पटना. भीम आर्मी द्वारा बुधवार को गाँधी मैदान में आयोजित भीम क्रांति रैली में भीम आर्मी के संस्थापक चंद्रशेखर आजाद ने कहा कि हमें मजबूत सरकार नहीं मजबूर सरकार चाहिए ताकि मोदी जी की तरह कोई नोटबंदी और जीएसटी की तरह निर्णय नहीं ले सकें. उन्होंने कहा कि बिहार के सारण में दलित महिला को निर्वस्त्र कर के दौड़ाया गया, नाले में बच्चा गिर गया कई दिन बाद भी नहीं मिला और यहां महिला पुलिसकर्मियों के साथ यौन शोषण होता है. ये कौन सी सुसाशन की सरकार है. हमें ऐसे सुशासन की सरकार को उखाड़ फेंकना है. उन्होंने कहा कि देश में एक समान शिक्षा लागू किया जाय. चुनाव EVM से नहीं, बैलेट पेपर से हो. हमारे संघर्षों से बहुजनों की सरकार आयेगी तो निजी क्षेत्र में आरक्षण लागू करायेंगे.
चंद्रशेखर ने बिना नाम लिये रामविलास पासवान और मायावती पर भी हमला बोला. उन्होंने कहा कि जो हमारे समाज के नेता हैं वो कहते हैं कि सवर्ण हल नहीं चला सकते, उन्हें आरक्षण दिया जाए. एक और नेता हैं जो कहती हैं कि ब्राह्मणों का उत्पीड़न हो रहा है, जबकि ब्राह्मण हमारा उत्पीड़न कर रहे हैं. उन्होंने बहुजनों से अपील की इस इस बार के चुनाव में सवर्ण उम्मीदवारों को वोट न दें.
बिहार सरकार पर हमला बोलते हुए उन्होंने कहा कि जब जब नीतीश बीजेपी के साथ सत्ता में आते हैं तो दलितों पिछड़ों पर अत्याचार बढ़ जाते हैं. पूरा देश सामाजिक क्रांति के अगले दौर में जाना चाहता है. आरक्षण के 50% की सीमा हटाई जाए और संख्या के हिसाब आरक्षण दिया जाए. काशी राम के शब्दों में "जिसकी संख्या भारी उसकी उतनी हिस्सेदारी".
चंद्रशेखर आजाद ने यहां पांच मांगें रखीं.
(1) बंधोपाध्याय भूमि सुधार आयोग की सिफारिश लागू कर हर भूमिहीन दलित को 10 डेसिमल जमीन दी जाए और जिनको सिर्फ कागज पर जमीन दी गई है उनको कब्जा दिलवाया जाए वरना भीम आर्मी आंदोलन करेगी और कब्जा लेगी. भागलपुर में जमीन का अधिकार प्राप्त करने लिए संघर्षरत महिलाओं पर जो कायरतापूर्ण लाठीचार्ज किया गया और दलितों पर झूठे केस दर्ज कर दिए वो तुरन्त वापिस लिए जाए.
(2) विश्वविद्यालय में आरक्षण रोस्टर ठीक से लागू किया जाए और सीटें बढ़ाई जाएं.
(3) जातीय जनगणना सार्वजनिक की जाए.
(4) दलित पिछड़ों को प्राथमिकता के आधार पर गन लाइसेंस दिया जाए ताकि वो अपनी सुरक्षा कर सकें.
(5)मुंगेर के हसनपुर रंगा गांव में राजपूतों ने दलितों का रास्ता रोक रखा है उसपर तुरंत करवाई हो वरना चन्द्रशेखर आज़ाद खुद गांव में जायेगा.
चंद्रशेखर ने माउंटेनमैन दशरथ मांझी, जगदेव प्रसाद, जननायक कर्पूरी ठाकुर और मान्यवर कांशीरम को भार्त रत्न देने की मांग की. चंद्रशेखर ने भोजपुरी में अपने समर्थकों का अभिवादन कर अपने भाषण की शुरूआत की. मंच पर आते ही चंद्रशेखर ने कहा- का हाल बा, तहरा लोग के जय भीम नमो बुद्धाय
मुसलमानों के आरक्षण दलित-मुसलमानों को हथियार के लाइसेंस की मांग-
चंद्रशेखर आजाद ने कहा कि सच्चर कमिटी की सिफारिशों को लागू किया जाय जिससे उन्हें आरक्षण का लाभ मिल सके और उनके सामाजिक न्याय मिल सके. साथ ही कहा कि दलितों और मुसलमानों को हथियार के लाइसेंस दिये जायें, हम अपनी सुरक्षा के लिए दूसरे पर आश्रित नहीं रहना चाहते.
