बाबासाहेब भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय, लखनऊ के बीएड विभाग में जाति देखकर परीक्षा में अंक दिए जाने का मामला बढ़ता ही जा रहा है।
विभागाध्यक्ष ने जाति देखकर अंक देने वाले इस मामले को सुलझाने के बजाय महिला शिक्षकों के माध्यम से दलित छात्रों को जातिसूचक गाली-गलौज करवाया।
महिला शिक्षका शालिनी अग्रवाल, श्वेता त्रिपाठी ने दलित छात्रों को कुत्ता और जातिसूचक शब्द कहकर अपमानित करते हुए अभद्रता की।
सभी छात्रों ने तत्काल कुलपति से एवम प्रॉक्टर महोदय से मिलकर बीएड शिक्षिका शालिनी अग्रवाल, श्वेता त्रिपाठी की जातिगत गालियों की लिखित शिकायत की।
सभी छात्रों ने बीएड विभाग की जातिगत दुर्व्यवहार की लिखित सूचना थानाध्यक्ष आशियाना से की।
सभी दलित छात्रों में जाति देखकर अंक दिए जाने के मामले में बहुत आक्रोश है, सभी छात्रों ने कहा कि दलित छात्रों को जातिगत आधार नंबर दिए जा रहे हैं।
और शिक्षिकाएं दलित छात्रों को जातिसूचक गालियां भी दे रहीं है।
विभागाध्यक्ष ने जाति देखकर अंक देने वाले इस मामले को सुलझाने के बजाय महिला शिक्षकों के माध्यम से दलित छात्रों को जातिसूचक गाली-गलौज करवाया।
महिला शिक्षका शालिनी अग्रवाल, श्वेता त्रिपाठी ने दलित छात्रों को कुत्ता और जातिसूचक शब्द कहकर अपमानित करते हुए अभद्रता की।
सभी छात्रों ने तत्काल कुलपति से एवम प्रॉक्टर महोदय से मिलकर बीएड शिक्षिका शालिनी अग्रवाल, श्वेता त्रिपाठी की जातिगत गालियों की लिखित शिकायत की।
सभी छात्रों ने बीएड विभाग की जातिगत दुर्व्यवहार की लिखित सूचना थानाध्यक्ष आशियाना से की।
सभी दलित छात्रों में जाति देखकर अंक दिए जाने के मामले में बहुत आक्रोश है, सभी छात्रों ने कहा कि दलित छात्रों को जातिगत आधार नंबर दिए जा रहे हैं।
और शिक्षिकाएं दलित छात्रों को जातिसूचक गालियां भी दे रहीं है।