देवघर। झारखंड के देवघर जिले में रविवार को एक निर्माणाधीन सेप्टिक टैंक के भीतर उतरे छह लोगों की जहरीली गैस से दम घुटने के कारण मौत हो गई। यह घटना देवीपुर पुलिस थाने के तहत देवीपुर बाजार इलाके में हुई, जहां लगभग 20 फीट गहरे और सात फीट चौड़े सेप्टिक टैंक का निर्माण कार्य चल रहा था।

पुलिस अधीक्षक पीयूष पांडेय ने बताया कि रविवार सुबह एक व्यक्ति के घर में सेप्टिक टैंक की सफाई के लिए दो मजदूर इसमें उतरे थे। जब वे नहीं लौटे तो घर के मालिक के दो बेटे टैंक में घुसे।
पुलिस ने बताया कि उन चारों के नहीं लौटने पर घर के मालिक ने शोर मचाया जिसके बाद दो पड़ोसी टैंक के अंदर गए। पांडेय ने कहा, ‘सभी छह लोगों की टैंक के अंदर जहरीली गैस के कारण मौत हो गई। स्थानीय ग्रामीणों ने टैंक को खोलकर शवों को बाहर निकाला।’

देवघर के उपायुक्त कमलेश्वर प्रसाद सिंह ने कहा, ‘सभी छह लोगों को सदर अस्पताल ले जाया गया, जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया। प्रथमदृष्टया लगता है कि इनकी सेप्टिक टैंक में कार्बन डाईऑक्साइड और कार्बन मोनोऑक्साइड जैसी जहरीली गैसों से दम घुटने से मौत हुई है।’
टैंक में फंसे लोगों को जेसीबी की मदद से बेहोशी की हालत में बाहर निकाला गया। अस्पताल में सभी को मृत घोषित कर दिया गया। मरने वालों में तीन एक ही परिवार के सदस्य हैं। देवघर के उपायुक्त ने घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए सरकारी प्रावधानों के तहत मृतकों के परिजनों को मुआवजा देने की बात कही है।

पुलिस अधीक्षक पीयूष पांडेय ने बताया कि रविवार सुबह एक व्यक्ति के घर में सेप्टिक टैंक की सफाई के लिए दो मजदूर इसमें उतरे थे। जब वे नहीं लौटे तो घर के मालिक के दो बेटे टैंक में घुसे।
पुलिस ने बताया कि उन चारों के नहीं लौटने पर घर के मालिक ने शोर मचाया जिसके बाद दो पड़ोसी टैंक के अंदर गए। पांडेय ने कहा, ‘सभी छह लोगों की टैंक के अंदर जहरीली गैस के कारण मौत हो गई। स्थानीय ग्रामीणों ने टैंक को खोलकर शवों को बाहर निकाला।’

देवघर के उपायुक्त कमलेश्वर प्रसाद सिंह ने कहा, ‘सभी छह लोगों को सदर अस्पताल ले जाया गया, जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया। प्रथमदृष्टया लगता है कि इनकी सेप्टिक टैंक में कार्बन डाईऑक्साइड और कार्बन मोनोऑक्साइड जैसी जहरीली गैसों से दम घुटने से मौत हुई है।’
टैंक में फंसे लोगों को जेसीबी की मदद से बेहोशी की हालत में बाहर निकाला गया। अस्पताल में सभी को मृत घोषित कर दिया गया। मरने वालों में तीन एक ही परिवार के सदस्य हैं। देवघर के उपायुक्त ने घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए सरकारी प्रावधानों के तहत मृतकों के परिजनों को मुआवजा देने की बात कही है।