रैली को भीम आर्मी के प्रदेश अध्यक्ष अमर आजाद, प्रदेश प्रवक्ता मनीष पासवान, अमर ज्योति, विश्वनाथ पासवान, विजय चौधरी, पंकज कुमार, अनुपम पासवान, मसीहउद्दीन, काशिफ यूनूस, चंद्र भास्कर, कुमार मंटु, अजय प्रकाश सरोज, विपिन यादव, संतोष यादव, प्रतीमा कुमारी ने भी संबोधित किया.
चंद्रशेखर ने बिना नाम लिये रामविलास पासवान और मायावती पर भी हमला बोला. उन्होंने कहा कि जो हमारे समाज के नेता हैं वो कहते हैं कि सवर्ण हल नहीं चला सकते, उन्हें आरक्षण दिया जाए. एक और नेता हैं जो कहती हैं कि ब्राह्मणों का उत्पीड़न हो रहा है, जबकि ब्राह्मण हमारा उत्पीड़न कर रहे हैं. उन्होंने बहुजनों से अपील की इस इस बार के चुनाव में सवर्ण उम्मीदवारों को वोट न दें.
बिहार सरकार पर हमला बोलते हुए उन्होंने कहा कि जब जब नीतीश बीजेपी के साथ सत्ता में आते हैं तो दलितों पिछड़ों पर अत्याचार बढ़ जाते हैं. पूरा देश सामाजिक क्रांति के अगले दौर में जाना चाहता है. आरक्षण के 50% की सीमा हटाई जाए और संख्या के हिसाब आरक्षण दिया जाए. काशी राम के शब्दों में "जिसकी संख्या भारी उसकी उतनी हिस्सेदारी".
चंद्रशेखर आजाद ने यहां पांच मांगें रखीं.
(1) बंधोपाध्याय भूमि सुधार आयोग की सिफारिश लागू कर हर भूमिहीन दलित को 10 डेसिमल जमीन दी जाए और जिनको सिर्फ कागज पर जमीन दी गई है उनको कब्जा दिलवाया जाए वरना भीम आर्मी आंदोलन करेगी और कब्जा लेगी. भागलपुर में जमीन का अधिकार प्राप्त करने लिए संघर्षरत महिलाओं पर जो कायरतापूर्ण लाठीचार्ज किया गया और दलितों पर झूठे केस दर्ज कर दिए वो तुरन्त वापिस लिए जाए.
(2) विश्वविद्यालय में आरक्षण रोस्टर ठीक से लागू किया जाए और सीटें बढ़ाई जाएं.
(3) जातीय जनगणना सार्वजनिक की जाए.
(4) दलित पिछड़ों को प्राथमिकता के आधार पर गन लाइसेंस दिया जाए ताकि वो अपनी सुरक्षा कर सकें.
(5)मुंगेर के हसनपुर रंगा गांव में राजपूतों ने दलितों का रास्ता रोक रखा है उसपर तुरंत करवाई हो वरना चन्द्रशेखर आज़ाद खुद गांव में जायेगा.
चंद्रशेखर ने माउंटेनमैन दशरथ मांझी, जगदेव प्रसाद, जननायक कर्पूरी ठाकुर और मान्यवर कांशीरम को भार्त रत्न देने की मांग की. चंद्रशेखर ने भोजपुरी में अपने समर्थकों का अभिवादन कर अपने भाषण की शुरूआत की. मंच पर आते ही चंद्रशेखर ने कहा- का हाल बा, तहरा लोग के जय भीम नमो बुद्धाय
मुसलमानों के आरक्षण दलित-मुसलमानों को हथियार के लाइसेंस की मांग-
चंद्रशेखर आजाद ने कहा कि सच्चर कमिटी की सिफारिशों को लागू किया जाय जिससे उन्हें आरक्षण का लाभ मिल सके और उनके सामाजिक न्याय मिल सके. साथ ही कहा कि दलितों और मुसलमानों को हथियार के लाइसेंस दिये जायें, हम अपनी सुरक्षा के लिए दूसरे पर आश्रित नहीं रहना चाहते.
रैली को भीम आर्मी के प्रदेश अध्यक्ष अमर आजाद, प्रदेश प्रवक्ता मनीष पासवान, अमर ज्योति, विश्वनाथ पासवान, विजय चौधरी, पंकज कुमार, अनुपम पासवान, मसीहउद्दीन, काशिफ यूनूस, चंद्र भास्कर, कुमार मंटु, अजय प्रकाश सरोज, विपिन यादव, संतोष यादव, प्रतीमा कुमारी ने भी संबोधित किया.