बिहार चुनाव : बटन लालटेन का दबाया-वोट गया कमल पर, छपरा में भारी हंगामा

Written by sabrang india | Published on: November 4, 2020
बीते कुछ वर्षों से ईवीएम का मुद्दा चर्चाओं में रहा है। बिहार विधानसभा के लिए दो चरणों का मतदान संपन्न हो चुका है। यहां छपरा जिले के गड़खा में 3 नवंबर को हुए मतदान में भारी बवाल हो गया था। यहां भी ईवीएम का मुद्दा सामने आया है। दरअसल लोगों का कहना था कि वह वोट लालटेन पर दे रहे थे लेकिन यह कम को जा रहा है। कई लोग कह रहे थे कि वे एक वोट डाल रहे हैं लेकिन भाजपा को पांच मिल रहे हैं। यहां के लोगों का कहना था कि खुलेआम धांधली की गई है लेकिन चुनाव आयोग की तरफ से भी कोई कार्रवाई नहीं की गई। बिहार में तीसरे चरण का मतदान 7 नवंबर को होना है। वहीं इन चुनावों के परिणाम 10 नवंबर को आएंगे। 



बता दें कि बीते कुछ सालों से विपक्षी दल ईवीएम का मुद्दा उठा रह हैं, हालांकि केंद्र की भाजपा सरकार ईवीएम से छेड़खानी की संभावना को नकारती रही है। मंगलवार को कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने भी ईवीएम को लेकर आशंका जताई थी। उन्होंने कहा था कि ईवीएम में चिप होती है और इसे हैक भी किया जा सकता है। इसीलिए विकसित देश बैलट पेपर का उपयोग करते हैं और छोटे व विकासशील देश ही इसका इस्तेमाल करते हैं।  

यूट्यूब चैनल 'द लाइव टीवी' ने भी वीडियो दिखाते हुए दावा किया है कि यहां पर लोगों ने भारी हंगामा किया। एक शख्स कहता है, पूरा प्रशासन मिला हुआ है। वोटिंग का समय 7 बजे का है लेकिन 8 बजे तक प्रक्रिया शुरू नहीं हुई है। सवाल यह है कि जब वोटिंग शुरू नहीं हुई थी तो आखिर बीजपी को वोट गया कैसे? वीडियो में बताया गया कि यह गड़खा में मुबारकपुर का पोलिंग बूथ है।

सोशल मीडिया पर भी लोगों ने वीडियो ट्वीट कर आरोप लगाया कि मुबारकपुर में पोलिंग बूथ पर धांधली हो रही है। हालांकि प्रशासन की तरफ से कोई बात नहीं कही गई है।



बिहार में दूसरे चरण के मतदान कई जगहों पर तकनीकी खामी की वजह से देर से शुरू हुए थे। हालांकि बाद में दिक्कतों को दूर कर लिया गया और सुचारु रूप से चुनाव कराए गए। दूसरे चरण के मतदान में बिहार में 54 फीसदी से ज्यादा वोट पड़े। अब 7 नवंबर को तीसरे चरण का मतदान होना है। इसके बाद 10 नवंबर को परिणाम घोषित किए जाएंगे।",

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