23 फरवरी को भाजपा नेता कपिल मिश्रा के भड़काऊ भाषण से दिल्ली में हिंस भड़ उठी। सशस्त्र भीड़ ने उत्तर-पूर्वी दिल्ली में मुस्लिम इलाकों को निशाना बनाया और पुलिस के सामने ही लोगों पर हमला किया। भीड़ ने सार्वजनिक संपत्ति में आग लगा दी और मुस्लिमों पर अत्याचार किया। लेकिन, यहां के नागरिक शहर भर में एकता मार्च आयोजित करके नफरत की राजनीति के खिलाफ एकजुट हो गए हैं। क्या दिल्ली की गंगा-जमुनी तहजीब नफरत की राजनीति को हरा पाएगी?