नई दिल्ली। समाचार चैनल जी न्यूज ने अपने एक सांप्रदायिक ट्वीट में अमेरिका में चल रहे राष्ट्रपति चुनाव को 'राष्ट्रवाद बनाम मुस्लिम कार्ड बताया है। चैनल ने अपने ट्वीट में रिपब्लिकन के उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप को राष्ट्रवाद और जो बिडेन को मुस्लिम कार्ड के साथ जोड़कर अपने शो में दर्शकों से सवाल पूछा कि राष्ट्रवाद जीतेगा या मुस्लिम कार्ड?
यह सर्वविदित है कि डोनाल्ड ट्रंप ने जनवरी 2017 में सात इस्लामिक देशों के लोगों को संयुक्त राज्य अमेरिका में आने से रोकने के लिए मुस्लिमों पर प्रतिबंध लगाया था। डेमोक्रेट्स इस कदम के कट्टर और मुखर आलोचक रहे, ट्रम्प के इस्लामोफोबिक एग्जीक्यूटिव ऑर्डर के खिलाफ अभियान में कई सिविल लिबर्टीज समूह, जिनमें से सबसे उल्लेखनीय अमेरिकी सिविल लिबर्टीज यूनियन (ACLU) सबसे आगे थे।
हालांकि उनके इस ट्वीट की इंटरनेट यूजर्स आलोचना भी कर रहे हैं-
ज़ी न्यूज़ ने अक्सर अपने रिपोर्ट में सांप्रदायिक रंग जोड़ देता है। सबसे हालिया उदाहरण "ज़मीन जिहाद" पर एक विशेष शो है, जिसके खिलाफ सबरंग इंडिया के सिस्टर संगठन सीजेपी ने एनबीएसए में शिकायत दर्ज कराई है।
एक लोकतंत्र को पनपने के लिए चौथे स्तंभ को सटीकता, संतुलन और सद्भाव, सहिष्णुता, विविधता और समावेश जैसे विचारों के लिए सम्मान के साथ कार्य करना चाहिए।
यह सर्वविदित है कि डोनाल्ड ट्रंप ने जनवरी 2017 में सात इस्लामिक देशों के लोगों को संयुक्त राज्य अमेरिका में आने से रोकने के लिए मुस्लिमों पर प्रतिबंध लगाया था। डेमोक्रेट्स इस कदम के कट्टर और मुखर आलोचक रहे, ट्रम्प के इस्लामोफोबिक एग्जीक्यूटिव ऑर्डर के खिलाफ अभियान में कई सिविल लिबर्टीज समूह, जिनमें से सबसे उल्लेखनीय अमेरिकी सिविल लिबर्टीज यूनियन (ACLU) सबसे आगे थे।
हालांकि उनके इस ट्वीट की इंटरनेट यूजर्स आलोचना भी कर रहे हैं-
ज़ी न्यूज़ ने अक्सर अपने रिपोर्ट में सांप्रदायिक रंग जोड़ देता है। सबसे हालिया उदाहरण "ज़मीन जिहाद" पर एक विशेष शो है, जिसके खिलाफ सबरंग इंडिया के सिस्टर संगठन सीजेपी ने एनबीएसए में शिकायत दर्ज कराई है।
एक लोकतंत्र को पनपने के लिए चौथे स्तंभ को सटीकता, संतुलन और सद्भाव, सहिष्णुता, विविधता और समावेश जैसे विचारों के लिए सम्मान के साथ कार्य करना चाहिए।