छत्तीसगढ़ में भूमिगत खदानों में लापरवाही के कारण लोगों की मौत होने का सिलसिला थम नहीं रहा है। अंबिकापुर में एसईसीएल विश्रामपुर क्षेत्र की न्यू कुमदा में भूमिगत खदान में शुक्रवार की सुबह छत गिरने से दो लोगों की दर्दनाक मौत हो गई।
छत गिरने से माइनिंग सरदार राजेन्द्र प्रसाद और ब्लास्टिंग क्रू मेंबर अजय कुमार सिंह की छत के नीचे दबने से मौत हो गई। इस हादसे में ब्लास्टिंग क्रू मेंबर बिजेंद्र नाथ और लाइन मिस्त्री शिव प्रसाद को भी गंभीर चोटें आई हैं।
नईदुनिया की खबर के अनुसार, यह घटना खदान के 24 डिस्ट्रिक्ट के 20 लेबिल में हुई है। मृतक माइनिंग सरदार इन तीनों कर्मचारियों के साथ खदान के 24 लेबिल डिक्लरिंग डिस्ट्रिक्ट में गोफ एरिया को नीचे गिराने के लिए इन्ड्यूज ब्लास्टिंग करने के लिए छत के होल को चार्जिंग का काम कर रहे थे और तभी यह हादसा हो गया।
रिपोर्ट के अनुसार, छत का एक बड़ा हिस्सा भरभरा कर गिर गया और इसके नीचे दबने से राजेंद्र प्रसाद और अजय की मौत हो गई। बाकी दो कर्मचारियों ने वहां से भागकर अपनी जान बचाई।
घटना की सूचना मिलने पर क्षेत्रीय महाप्रबंधक सतीश श्रीवास्तव, सूरजपुर एसपी गिरिजा शंकर जायसवाल अपनी टीम के साथ खदान परिसर में पहुंचे। श्रमिक नेताओं के साथ अन्य कई लोग वहां मौजूद हैं। घटना की वजह से खदान में कोयला उत्पादन सुबह से पूरी तरह ठप है। कोयले की चट्टान के नीचे दबे शवों को निकालने के प्रयास जारी हैं।
छत गिरने से माइनिंग सरदार राजेन्द्र प्रसाद और ब्लास्टिंग क्रू मेंबर अजय कुमार सिंह की छत के नीचे दबने से मौत हो गई। इस हादसे में ब्लास्टिंग क्रू मेंबर बिजेंद्र नाथ और लाइन मिस्त्री शिव प्रसाद को भी गंभीर चोटें आई हैं।
नईदुनिया की खबर के अनुसार, यह घटना खदान के 24 डिस्ट्रिक्ट के 20 लेबिल में हुई है। मृतक माइनिंग सरदार इन तीनों कर्मचारियों के साथ खदान के 24 लेबिल डिक्लरिंग डिस्ट्रिक्ट में गोफ एरिया को नीचे गिराने के लिए इन्ड्यूज ब्लास्टिंग करने के लिए छत के होल को चार्जिंग का काम कर रहे थे और तभी यह हादसा हो गया।
रिपोर्ट के अनुसार, छत का एक बड़ा हिस्सा भरभरा कर गिर गया और इसके नीचे दबने से राजेंद्र प्रसाद और अजय की मौत हो गई। बाकी दो कर्मचारियों ने वहां से भागकर अपनी जान बचाई।
घटना की सूचना मिलने पर क्षेत्रीय महाप्रबंधक सतीश श्रीवास्तव, सूरजपुर एसपी गिरिजा शंकर जायसवाल अपनी टीम के साथ खदान परिसर में पहुंचे। श्रमिक नेताओं के साथ अन्य कई लोग वहां मौजूद हैं। घटना की वजह से खदान में कोयला उत्पादन सुबह से पूरी तरह ठप है। कोयले की चट्टान के नीचे दबे शवों को निकालने के प्रयास जारी हैं।