यूपी में जमीन विवाद को लेकर गुंडों ने दलित महिला को पीटा-कपड़े फाड़े, सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल

Written by sabrang india | Published on: November 9, 2020
उत्तर प्रदेश के जौनपुर में गुंडों के उत्पीड़न की शिकार एक गरीब दलित विधवा महिला को बीते एक सप्ताह से अपने साथ घटित घटना के लिए न्याय पाने के लिए थाना, पुलिस और उच्चाधिकारियों की चौखट पर एड़ियां रगड़ रही हैं लेकिन गुंडों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। इससे पुलिस प्रशासन भी सवालों के घेरे में आ गया है। 



दरअसल घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। गुंडों ने दलित महिला के साथ जमीनी विवाद को लेकर महिला के साथ मारपीट और उसका उत्पीड़न किया है लेकिन क्षेत्र की पुलिस ने पीड़िता न्याय देने के बजाय उसे डंडों से भगा दिया। 

खबरों के मुताबिक यह मामला जौनपुर के तहसील केराकत स्थित थाना चन्दवक क्षेत्र के बलुआ विजयीपुर की गांव की है, यहाँ की निवासी कुमारी देवी विधवा स्व. प्रभुदयाल की जमीन पर गांव के कुछ दबंगों की नजर गड़ गयी। विगत 3 नवम्बर 20 को दबंग समाधीन, सलीम, आदि कई लोगों ने गरीब दलित की जमीन पर कब्जा करने गये थे। दलित विधवा ने उन्हें रोका तो उपरोक्त दबंग अपने साथ महिलाओं को लेकर दलित महिला को मारने पीटने लगे यहाँ तक कि उसके कपड़े आदि फाड़ कर उसे निर्वस्त्र करने का भी कुत्सित प्रयास किया। पूरी घटना को एक पड़ोसी ने वीडियो मे कैद कर लिया।

पीड़िता ने घटना के बाबत थाना चन्दवक में पहुंच कर पूरी घटना के संदर्भ में लिखित तहरीर दिया। जिसमें महिला ने मारपीट के साथ अपने गले में पहनी एक चांदी की चैन छीनने का भी आरोप लगाया था। पीड़िता ने समाधीन, सलीम व शाहजहाँ सहित चार लोगों को नामजद किया है।

पीड़िता ने तहरीर मे कहा है कि सभी लोग घर में घुस कर मारे पीटे और कपड़े फाड़ कर अर्ध नग्न कर दिया था। थाना प्रभारी चन्दवक पीड़िता के साथ न्याय करने कै बजाय उसे थाने से डांट कर भगा दिया। पीड़िता का आरोप है कि थानेदार दबंगो से मिल गये है। पीड़िता ने इस घटना के बाबत न्याय पाने के लिये पुलिस के उच्चाधिकारियों सहित प्रदेश सरकार के मुखिया मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ को भी पत्र भेजा है लेकिन किसी भी स्तर से इस दलित को न्याय नहीं मिल सका है।

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