हम वाराणसी के शिक्षाविद, बुद्धीजीवी, साहित्यकार, संस्कृतिकर्मी, नागरिक समाज के कार्यकर्ता एवं विभिन्न सामाजिक संस्थायो से जुड़े लोग मानवाधिकार कार्यकर्ता तीस्ता सेतलवाड के समर्थन मे एकजुटता प्रदर्शित करते हुए केन्द्रीय गृह मंत्रालय द्वारा सबरंग ट्रस्ट के ऍफ़ सी आर ए को रद्द करने की साजिश का पुरजोर विरोध करते है|
हम ये मानते है कि केंद्र सरकार की फासीवाद और साम्प्रदायिकता को बढावा दे रही गलत नीतियों के खिलाफ आवाज़ उठाने वाले संगठनों एवं लोगो को निशाना बनाया जा रहा है|
ज्ञातव हो की तीस्ता सीतलवाड़ व् उनकी संस्था गुजरात 2002 के दंगो की तमाम धमकियों व दबावों के बावजूद कानूनी मदद पंहुचा रही है, और गुजरात पीडितो के साथ बेखोफ होकर कानूनी लडाई लड़ रही है|
तीस्ता एवं उनकी टीम का दोष ये है की वो सरकार के आगे घुटने नहीं टेक रही है, हर चुनौती का सामना करते हुए गुजरात दंगे में तीस्ता और उनकी टीम द्वारा पैरवी करने के कारण ही 117 दोषियों को अदालत द्वारा आजीवन कारावास की सजा हुई है | जिसमे बड़े राजनैतिक नेता, आईपीएस अधिकारी समेत अन्य प्रशासनिक अधिकारी भी है | अभी भी कुछ लोगो के खिलाफ अदालत में मामला लंबित है | जिसकी पैरवी तीस्ता द्वारा किया जा रहा है | जिसके कारण पूर्व में भी तीस्ता को सांप्रदायिक ताकते धमकिया दे रही थी कि इस केस में पैरबी बंद कर दे| लेकिन तीस्ता द्वारा लगातार पैरवी जारी रखी गयी | इसी कारण उनको कभी झूठे केस में फसाया जा रहा है तो कभी फंड्स की हेरा फेरी मे| बैंक एकाउंट्स को फ्रीज़ करना, सी बी आई द्वारा छापा डलवाना आदि हथकंडे अपनाते हुए वर्तमान सरकार तीस्ता पर दबाव डालकर गुजरात नरसंहार के दोषियों को बचाना चाहती है| तीस्ता को डराने व् अपमानित करने की सरकार द्वारा लगातार कोशिश हो रही है| उनके काम मे रुकावट डालने की मंशा से लगातार हो रहे इस तरह के कृत्यों की हम कड़े शब्दों में निन्दा करते है
इसके पूर्व में भी कई सामजिक कार्यकर्ताओ ने कई वर्ष झूठे केस के आरोप में जेल में गुज़ारे है और बाद मे अदालत ने उन्हें बाईज्जत बरी भी किया है
हम मानते है कि ये सारे कृत्य लोकतंत्र और अभिव्यक्ति की आजादी पर हमला है
मोदी सरकार से हम अपील करते है कि तीस्ता पर हमला करना बंद करे और देश मे लोकतंत्र व् स्वतंत्रता का माहोल पुनर्स्थापित करे|
हम इस लोकतांत्रिक देश में अराजकता का हर स्तर पर विरोध करेंगे और एकजुट होकर इस तरह की साजिश को नाकाम करने का पूरा प्रयास करेंगे |
सहयोगी : प्रोफ़ेसर दीपक मालिक, प्रोफ़ेसर चौथीराम यादव, प्रोफेसर महेश विक्रम सिंह, मौलाना अब्दुल बातिन नोमानी मुफ़्ती ए बनारस, डॉ स्वाति, डॉ संदीप पण्डे, नीति भाई, फादर आनंद, डॉ मुनीज़ा खान, डॉ संजय श्रीवास्तव, हाजी शुकरुल्लाह खान, मौलाना हारून रशीद नक्शबंदी, सय्यद मोहम्मद यासीन, नन्दलाल, फादर चंद्रकांत, आनंद वर्धन, डा0 लेनिन रघुवंशी, डॉ बल्लभाचार्य पण्डे, डॉ नीता चौबे, डा0 प्रमोद बागडे , कुसुम वर्मा, व्योमेश शुक्ल, श्रुति नागवंशी, मेहदी बख्त, प्रोफ़ेसर कमरजहाँ, हाजी इश्तियाक अहमद, फादर दिलराज, नीरज भट्टाचार्य,
संपर्क:
डा0 मुनीज़ा रफ़ीक खान ( 9415301073)
Date- 22-6-2016