पुलिस में शिकायत दर्ज कराने वाले शिवबदन के अनुसार, यह हमला तीन नामजद लोगों रोहित दीक्षित, लवलेश सिंह और सोमकरण के साथ-साथ कई अज्ञात लोगों द्वारा किया गया था।
उत्तर प्रदेश के फतेहपुर जिले के बहलोपुर अलाई गांव में 47 वर्षीय दलित व्यक्ति शिवबदन पर हमला किया गया, उनके सिर को जबरन मुंडा गया और उन्हें घुमाया गया।
मकतूब की रिपोर्ट के अनुसार, यह हमला शुक्रवार को हुआ जो कथित तौर पर ऊंची जाति के हिंदू लोगों के एक समूह द्वारा किया गया। पुलिस ने मामले के संबंध में दो अलग-अलग प्राथमिकी दर्ज की हैं।
पुलिस में शिकायत दर्ज कराने वाले शिवबदन के अनुसार, यह हमला तीन नामजद लोगों रोहित दीक्षित, लवलेश सिंह और सोमकरण के साथ-साथ कई अज्ञात लोगों द्वारा किया गया था।
इंडियन एक्सप्रेस ने शिवबदन के हवाले से लिखा, “26 दिसंबर को, जब मैं रेलवे स्टेशन जाने के लिए टैक्सी पकड़ने के लिए गांव के चौराहे पर खड़ा था, तो मैंने देखा कि आरोपी, जो बजरंग दल के सदस्य हैं, मुझ पर टिप्पणी कर रहे थे और आस-पास के लोगों से मुझे सबक सिखाने की बात कर रहे थे। अगले दिन सुबह, जब मैं घर लौटा, तो उन्होंने मुझ पर, मेरी पत्नी और मेरे बच्चों पर हमला कर दिया।”
उन्होंने आरोप लगाया कि लोगों का समूह उन्हें घसीटकर पास के एक मंदिर में ले गया, उनका सिर मुंडवा दिया और उन्हें बेरहमी से पीटा। उन्होंने कहा, “उन्होंने मुझे पूरे गांव में घुमाया और दूसरे मंदिर में ले गए। वहां, उन्होंने मुझे हनुमान चालीसा पढ़ने के लिए मजबूर किया। उन्होंने मुझे फिर से पीटा।”
शिवबदन का दावा है कि यह हमला दो साल पहले ईसाई धर्म अपनाने के उनके फैसले के चलते हुआ, जिससे स्थानीय कुछ लोग नाराज थे। उन्होंने कहा, “हमलावर मुझे ‘सबक’ सिखाना चाहते थे क्योंकि मैंने जीसस की पूजा शुरू कर दी थी। उन्होंने मुझ पर दबाव बनाने के लिए दूसरों को धर्म परिवर्तन के लिए मजबूर करने का झूठा आरोप लगाया है।” शिवबदन ने यह भी कहा कि वह अब ईसाई धर्म का पालन नहीं करते हैं।
रोहित दीक्षित द्वारा दायर जवाबी शिकायत में, शिवबदन और तीन अन्य व्यक्ति- राम बहादुर, संतोष और शिवपाल पासवान- पर लोगों को ईसाई धर्म में परिवर्तित करने का प्रयास करने का आरोप लगाया गया है। उनके खिलाफ भी एक प्राथमिकी दर्ज की गई है, जिसमें चार अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ आरोप शामिल हैं।
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक विजय शंकर मिश्रा ने कहा, "लोगों ने शिवबदन पर ईसाई धर्म में धर्मांतरण कराने का आरोप लगाया है। मामला दर्ज कर लिया गया है और जांच जारी है। इकट्ठा किए गए साक्ष्यों के आधार पर कार्रवाई की जाएगी।"
बता दें कि देशभर में दलितों के खिलाफ हमले कम होने का नाम ले रहे हैं। हाल ही में यूपी के बस्ती जिले में 17 साल के एक दलित लड़के से बर्बरता का मामला सामने आया है। आरोप है कि दबंगों ने उसे बर्थडे पार्टी में बुलाया फिर उसे निर्वस्त्र कर बेरहमी से पीटा और उसे पेशाब पिलाया। इतना ही नहीं दबंग वीडियो बनाकर वायरल करने की धमकी देने लगे। इन सबसे परेशान होकर पीड़ित घर पहुंचकर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली।
द मूकनायक की रिपोर्ट के अनुसार, आरोप था कि जब परिजन स्थानीय पुलिस के पास शिकायत करने पहुंचे तो उन्हें सुना नहीं गया। मजबूरी में वे शव लेकर एसपी ऑफिस पहुंच गए, जिससे महकमे में हड़कंप मच गया। जिसके बाद आनन-फानन में एफआईआर दर्ज हुई और जांच-पड़ताल शुरू की गई।
