ताओं का कहना है कि यह आदेश "जांच एजेंसी की निष्पक्षता पर सवालिया निशान लगाता है। यह स्पष्ट रूप से एक समुदाय को दूसरे की कीमत पर अपना झुकाव प्रदर्शित करता है।"

पत्र में शबनम हाशमी, फादर सेड्रिक प्रकाश, अरुंधति ध्रुव (NAPM), अशोक चौधरी (AIUFWP), देव देसाई (ANHAD), डॉ, राशिद हुसैन (PUCL) समेत कई अन्य मानवाधिकार कार्यकर्ताओं, पत्रकारों, छात्रों और शिक्षकों जैसे करीब 60 कार्यकर्ताओं ने हस्ताक्षर करते हुए कहा है कि मीडिया द्वारा बताया गया है कि दिल्ली हिंसा में शामिल हिंदू युवाओं को गिरफ्तार करने से पहले सावधानी बरतने की सलाह दी गई है।
राष्ट्रपति को लिखे अपने पत्र में, कार्यकर्ताओं का कहना है कि यह आदेश "जांच एजेंसी की निष्पक्षता पर सवालिया निशान लगाता है। यह स्पष्ट रूप से एक समुदाय को दूसरे की कीमत पर अपना झुकाव प्रदर्शित करता है।"