बिहार के कैमूर में वनाधिकारों की माँग कर रहे आदिवासियों पर हुए पुलिस हमले की AIUFWP, DSG और CJP द्वारा फैक्ट फाइंडिंग रिपोर्ट जारी की गई। इस रिपोर्ट के विमोचन पर देश भर में आदिवासियों, दलितों एवं अन्य वन समुदायों पर हो रहे लगातार हमलों की माकपा पोलित ब्यूरो सदस्य वृंदा करात ने जिस प्रकार से व्याख्या की है वह सुनने लायक है।
फैक्ट फाइंडिंग रिपोर्ट में बिहार के कैमूर में आदिवासियों पर फायरिंग की न्यायिक जांच की मांग की गई है। साथ ही दोषी अधिकारियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने व कार्यकर्ताओं पर थोपे गए फर्जी केस वापस लेने को कहा गया है।
बता दें कि 11 सितंबर को बिहार के कैमूर जिले के अधौरा ब्लॉक में शांतिपूर्ण तरीके से प्रदर्शन कर रहे प्रदर्शनकारियों पर पुलिस ने बेरहमी से फायरिंग की थी। नई दिल्ली से चार सदस्यों की टीम ने वहां पहुंचकर इस घटना से जुड़े तथ्यों की पूरी पड़ताल की। शुक्रवार को फैक्ट फाइंडिंग टीम की रिपोर्ट ऑनलाइन प्रेस कांफ्रेंस के माध्यम से जारी की गई।