मायावती जी बधाई! पर बाबासाहेब-कांशीराम के सपनों का क्या?

मायावती जी एक बार फिर बसपा की अध्यक्ष बनीं हैं! पार्टी संस्थापक कांशीराम के बाद वह अध्यक्ष बनीं थीं। तबसे इस पद पर बरकरार हैं। उनके लंबे कार्यकाल में बहुजन आंदोलन का क्या बना और क्या बिगड़ा? डॉ अम्बेडकर और कांशीराम के सपनों का क्या हुआ? मायावती मौजूदा सत्ता से इस कदर दबी-सहमी क्यों हैं? ऐसे ही कुछ सवालों पर वरिष्ठ पत्रकार उर्मिलेश का खास विश्लेषण