पीएम मोदी के क्षेत्र में पानी की किल्लत से परेशान लोगो ने "नोटा" का बटन दबाने का किया ऐलान

Written by sabrang india | Published on: April 26, 2019
पीएम नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणासी के सरायनंदन वार्ड के पंडिताना मोहल्ले मे पेयजल की समस्या को लेकर आम जनता सड़क पर उतर आयी।पेयजल को लेकर मचे हाहाकार के बीच आम जनता ने कहा कि अगर हमारी पीने के पानी की समस्या का समाधान चुनाव से पहले नहीं हुआ तो हम सभी राजनैतिक दलों का बहिष्कार करेंगे और नोटा पर वोट कर अपना विरोध दर्ज करायेंगे।




आज के प्रदर्शन का नेतृत्व कर रही स्थानीय निवासी श्रीमती अनीता बिंद ने कहा कि पंडिताना मोहल्ले मे पानी की समस्या पिछले सात सालों से है।लगातार जलकल व नेताओं के चक्कर काटते काटते मोहल्ले मे दो साल पहले पानी का कनेक्शन लगाया पर उसमें आज तक पानी नहीं आया।सरकार मोहल्लेवासियों से लगातार दो वर्ष से पानी का टैक्स ले रही है पर आज तक निवासियों को पानी के पाईपों से एक बूंद भी नसीब नहीं हुई बल्कि उनको नट लगाकर बंद कर दिया गया है।स्थानीय निवासी आज भी पास के एक कुंए से पानी पीने को मजबूर हैं जिसका पानी गर्मी में भयंकर बदबू करने लगता है।स्थानीय निवासियों ने कई बार स्थानीय पार्षद व विधायक से इस विषय मे संपर्क किया जहां उन्हें रोज आज कल कहकर भेज दिया जाता था।दौड़ते दौड़ते व चिठ्ठियां लिख लिखकर स्थानीय निवासी परेशान हो गये हैं।

स्थानीय निवासियों ने प्रदर्शन करते हुए कहा कि वो कई बार इस विषय को लेकर धरना प्रदर्शन भी कर चुके हैं,लेकिन तब पर भी नेताओं व अधिकारियों को कोई फर्क नहीं पड़ा।इसलिए आज सभी मोहल्ले वासियों ने निर्णय लिया है कि अगर मोहल्ले की पेयजल की समस्या का समाधान नहीं हुआ तो राजनैतिक दलों का बहिष्कार करते हुए सभी निवासी नोटा पर वोट करेंगे।प्रदर्शन के दौरान मौजूद क्रांति फाउंडेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष ई०राहुल सिंह ने कहा कि भयंकर गर्मी मे पीने के पानी के लिए जनता को संघर्ष करना पड़ रहा है यह नेताओं व प्रशासन के लिए शर्मनाक है।उन्होने कहा कि नोटा आम जनता के विरोध का एक तरीका है जिसका उपयोग जनता को करना चाहिए।राजनैतिक दलों को यह समझना पड़ेगा कि पांच साल मे मात्र वोट देने के लिए जनता का दायित्व नहीं बनता।अगर नेता काम नहीं करेंगे तो जनता नोटा का इस्तेमाल करेगी।श्री सिंह के अनुसार नोटा के इस्तेमाल से राजनैतिक दलों पर बेहतर व पारदर्शी तरीके से कार्य करने का दबाव बढ़ेगा ।
 

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