बिजली के फ्लैट रेट को लेकर लिखित आश्वासन न मिलने तक एक बार फिर बुनकरों का आंदोलन तेज हो रहा है। वाराणसी में मंगलवार को साझा मंच के बैनर तले दर्जनों बुनकर शास्त्री घाट पर प्रदर्शन करने पहुंचे।
बुनकरों ने हाथों में तख्तियां लेकर सरकार विरोधी नारे भी लगाए। उनका कहना है कि ये आंदोलन आगे और तेज होगा। पूरे उत्तर प्रदेश के लाखों बुनकर फिर से सड़कों पर उतरेंगे।
बुनकर साझा मंच से जुड़े रहमान अंसारी ने बताया कि योगी सरकार ने जनवरी 2020 में ही फ्लैट रेट को खत्म करने की योजना बना ली थी। लेकिन तमाम संगठनों और बुनकरों के आंदोलन की वजह से सरकार बैकफुट पर आई थी।
उन्होंने कहा कि सितंबर 2020 में लखनऊ में हुए बैठक में तय हुआ था कि अक्टूबर में बिजली रेट को लेकर नई योजना आ जायेगी। अभी तक कुछ भी नही आया और बिजली विभाग के लोग बिल को लेकर बुनकरों के बिजली भी काट रहे हैं।
बुनकर नेता ओकास अंसारी ने बताया कि 2006 से बुनकर एक पावरलूम का 75 रुपए तक देता था। फ्लैट रेट खत्म कर योगी सरकार करीब 1500 रुपए वसूलेगी। गरीब बुनकर इतना बिल कैसे भर पाएगा।
बुनकरों ने हाथों में तख्तियां लेकर सरकार विरोधी नारे भी लगाए। उनका कहना है कि ये आंदोलन आगे और तेज होगा। पूरे उत्तर प्रदेश के लाखों बुनकर फिर से सड़कों पर उतरेंगे।
बुनकर साझा मंच से जुड़े रहमान अंसारी ने बताया कि योगी सरकार ने जनवरी 2020 में ही फ्लैट रेट को खत्म करने की योजना बना ली थी। लेकिन तमाम संगठनों और बुनकरों के आंदोलन की वजह से सरकार बैकफुट पर आई थी।
उन्होंने कहा कि सितंबर 2020 में लखनऊ में हुए बैठक में तय हुआ था कि अक्टूबर में बिजली रेट को लेकर नई योजना आ जायेगी। अभी तक कुछ भी नही आया और बिजली विभाग के लोग बिल को लेकर बुनकरों के बिजली भी काट रहे हैं।
बुनकर नेता ओकास अंसारी ने बताया कि 2006 से बुनकर एक पावरलूम का 75 रुपए तक देता था। फ्लैट रेट खत्म कर योगी सरकार करीब 1500 रुपए वसूलेगी। गरीब बुनकर इतना बिल कैसे भर पाएगा।