भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर आजाद को हाथरस जाने से रोका गया

Written by sabrang india | Published on: October 4, 2020
हाथरस। भीम आर्मी भारत एकता मिशन के प्रमुख आज अपनी पार्टी के समर्थकों के साथ हाथरस के पीड़ित परिवार से मिलने पहुंचे। लेकिन उनके वाहनों को रास्ते में ही रोक दिया गया। भीम आर्मी प्रमुख चंद्रशेखर आजाद ने पीड़ित परिवार से मिलने के लिए रास्ता रोके जाने के बाद पैदल ही हाथरस की ओर बढ़ना शुरू कर दिया। 



इससे पहले कांग्रेस के प्रतिनिधिमंडल ने हाथरस की पीड़िता से मुलाकात की। राहुल गांधी ने कहा कि मैं हाथरस के पीड़ित परिवार से मिला और उनका दर्द समझा। मैंने उन्हें विश्वास दिलाया कि हम इस मुश्किल वक़्त में उनके साथ खड़े हैं और उन्हें न्याय दिलाने में पूरी मदद करेंगे। यूपी सरकार चाहकर भी मनमानी नहीं कर पाएगी क्यूंकि अब इस देश की बेटी को इंसाफ दिलाने पूरा देश खड़ा है।

कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने भी गैंगरेप पीड़िता के परिजनों से मुलाकात की, प्रियंका ने कहा, 'मैं काफी संघर्ष के बाद हाथरस की पीड़िता के मां से मिल पाई। मां की न रुकने वाली सिसकियां और आंसू उनके ऊपर हुए अत्याचार के गवाह हैं। उनसे मुलाकात के बाद मैं स्तब्ध हूँ। पीड़िता और पीड़िता के परिवार के साथ हुई बर्बरतापूर्ण कारवाई किसी भी संवेदनशील व्यक्ति को झकझोर कर रख देगी।'



प्रियंका गांधी ने कहा कि हाथरस में आज दिवंगत बेटी की मां के आंसुओं में पीड़ा और दर्द सामने से महसूस किया है। मैंने मां से कहा कि वे खुद को अकेला न समझें, उनकी पीड़ा मेरी भी पीड़ा है। उन्हें भरोसा दिलाया है कि उनके साथ हमेशा खड़ी रहूंगी और इंसाफ मिलने तक साथ में लड़ाई लडूंगी।

प्रियंका गांधी ने पीड़िता की मां के साथ मुलाकात की और इसकी तस्वीर साझा करते हुए लिखा, 'मां का दर्द समझती हूं। न्याय मिलने तक इनके साथ खड़ी रहूंगी। इनके हर आंसुओं का जवाब सरकार को देना होगा।'



प्रियंका गांधी ने पीड़ति परिवार के सवाल भी अपने फेसबुक पोस्ट में साझा करते हुए लिखा, 'हाथरस के पीड़ित परिवार के प्रश्न: 1. सुप्रीम कोर्ट के जरिए पूरे मामले की  न्यायिक जाँच हो 2. हाथरस DM को सस्पेंड किया जाए और किसी बड़े पद पर नहीं लगाया जाए 3. हमारी बेटी के शव को बगैर हमसे पूछे पेट्रोल से क्यों जलाया गया? 4. हमें बार-बार गुमराह किया, धमकाया क्यों जा रहा है? 5. हम इंसानियत के नाते चिता से फूल चुनकर लाए, मगर हम कैसे माने कि यह शव हमारी बेटी का है भी या नहीं? इन प्रश्नों के उत्तर पाना इस परिवार का हक है और उप्र सरकार को ये जवाब देना पड़ेगा।'

प्रियंका गांधी ने आगे कहा कि हाथरस के पीड़ित परिवार के अनुसार सबसे बुरा बर्ताव डीएम का था। उन्हें कौन बचा रहा है? उन्हें अविलंब बर्खास्त कर पूरे मामले में उनकी भूमिका की जाँच हो। परिवार न्यायिक जांच माँग रहा है तब क्यों सीबीआई जांच का हल्ला करके SIT की जांच जारी है। यूपी सरकार यदि जरा भी नींद से जागी है तो उसे परिवार की बात सुननी चाहिए।

उत्तर प्रदेश के हाथरस में 20 वर्षीय लड़की के साथ कथित गैंगरेप के मामले में देशभर में लोगों में आक्रोश है। घटना के विरोध में पिछले कुछ दिनों में कई जगहों पर प्रदर्शन भी किए गए। विपक्षी पार्टियां भी लगातार सरकार को घेरने और स्थानीय प्रशासन की अंसेवदनशीलता पर सवाल उठा रही हैं।

इस बीच, यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को इस मामले में सीबीआई जांच का आदेश दिए हैं। इस मामले में एसआईटी की टीम भी जांच कर रही है। एसआईटी टीम रविवार को पीड़ित परिवार के घर पहुंची। भीम आर्मी के चीफ चंद्रशेखर आजाद भी पीड़ित परिवार से मिलने हाथरस जा रहे हैं। उन्हें रास्ते में रोक लिया गया है। 

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