इंटरव्यू
मनोरंजन बयापरी: एक रिक्शा चालक से अवॉर्ड विनिंग लेखक तक का सफर
Date:
July 13, 2019
एक कुक, एक बर्तन साफ़ करने वाला, श्मशान का सहायक, एक नक्सली और एक रिक्शा चालक रहे मनोरंजन बयापरी की दास्तान। जेल में पढ़ना और लिखना सीखा। महाश्वेता देवी से मिलने का मौका मिला जिसकी वजह से बयापरी लेखक बनने की ओर अग्रेसित हुए। अब तक पंद्रह से अधिक उपन्यास, अनगिनत लघुकथाएं और नॉन फिक्शन कथाएं लिख चुके बयापरी को बंगाल में 'दलित साहित्य का पायनियर' कहा जाता है। आज, वह बिखरे हुए और शोषितों के जीवन के बारे में बात करने के चलते कई पुरस्कार जीत चुके हैं। सबरंगइंडिया के साथ इस बातचीत में बयापरी ने खुद को किसी कैटेगरी में रखने अथवा लेबल देने से मना कर दिया। देखिए वीडियो...