'घर पर तिरंगा नहीं लगाने वाले परिवारों पर भरोसा नहीं', बयान पर उत्तराखंड BJP अध्यक्ष ने दी सफाई

Written by Navnish Kumar | Published on: August 14, 2022
उत्तराखंड भाजपा अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने बयान दिया था कि जिस घर तिरंगा नहीं उसका विश्वास नहीं कर सकते। भट्ट के खिलाफ देहरादून के अधिवक्ता देवेंद्र सिंह राणा की ओर से तहरीर दी गई है। 
एडवोकेट देवेंद्र सिंह राणा कांग्रेस के वरिष्ठ कार्यकर्ता भी हैं। 



'घरों पर तिरंगा नहीं लगाने वाले परिवारों पर भरोसा नहीं' करने के अपने बयान पर कांग्रेस की आलोचना का सामना करने के बाद भारतीय जनता पार्टी उत्तराखंड के नवनियुक्त अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने कहा है कि उनके बयान को संदर्भ से बाहर रखकर देखा गया। उन्होंने स्पष्ट करते हुए कहा, ‘मैंने सिर्फ इतना कहा था कि जिनके पास तिरंगा नहीं है, उन पर भरोसा नहीं किया जा सकता। तिरंगा लगाने में किसी को दिक्कत क्यों होगी? यह उस तरह का अविश्वास है, जिसके बारे में मैं बात कर रहा था।’

भट्ट के खिलाफ देहरादून के अधिवक्ता देवेंद्र सिंह राणा की ओर से तहरीर दी गई है। 
एडवोकेट देवेंद्र सिंह राणा कांग्रेस के वरिष्ठ कार्यकर्ता भी हैं। देवेंद्र राणा का कहना है कि प्रदेश अध्यक्ष भाजपा के द्वारा जो बयान दिया गया है, वह खतरनाक बयान है, तिरंगे का अपमान है और देश को तोड़ने वाला बयान है। इसलिए उन्होंने देहरादून की धारा चौकी कोतवाली में तहरीर दे दी है।

बीते 10 अगस्त को सरकार के ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ समारोह के हिस्से के रूप में नैनीताल जिले के हल्द्वानी में भट्ट ने कहा था कि भारत उन लोगों पर भरोसा नहीं कर सकता, जो राष्ट्रीय ध्वज नहीं फहराते हैं। भट्ट ने कहा था, ‘जिसके घर में तिरंगा नहीं लगेगा, हम उसे विश्वास की नजर से कभी देख नहीं पाएंगे। मुझे ऐसे घरों का फोटो चाहिए, जिन पर तिरंगा न लगा हो। समाज देखना चाहता है ऐसे घरों को… उस परिवार को देखना चाहता है। भारत को लेकर सम्मान का भाव किस परिवार के अंदर है।’

दरअसल पीएम मोदी ने मन की बात कार्यक्रम में कहा था कि आजादी के 75 साल पूरे होने पर अमृत महोत्सव के अंतर्गत 13 से 15 अगस्त तक, देश में ‘हर घर तिरंगा’ अभियान का आयोजन किया जा रहा है। मेरा सुझाव है कि इस दौरान आप अपने घरों में तिरंगा जरूर फहराएं। पीएम मोदी ने खुद कहा था कि आजादी के अमृत महोत्सव को मनाने के लिए सब लोग तिरंगे को लहराएं, साथ ही अपनी प्रोफाइल में तिरंगा लगाएं। इस बीच उत्तराखंड बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने कार्यकर्ताओं से उन घरों की तस्वीरें भेजने को कहा है जिन पर तिरंगा नहीं लगा हो। भट्ट ने 30 जुलाई को प्रदेश भाजपा अध्यक्ष का पदभार ग्रहण किया था।

कांग्रेस ने बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष के इस बयान पर निशाना साधा है। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करण माहरा ने ट्वीट किया, “श्री महेंद्र भट्ट का कहना है जिस घर में झंडा नहीं, उस पर विश्वास नहीं। भट्ट जी ने बिल्कुल सच कहा है क्योंकि यह वही लोग हैं जिन्होंने 51-52 साल तक अपने संघ कार्यालय पर झंडा कभी नहीं फहराया और जिन तीन लोगों ने वहां झंडा फहराया उन्हें 2013 तक मुकदमे झेलने पड़े।” द इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार, कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करण महारा ने कहा कि भट्ट के बयान को देखते हुए लोगों को उस आरएसएस पर भी भरोसा नहीं करना चाहिए, जिसने 52 वर्षों में अपने मुख्यालय पर तिरंगा नहीं फहराया है। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा राष्ट्रीय ध्वज के नीचे अपनी विफलताओं को छिपाने की कोशिश कर रही है।

वहीं, पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने भी बीजेपी पर हमला बोलते हुए ट्वीट किया। उन्होंने लिखा, “बीजेपी के नये अध्यक्ष बहुत विनम्र व्यक्ति हैं। मगर उनका बयान बहुत दुख पहुंचा गया। किसी की देशभक्ति का पैमाना नापने वाली बीजेपी कौन होती है? मापदंड ऐसा न बनाइए, जिसको कूदने में आपके किसी नागरिक को कठिनाई हो।” पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने एक फेसबुक पोस्ट में कहा, ‘किसी की देशभक्ति को मापने वाली भाजपा कौन है? और अगर तिरंगा फहराना ही देशभक्ति है तो उनके करीबी कई ऐसे व्यक्ति और संगठन हैं, जिन्होंने सालों तक तिरंगा नहीं फहराया। वे शायद आज भी हिचकिचाते हैं।’

उन्होंने कहा, ‘आज देश में 42 करोड़ से अधिक लोग गरीबी रेखा के नीचे हैं और 50-55 करोड़ से अधिक लोगों के पास अपने रोजाना के भोजन का प्रबंधन करना एक बड़ा सवाल है। ये लोग झंडे के लिए पैसे की व्यवस्था कैसे कर सकते हैं।

महेंद्र भट्ट ने दी सफाई: बयान की आलोचना होने के बाद महेंद्र भट्ट ने सफाई देते हुए कहा कि जिन घरों में राष्ट्रीय ध्वज नहीं लगा है, उनकी तस्वीरों की उनकी मांग केवल पार्टी कार्यकर्ताओं के लिए है, आम जनता के लिए नहीं। स्पष्टीकरण देते हुए उन्होंने कहा, “मेरा बयान केवल पार्टी कार्यकर्ताओं के लिए था क्योंकि मैं चाहता हूं कि उनमें से प्रत्येक प्रधानमंत्री के आह्वान का जवाब दें"। समाचार एजेंसी पीटीआई को दिए बयान में उन्होंने कहा, मैं चाहता हूं कि उनमें से प्रत्येक (भाजपा कार्यकर्ता) प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आह्वान का जवाब दे। उन्हें यकीन है कि जो भी इस देश के लिए महसूस करता है वह अपने घर पर राष्ट्रध्वज फहराने में संकोच नहीं करेगा।

वहीं देहरादून में उन्होंने कहा कि उनका इरादा किसी पर शक करने का नहीं था, लेकिन फिर पूछा, "इस अवसर को मनाने के लिए किसी भी भारतीय को अपने घर पर राष्ट्रीय ध्वज फहराने में समस्या क्यों होनी चाहिए?" कहा, "हमारे स्वतंत्रता सेनानी झंडा फहराने के लिए फांसी पर चढ़ गए। मैं चाहता हूं कि देश भर में हर घर में 'आजादी का अमृत महोत्सव' मनाने के लिए पीएम के आह्वान के जवाब में राष्ट्रीय ध्वज फहराया जाए।"

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