धर्मनिरपेक्षता
August 3, 2016
गोमांस का धंधा ब्राह्मण कर रहा है, पिटाई दलित की हो रही है.
अमेरिका में रहने वाले या वहां रहकर आए लोग जानते हैं कि वहां की सबसे पॉपुलर गोमांस कंपनी मेटाडोर है. मेटाडोर के प्रोडक्ट पेप्सिको बेचती है. पेप्सिको अमेरिका को सबसे ज्यादा गोमांस खिलाती है.
Photo Credit: Economic Times, Indira Nooyi with Narendra Modi
अमेरिका में बीफ मतलब भैंसा नहीं, गाय ही है.
पेप्सिको की ग्लोबल सीईओ...
August 3, 2016
बहुत खूब!
द्रोणाचार्य को अंगूठा नहीं देना है. किसी कीमत पर नहीं. मांगे या जिद करे तो अहिंसक तरीके से पटककर सीने पर चढ़ जाना है.
बहुत बहुत मंगलकामनाएं नरसिंह यादव. रियो ओलंपिक से मेडल जरूर लाना.
कुछ मीठा हो जाए?
अलविदा आनंदीबेन. अब कभी दलितों से पंगा नहीं लेना.
रियो ओलंपिक से मेडल लेकर आना नरसिंह यादव.
मुजफ्फरनगर से गौ-आतंकवाद की खबर आ रही है. अगर दलित और पिछड़े अपने...
August 1, 2016
गुजरात की मुख्यमंत्री आनंदीबेन पटेल ने इस्तीफा दिया... दलितों से पंगा नहीं लेना चाहिए था. जाते जाते भी BJP को यूपी में नुकसान पहुंचा गईं.
फेसबुक पर इस्तीफा देने वाली वे भारत की पहली मुख्यमंत्री बन गई हैं.
सोशल मीडिया युग में आप सबका स्वागत है. चैनल और अखबार वाले विश्राम करें
आप फेसबुक पर हैं, मतलब आपके पास कंप्यूटर या स्मार्टफोन है, इंटरनेट तक पहुंच है. इंग्लिश भी जानते हैं. आप हजार...
July 31, 2016
आज मुंशी प्रेमचंद की सालगिरह है और यह पोस्ट खासकर उस युवा पीढ़ी के लिए है जिसे शायद ही उनकी रचनाओं को पढने का मौका मिले और यह जरूरी है कि किसी भी हाल में उस परंपरा को जिन्दा रखना जरूरी है जो प्रेमचंद ने शुरू की थी
प्रेमचंद के बारे में कुछ ऐसे तथ्य जो ज्यादा लोगों को पता नहीं है-
हिंदी के इस मशहूर लेखक ने अपनी पढाई एक मदरसे से शुरू की थी .
• शुरूआती दौर में यह उर्दू लेखक थे और...
July 23, 2016
RSS, BJP, विश्व हिंदू परिषद के तमाम बयान के एक-एक शब्द मैंने पढ़ लिए है. आपने भी तो पढ़ा होगा.... इन्होंने एक बार भी गोमाता, गऊ माता, गाय माता जैसे किसी शब्द का प्रयोग नहीं किया है.
शुक्रिया कहिए गुजरात के शूरवीर आंबेडकरवादियों का. एक ही वार में गौ-राजनीति की हवा ढीली कर दी. गाय माता का नाम तक नहीं ले रहे हैं.
मेरे ख्याल से ब्राह्मणवादी मीडिया को गुजरात मामला दबाने के लिए इस बार का...
July 3, 2016
Unless you live on some other planet, you are sure to have heard the lament, if not an outright accusation, especially after every terror act (sadly there are far too many) in which Muslims are, or are alleged to be, involved: “Where are the ‘Moderate’ Muslim voices? Why do they not speak out, condemn such heinous crimes in the name of Islam?”
On their part, Muslims...
June 22, 2016
रवि नायर, तपन बोस, तीस्ता सीतलवाड़
हाल ही में टाइम्स ऑफ इंडिया में खबर छपी थी कि मोदी शासन 1966 के उस कानून को निरस्त करने जा रही है जिसके तहत सरकारी नौकरी में अपनी नियुक्ति के वक्त उम्मीदवार को यह घोषणा करनी पड़ती है कि वे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) या जमात-ए-इस्लामी से किसी भी तरह से जुड़े नहीं हैं।
यह मॉडल गुजरात, छत्तीसगढ़ और मध्यप्रदेश जैसे भाजपा-शासित राज्यों में पहले...
June 5, 2016
देश की गुलामी के दिनों में दो बहुत होनहार छात्र हुआ करते थे। एक था नाम था, मोहनदास करमंचद गांधी और दूसरे का भीमराव आंबेडकर। गांधी का मेन सब्जेक्ट नॉन वॉयलेंस था जबकि आंडबेकर का विषय सोशल जस्टिस। देश की आज़ादी के बाद इन दोनो होनहार विद्यार्थियों का रिजल्ट एनाउंस हुआ। गांधी टॉपर घोषित किये गये। सत्य-अहिंसा ही नहीं बल्कि सामाजिक न्याय में भी उन्हे शत-प्रतिशत अंक मिले, ये अलग बात है कि सामाजिक...
May 31, 2016
फौजी रहे और फिलहाल देश के विदेश राज्यमंत्री वीके सिंह की नजर में सबसे त्रासद और कई बार देश के सामने असुविधाजनक हालत खड़ी करने वाली घटनाएं भी 'मामूली' होती हैं। इसलिए जब दिल्ली में अफ्रीकी नागरिकों पर हमले के मामले पर व्यापक पैमाने पर चिंता जताई जा रही है, तो उन्होंने अपने विचार प्रकट किए कि ये हमले 'मामूली झड़प' थे और इसे महज मीडिया 'बढ़ा-चढ़ा कर' पेश कर रहा है। वीके...