यूपी में एक और भयावह घटना : पहले लड़की को छेड़ा, फिर पीछा किया और घर में घुसकर सिर पर मारीं पांच गोलियां

Written by sabrang india | Published on: October 26, 2020
देश के कई हिस्सों में जब नवरात्रि के समाप्ति पर देवी दुर्गा के नौ रूपों की पूजा चल रही थी तभी उत्तर प्रदेश में एक युवती के खिलाफ अपराध की एक और दुखद खबर सामने आई। इस बार भी पीड़िता दलित किशोरी थी। 


 
द टेलीग्राफ की एक खबर के अनुसार, तीन युवकों के द्वारा दलित किशोरी के साथ छेड़छाड़ खरने के बाद कथित तौर पर "सिर में पांच बार गोली मारकर हत्या" की गई। उत्तर प्रदेश के फिरोजाबाद जिले के प्रेमनगर में शुक्रवार को यह भीषण अपराध हुआ। रिपोर्ट में कहा गया है कि 11 वीं कक्षा की एक छात्रा जब स्कूल से लौट रही थी, तब तीन युवकों ने ( जिनकी पहचान मनीष यादव, सोपली यादव और गौरव चक के रूप में की गई है) कथित तौर पर उसके साथ छेड़छाड़  की।

खबरों के मुताबिक 16 वर्षीय लड़की के पिता ने बताया, “उसने घर लौटने के बाद हमें इस घटना के बारे में बताया था। रात में हम रात के खाने के बाद छत पर टहल रहे थे जब एक मोटरसाइकिल पर युवक आए, हमारे घर में घुस आए और मेरी बेटी को गोली मार दी। हम नीचे पहुंचे और उसे खून से लथपथ पाया।
हमें देखकर वह भाग गए। ”

पीड़िता के पिता ने पुलिस को बताया कि पिछले कई महीनों से इलाके में लड़कियों के साथ छेड़छाड़ और उनका उत्पीड़न हो रहा था। निवासियों को पता है कि ये अपराधी हैं, इसलिए वे पुलिस में शिकायत करने से बचते हैं। उनकी बेटी जो कि एक नाबालिग छात्रा थी, उसपर जब हमला किया गया था था तो उसने बहादुरी से उनका विरोध किया था। पिता के मुताबिक उनकी बेटी के साथ पिछले दिनों भी पुरुषों ने दुर्व्यवहार किया था और उन्होंने इसके बारे में पुलिस को बताया था। लेकिन मैने कभी सोचा भी नहीं था कि वे अपने लिए खड़ी होने वाली मेरी बेटी मार देंगे। 

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सचिंद्र पटेल ने मीडिया को बताया कि मनीष और सोपली को गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस ने कहा कि हत्यारों ने लड़की के सिर पर पांच गोलियां मारी थीं जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई थी। 

यह अभी तक ज्ञात नहीं है कि पुलिस को आरोपियों के खिलाफ छेड़छाड़ और उत्पीड़न के आरोपों की जानकारी थी या नहीं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा यहां तक नवरात्रि के दौरान 'मिशन शक्ति' अभियान शुरू किया गया लेकिन महिलाओं के खिलाफ आपराधिक मामलों में कमी नहीं आ रही है। 

21 अक्टूबर, महोबा: नाबालिग के साथ कथित तौर पर गैंगरेप
यह घटना बुधवार की रात को हुई जब 19 वर्षीय युवती नवरात्र के एक दिन की आरती में भाग लेने के बाद घर लौट रही थीं। उसने आरोप लगाया कि तीनों आरोपियों द्वारा उसका अपहरण और बलात्कार किया गया, समाचार रिपोर्टों में कहा गया कि पुलिस ने इसकी पुष्टि की है। उत्तर प्रदेश के महोबा के पनवाड़ी इलाके में एक नवरात्रि कार्यक्रम में भाग लेने के बाद 19 वर्षीय तीन लोगों द्वारा कथित रूप से सामूहिक बलात्कार किया गया था। पुलिस अधीक्षक अरुण कुमार श्रीवास्तव ने मीडिया को बताया, 'पनवाड़ी इलाके में बलात्कार का मामला सामने आया है। आरोपी उसे अपने घर के पीछे एक सुनसान जगह पर ले गए और उसके साथ बलात्कार किया। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई की है और तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। किशोर को मेडिकल परीक्षण के लिए भी भेजा गया और जांच जारी है।'

16 अक्टूबर, जौनपुर : 15 वर्षीय लड़की के साथ धान के खेत में कथित तर गैंगरेप
यह घटना पूर्वी उत्तर प्रदेश के जौनपुर जिले के सिकरारा क्षेत्र की बताई गई थी। पुलिस के मुताबिक, आरोपी फरार चल रहे हैं। लड़की जब स्थानीय बाजार से दवाईयां खरीदकर घर लौट रही थी तो उस पर कथित रूप से हमला किया गया। एक पुलिस अधिकारी ने समाचार रिपोर्टों के हवाले से बताया, "उसके परिवार के सदस्यों ने सूचित किया है कि युवकों ने उसे एक मेडिकल स्टोर से घर लौटते समय पकड़ा था, जो कि गांव के बाहरी इलाके में स्थित है।" किशोरी ने अपने माता-पिता से बात की, जिन्होंने स्थानीय पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई। पुलिस स्टेशन के एसएचओ अंगद प्रसाद तिवारी ने मीडिया को बताया कि भारतीय दंड संहिता (IPC) की संबंधित धाराओं और पॉक्सो अधिनियम 2012 के तहत पहली सूचना रिपोर्ट (FIR) दर्ज की गई है। 


14 अक्टूबर, बाराबंकी: खेत में नाबालिग दलित लड़की का शव मिला 
पीड़ित परिवार को बलात्कार का संदेह है क्योंकि उन्हें 14 अक्टूबर, 2020 की रात एक धान के खेत में अपनी किशोरी बेटी का अर्ध-नग्न शव मिला, जहाँ वह काम करने गई थीं। उत्तर प्रदेश की बाराबंकी पुलिस ने गाँव के खेत में उस किशोर दलित लड़की का बंधा हुआ और अर्ध-नग्न शरीर पाया। यह क्षेत्र राज्य की राजधानी लखनऊ से केवल 40 किमी दूर है। मीडिया रिपोर्टों में पुलिस अधीक्षक आरएस गौतम ने कहा कि प्रारंभिक जांच में पता चला है कि लड़की को उसकी ही शर्ट से गला घोंटकर हत्या की गई थी। परिवार के सदस्यों ने यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया है। गौतम ने कहा कि धान काटने के लिए खेत गई लड़की गायब थी। परिजनों ने उसी रात उसकी तलाश करते हुए खेत में उसका शव देखा। घटना सत्रीख पुलिस स्टेशन की सीमा के भीतर टिपरी गांव में घटी। पुलिस और प्रशासन ने पोस्टमार्टम रिपोर्ट को साझा नहीं किया, लेकिन बलात्कार की संभावना के बारे में पोस्टमार्टम करने वाले डॉक्टरों से राय मांगी।
 

बाकी ख़बरें