कोलकाता: तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) की नवनिर्वाचित सदस्य महुआ मोइत्रा ने मंगलवार को नरेंद्र मोदी सरकार पर देश को फासीवाद की ओर ले जाने का इल्जाम लगाते हुए दावा किया है कि राष्ट्रवाद के नाम पर मुल्क को बांटा जा रहा है और वैज्ञानिक सोच को पीछे धकेला जा रहा है। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के अभिभाषण पर लाए गए धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा में हिस्सा लेते हुए महुआ ने दावा किया कि देश बेहद मुश्किल दौर से गुजर रहा है।
उन्होंने कहा कि नए किस्म के राष्ट्रवाद के नाम पर जनता को बांटा जा रहा है। मोइत्रा ने कहा है कि एनआरसी और नागरिकता संशोधन विधेयक के जरिए एक समुदाय विशेष को लक्ष्य बनाया जा रहा है। टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा ने कहा कि आज भीड़ द्वारा हत्या करने का दौर चल रहा है। देश को फासीवाद की ओर ले जाया गया है। वैज्ञानिक सोच को पीछे धकेल दिया गया है।
महुआ ने कहा है कि इस सरकार को अयोध्या में विवादित 2।77 एकड़ भूमि की चिंता हो रही है, जबकि पूरे देश की चिंता करने की आवश्यकता है। उनके संबोधन के बाद भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के निशिकांत दुबे ने नियमों का हवाला देते हुए कहा कि महुआ मोइत्रा ने एनआरसी और अयोध्या मामले का जिक्र किया जो अदालत में विचाराधीन हैं। ऐसे में इनको रिकॉर्ड से हटाया जाना चाहिए। इस पर टीएमसी के सौगत रॉय ने कहा कि दुबे और भाजपा के राजीव प्रताप रुढ़ी विपक्ष के लोगों की आवाज को दबाने का प्रयास कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि नए किस्म के राष्ट्रवाद के नाम पर जनता को बांटा जा रहा है। मोइत्रा ने कहा है कि एनआरसी और नागरिकता संशोधन विधेयक के जरिए एक समुदाय विशेष को लक्ष्य बनाया जा रहा है। टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा ने कहा कि आज भीड़ द्वारा हत्या करने का दौर चल रहा है। देश को फासीवाद की ओर ले जाया गया है। वैज्ञानिक सोच को पीछे धकेल दिया गया है।
महुआ ने कहा है कि इस सरकार को अयोध्या में विवादित 2।77 एकड़ भूमि की चिंता हो रही है, जबकि पूरे देश की चिंता करने की आवश्यकता है। उनके संबोधन के बाद भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के निशिकांत दुबे ने नियमों का हवाला देते हुए कहा कि महुआ मोइत्रा ने एनआरसी और अयोध्या मामले का जिक्र किया जो अदालत में विचाराधीन हैं। ऐसे में इनको रिकॉर्ड से हटाया जाना चाहिए। इस पर टीएमसी के सौगत रॉय ने कहा कि दुबे और भाजपा के राजीव प्रताप रुढ़ी विपक्ष के लोगों की आवाज को दबाने का प्रयास कर रहे हैं।