असम की भाजपा सरकार में वित्त मंत्री हिमंता बिस्वा सरमा ने कहा कि नागरिकता संशोधन विधेयक (सीएबी) पारित होने के बाद किसी भी हिंदू, सिख, जैन को विदेशियों के लिए बने डिटेंशन शिविरों में नहीं रखा जाएगा। बिस्वा सरमा का यह बयान नया नहीं है जब उन्होंने साफ तौर पर मुस्लिमों को निशाना बनाए जाने की सरकारी इच्छा जताई है। भाजपा की पूरी राजनीति ही मुस्लिमों के खिलाफ नफरत बोने के आधार पर ही खड़ी नजर आती है। ऐसे में वरिष्ठ पत्रकार औऱ सीजेपी की सेक्रेट्री तीस्ता सीतलवाड़ का यह विश्लेषण देखने लायक है जिसमें वे बता रही हैं कि किस तरह से बीजेपी के राज्य से लेकर केंद्रीय मंत्री तक संविधान की शपथ की धज्जियां उड़ाते हैं।