हरियाणा : नए कृषि कानून के खिलाफ आंदोलन कर रहे योगेंद्र यादव समेत 40 किसान गिरफ्तार

Written by sabrang india | Published on: October 7, 2020
सिरसा। हरियाणा के सिरसा में कृषि कानूनों के विरोध में धरना दे रहे किसानों नेताओं और आंदोलनकारियों को गिरफ्तार कर लिया। खबरों के मुताबिक पुलिस ने बरनाला रोड पर धरना दे रहे किसानों को वहां से हटा दिया है। इसके अलावा स्‍वराज पार्टी के नेता योगेंद्र यादव को भी हिरासत में लिया गया है।



जानकारी के मुताबिक पुलिस ने बुधवार सुबह आंदोलनकारी किसानों को हटाकर बरनाला रोड पर यातायात सुचारू करवा दी। डीएसपी कुलदीप सिंह, एसडीएम डा. जयवीर यादव की अगुवाई में पुलिस ने भूमणशाह चौक पर धरना दे रहे किसानों को उठा दिया और उन्हें हिरासत में लेकर पुलिस लाइन पहुंचा दिया। पुलिस जवानों ने धरनास्थल पर बिछाई गई दरियां, मैट इत्यादि को कब्जे में ले लिया और धरनास्थल से वाहनों की आवाजाही शुरू करवा दी।

करीब आधा घंटे बाद स्वराज पार्टी के नेता योगेंद्र यादव धरनास्थल पर पहुंचे और उन्‍होंने कहा कि वह यहीं धरना देंगे। इसके बाद योगेंद्र यादव वहां चौक पर अपने पांच-छह साथियों के साथ बैठ गए। बाद में पुलिस ने उन्हें भी हिरासत में ले लिया।
उधर डिप्टी सीएम आवास की तरफ जाने वाली सड़क पर भारी संख्या में पुलिस बल मौजूद है। पुलिस अधीक्षक भूपेंद्र सिंह ने कहा कि किसी को कानून अपने हाथ में नहीं लेने दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि मंगलवार को प्रदर्शन में उपद्रव करने वालों के खिलाफ भी एफआइआर दर्ज कर ली गई है।

बता दें कि मंगलवार शाम को किसानों ने भूमणशाह चौक पर पड़ाव डालने का ऐलान किया था। किसानों ने वहीं लंगर लिया और रात को वहीं पर सोए। योगेंद्र यादव, प्रहलाद सिंह भारूखेड़ा सहित अनेक किसान नेता धरनास्थल पर रहे। किसान नेताओं ने ऐलान किया कि जब तक उपमुख्यमंत्री व बिजलीमंत्री त्यागपत्र देकर उनके साथ नहीं आ जाते, उनका धरना जारी रहेगा।

योगेंद्र यादव ने कहा कि गिरफ्तारी से किसान डरने वाला नहीं है। किसान सड़कों पर आ गया है और अब नहीं डरेगा। किसानों पर दमन कर पुलिस ने फिर पिपली की याद दिला दी है। उन्होंने कहा कि यह आंदोलन कानून वापस लेने तक जारी रहेंगे।  

योगेंद्र यादव ने कहा कि गिरफ्तारी से किसान डरने वाला नहीं है। किसान सड़कों पर आ गया है और अब नहीं डरेगा। किसानों पर दमन कर पुलिस ने फिर पिपली की याद दिला दी है। उन्होंने कहा कि यह आंदोलन कानून वापस लेने तक जारी रहेंगे।  

किसानों को हिरासत में लिये जाने के दौरान अनेक किसान सड़क पर ले गए, जिन्हें पुलिस ने जबरन उठाकर बसों में डाला और ले गए। किसान नेता प्रहलाद सिंह भारूखेड़ा ने कहा कि भाजपा ने किसानों के आंदोलन को दबाने का प्रयास भी किया है। बीते दिवस भाजपा ने आंदोलन को दबाने के लिए अपने गुंडे भेजे, पत्थरबाजी करवाई। उन्होंने कहा कि किसान आंदोलन नहीं थमेगा, यह चलता रहेगा।

बाकी ख़बरें