ये घटना बस्ती जिले के कप्तानगंज थाना क्षेत्र के कोइलपुरा गांव की थी।
उत्तर प्रदेश के फतेहपुर जिले के बहलोपुर अलाई गांव में 47 वर्षीय दलित व्यक्ति शिवबदन पर हमला किया गया, उनके सिर को जबरन मुंडा गया और उन्हें घुमाया गया।
मकतूब की रिपोर्ट के अनुसार, यह हमला शुक्रवार को हुआ जो कथित तौर पर ऊंची जाति के हिंदू लोगों के एक समूह द्वारा किया गया। पुलिस ने मामले के संबंध में दो अलग-अलग प्राथमिकी दर्ज की हैं।
पुलिस में शिकायत दर्ज कराने वाले शिवबदन के अनुसार, यह हमला तीन नामजद लोगों रोहित दीक्षित, लवलेश सिंह और सोमकरण के साथ-साथ कई अज्ञात लोगों द्वारा किया गया था।
इंडियन एक्सप्रेस ने शिवबदन के हवाले से लिखा, “26 दिसंबर को, जब मैं रेलवे स्टेशन जाने के लिए टैक्सी पकड़ने के लिए गांव के चौराहे पर खड़ा था, तो मैंने देखा कि आरोपी, जो बजरंग दल के सदस्य हैं, मुझ पर टिप्पणी कर रहे थे और आस-पास के लोगों से मुझे सबक सिखाने की बात कर रहे थे। अगले दिन सुबह, जब मैं घर लौटा, तो उन्होंने मुझ पर, मेरी पत्नी और मेरे बच्चों पर हमला कर दिया।”
उन्होंने आरोप लगाया कि लोगों का समूह उन्हें घसीटकर पास के एक मंदिर में ले गया, उनका सिर मुंडवा दिया और उन्हें बेरहमी से पीटा। उन्होंने कहा, “उन्होंने मुझे पूरे गांव में घुमाया और दूसरे मंदिर में ले गए। वहां, उन्होंने मुझे हनुमान चालीसा पढ़ने के लिए मजबूर किया। उन्होंने मुझे फिर से पीटा।”
शिवबदन का दावा है कि यह हमला दो साल पहले ईसाई धर्म अपनाने के उनके फैसले के चलते हुआ, जिससे स्थानीय कुछ लोग नाराज थे। उन्होंने कहा, “हमलावर मुझे ‘सबक’ सिखाना चाहते थे क्योंकि मैंने जीसस की पूजा शुरू कर दी थी। उन्होंने मुझ पर दबाव बनाने के लिए दूसरों को धर्म परिवर्तन के लिए मजबूर करने का झूठा आरोप लगाया है।” शिवबदन ने यह भी कहा कि वह अब ईसाई धर्म का पालन नहीं करते हैं।
रोहित दीक्षित द्वारा दायर जवाबी शिकायत में, शिवबदन और तीन अन्य व्यक्ति- राम बहादुर, संतोष और शिवपाल पासवान- पर लोगों को ईसाई धर्म में परिवर्तित करने का प्रयास करने का आरोप लगाया गया है। उनके खिलाफ भी एक प्राथमिकी दर्ज की गई है, जिसमें चार अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ आरोप शामिल हैं।
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक विजय शंकर मिश्रा ने कहा, "लोगों ने शिवबदन पर ईसाई धर्म में धर्मांतरण कराने का आरोप लगाया है। मामला दर्ज कर लिया गया है और जांच जारी है। इकट्ठा किए गए साक्ष्यों के आधार पर कार्रवाई की जाएगी।"
बता दें कि देशभर में दलितों के खिलाफ हमले कम होने का नाम ले रहे हैं। हाल ही में यूपी के बस्ती जिले में 17 साल के एक दलित लड़के से बर्बरता का मामला सामने आया है। आरोप है कि दबंगों ने उसे बर्थडे पार्टी में बुलाया फिर उसे निर्वस्त्र कर बेरहमी से पीटा और उसे पेशाब पिलाया। इतना ही नहीं दबंग वीडियो बनाकर वायरल करने की धमकी देने लगे। इन सबसे परेशान होकर पीड़ित घर पहुंचकर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली।
द मूकनायक की रिपोर्ट के अनुसार, आरोप था कि जब परिजन स्थानीय पुलिस के पास शिकायत करने पहुंचे तो उन्हें सुना नहीं गया। मजबूरी में वे शव लेकर एसपी ऑफिस पहुंच गए, जिससे महकमे में हड़कंप मच गया। जिसके बाद आनन-फानन में एफआईआर दर्ज हुई और जांच-पड़ताल शुरू की गई।
ये घटना बस्ती जिले के कप्तानगंज थाना क्षेत्र के कोइलपुरा गांव की थी।