कई इलाकों में विकास के नाम पर गरीबों से उनके घर, ज़मीन तो छीन लिए गए लेकिन, मुआवज़े के वादे कभी पूरे नहीं हुए। झारखंड में आदिवासियों और ग्रामीणों के साथ विस्थापन की एक ऐसी ही लड़ाई लड़ रही हैं दयामनी बरला, जिन्हें झारखंड की आयरन लेडी के रूप में भी जाना जाता है। दयामनी बरला आदिवासी, दलित और महिलाओं की ज़िन्दगी के सवालों की लड़ाई लड़ रही हैं।
दयामनी 1995 में झारखंड में जल, जंगल, ज़मीन की लड़ाई से जुड़ी थीं, तब से लेकर आज तक वो झारखंड के लगभग सभी आंदोलनों में शामिल रही हैं। अब दयामनी बरला झारखंड विकास मोर्चा (प्रजातांत्रिक) से खूंटी विधानसभा से चुनाव लड़ रही हैं। दय़ामनी बरला ने वीडियो जारी कर सहयोग मांगा है ताकि जल जंगल जमीन की लड़ाई को वे राज्य स्तर तक पहुंचा सकें।
दयामनी बरला ने लोगों से आर्थिक सहयोग की अपील की है। दयामणि बरला को सपोर्ट करने व आर्थिक सहायता के लिए https://www.ourdemocracy.in/ पर विजिट करें। खूंटी में 7 दिसंबर को चुनाव होना है और अभी सिर्फ उन्हें 1,90,099 रुपये की आर्थिक सहायता मिल पाई है।
दयामनी 1995 में झारखंड में जल, जंगल, ज़मीन की लड़ाई से जुड़ी थीं, तब से लेकर आज तक वो झारखंड के लगभग सभी आंदोलनों में शामिल रही हैं। अब दयामनी बरला झारखंड विकास मोर्चा (प्रजातांत्रिक) से खूंटी विधानसभा से चुनाव लड़ रही हैं। दय़ामनी बरला ने वीडियो जारी कर सहयोग मांगा है ताकि जल जंगल जमीन की लड़ाई को वे राज्य स्तर तक पहुंचा सकें।
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