भेदभाव
September 6, 2021
धर्म परिवर्तन कराने का आरोप लगा भीड़ ने पादरी को पुलिस हिरासत में ही पीट दिया
"धर्म बदलने वालों को ... जूता मारो स** लों को... जय जय श्री राम," यह नारा छत्तीसगढ़ में एक पुलिस स्टेशन में भीड़ ने उस समय लगाया जब एक पादरी वहां थे। लेकिन उस समय ड्यूटी पर मौजूद पुलिसकर्मी यह सब देख रहे थे। जल्द ही यह भीड़ एक ईसाई पादरी पर हमला करने के लिए आगे बढ़ी, जिसे पुलिस स्टेशन बुलाया...
September 1, 2021
सोशल मीडिया पर घृणा अपराध, दुर्व्यवहार, मुसलमानों पर हिंसक हमलों को हरी झंडी दिखाई जा रही है, और नियमित रूप से रिपोर्ट किया जा रहा है
उत्तर भारत में त्योहारी सीजन की शुरुआत हो चुकी है। ईद हो चुकी है, रक्षाबंधन और जन्माष्टमी भी जा चुकी है, जल्द ही अन्य त्योहार भी उस अंधेरे में खुशियों की बौछार लाएंगे जो कि कोविड -19 ने फैलाया है।
हालांकि, उत्सव की भावना को मारने और नफरत को...
August 12, 2021
मुजफ्फरनगर में संगठन ने आरोप लगाया कि मुस्लिम लोग ऐसी नौकरी के बहाने हिंदू महिलाओं को फंसाते (लव जिहाद) हैं।
चरमपंथी दक्षिणपंथी संगठन, क्रांति सेना के अज्ञात गुंडों ने मुजफ्फरनगर में कथित तौर पर एक "चेकिंग ड्राइव" चलाया और लोगों से कहा कि मुस्लिम युवक मेहंदी लगाते समय हिंदू महिलाओं को गुमराह कर उनका फोन नंबर ले लेते हैं। साथ ही उन्होंने अपील की कि ब्यूटी पार्लरों में भी...
August 3, 2021
"सर पर छत और समाज में इज्जत, इससे ऊपर कोई भी मांग नहीं है हमारी", संजना किन्नर ने कहा जब उनसे पूछा कि वे लोगों से, सरकार से क्या अपेक्षा करती है।
प्रतीकात्मक फोटो
किन्नर समुदाय हमेशा से समाज में उपहास का पात्र रहा है, और अलग अलग माध्यम से अपनी पीड़ाओं से निष्क्रम होने का रास्ता ढूंढता रहा है, हालांकि इसमें सम्पूर्ण रूप से वे असक्षम रहे हैं। अपनी रोज़ी-रोटी सिग्नल पर, ट्रेन...
June 23, 2021
जून की भरी दोपहर में बाजार में लोग कम थे। चाय की दुकान जिसपर मैं बैठा अखबार को पलट रहा था वहां मेरे और चाय वाले के अलावा दो और व्यक्ति बैठे थे जो आपस मे बातें किये जा रहे थे। एक युवा लड़का भी था जो सचिन पायलट सा दिखता था। वह ठीक मेरी बगल में बेंच पर बैठा था। मैंने अखबार पलटे तो उसमें सरकार के विज्ञापन, गुणगान के अलावा खबरें भी थीं। एक मिनट में ही अखबार पलटकर मैं फ्री हो गया। बगल में बैठे सचिन...
June 22, 2021
गुजरात साहित्य अकादमी जिसकी स्वायत्तता को गुजरात सरकार ने कुश्ती की, जिसने फिर उसे सरकारी संस्थान बना दिया, शब्दसृष्टि नामक जर्नल प्रकाशित किया । शब्दसृष्टि के जून 2021 अंक में ′′ नहीं, यह कविता नहीं है, यह अराजकता के लिए 'कविता' का दुरुपयोग है..." पृष्ठ 89. पर लेखक के लेखन का आवश्यक दायित्व है नाम सम्मानित नहीं है जो सरकारी प्रक्रियाओं के अनुसार अनैतिक, आपराधिक और खतरनाक...
June 10, 2021
अब यह साफ़ देखा जा सकता है कि मुल्क के जातिवादी तत्व खुलकर हिंसा का खेल खेल रहे हैं.हर मिनट में देश में कहीं न कहीं अनुसूचित जाति व जनजाति के लोगों पर हमले हो रहे हैं, क़त्ल किए जा रहे हैं, वंचित वर्ग की बेटियों के साथ यौन हिंसा की जा रही हैं.
इस देश के जातिवादी आतंकी जमातों के लोग दलित आदिवासियों के अस्तित्व को सहन करने के लिए भी तैयार नहीं है,छोटी छोटी बातों के लिए उन पर हमले किए जा रहे...
June 9, 2021
यह दुनियाभर में स्थापित तथ्य है कि भारत में पत्रकारिता एक उच्च जोखिम वाला पेशा है, विशेष रूप से उत्तर प्रदेश जैसे राज्यों में, किसी भी पत्रकार को सरकार से किसी मुद्दे पर टिप्पणी मांगना दैनिक जोखिम का काम है। जोखिम और धमकियां कई रूपों में आती हैं और पत्रकारों के खिलाफ प्राथमिकी जैसी कानूनी कार्रवाई शुरू की जाती है, फिर भी कुछ पत्रकार जैसे मासिहुज्जमा अंसारी, बहुत देर होने से पहले अपने अनुभव को...
June 8, 2021
महोबा। बुंदेलखंड के महोबा जिले में अनुसूचित जाति के युवक अलखराम को 18 जून को होने वाली अपनी शादी में घोड़ी चढ़ने पर अंजाम भुगतने की धमकी मिलने का मामला अभी शांत नहीं हुआ कि इसी तरह की एक और घटना सामने आई है। अनुसूचित जाति की महिला ग्राम प्रधान को दबंगो ने कुर्सी से हाथ खींचकर जमीन पर बैठा दिया। उन्होंने कहा कि तुम दलित हो हमारे सामने कुर्सी पर नहीं बैठ सकती।
मुख्य आरोपी रामू राजपूत...
May 28, 2021
अपराधियों पर कार्यवाही के बजाए साम्प्रदायिक तनाव बढ़ा रही है पुलिस, सत्तापक्ष के इशारे पर बनारस को सांप्रदायिक तनाव की तरफ धकेल रहा है प्रशासन
वाराणसी में पुलिस द्वारा एकतरफा कार्रवाई की खबरें लगातार आ रही हैं। अवांछित तत्वों द्वारा समुदाय विशेष को टार्गेट कर हमले किए जा रहे हैं लेकिन इसमें खास बात है कि पुलिस पीड़ित पक्ष के खिलाफ जाकर हमला करने वालों के साथ खड़ी नजर आई है। बनारस को...